उत्तराखंड बीजेपी को 15 जून तक नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने की संभावना हल्द्वानी मेयर गजराज बिष्ट, भौंर्याल और केदार जोशी रेस में सबसे आगे

इन्तजार रजा हरिद्वार- उत्तराखंड बीजेपी को 15 जून तक नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने की संभावना
हल्द्वानी मेयर गजराज बिष्ट, भौंर्याल और केदार जोशी रेस में सबसे आगे
उत्तराखंड भाजपा को 15 जून तक नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम के हालिया दौरे के बाद यह संभावना जताई जा रही है। भाजपा सूत्रों के अनुसार, संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है और इसकी औपचारिक घोषणा भी जल्दी हो सकती है।
दरअसल, पार्टी को जनवरी 2025 में ही नया अध्यक्ष मिल जाना चाहिए था, लेकिन नगर निकाय चुनावों के कारण यह प्रक्रिया टाल दी गई। फिर विभिन्न कारणों से अध्यक्ष पद को लेकर फैसला लटका रहा। पिछले महीने भी यह उम्मीद की जा रही थी कि नई तिथियों की घोषणा होगी, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के चलते यह मामला फिर से टल गया।
भाजपा के मुख्य चुनाव अधिकारी विधायक खजानदास ने पुष्टि की है कि 15 जून से पहले नया अध्यक्ष चुनने की पूरी संभावना है। इससे उत्तराखंड की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है और कई नेता अपनी दावेदारी को लेकर सक्रिय हो गए हैं।
कौन-कौन हैं दावेदार?
अब तक तीन प्रमुख नाम आधिकारिक रूप से सामने आए हैं — हल्द्वानी के मेयर गजराज बिष्ट, पूर्व मंत्री बलवंत सिंह भौंर्याल, और भाजपा नेता केदार जोशी। इन तीनों ने खुलकर अपनी दावेदारी जताई है।
वहीं दूसरी ओर, कुछ ऐसे नाम भी चर्चा में हैं जिन्होंने भले ही औपचारिक दावा नहीं किया हो, लेकिन हाईकमान की नजरें उन पर भी हैं। इनमें मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, विधायक बृजभूषण गैरोला, विनोद चमोली, खजानदास, सतीश लखेड़ा, अनिल नौटियाल और आशा नौटियाल जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं।
पार्टी में बढ़ती गतिविधियां
नए अध्यक्ष के चयन को लेकर कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच चर्चाओं का दौर जारी है। सभी गुट अपने-अपने समर्थकों को एकजुट करने में लगे हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी हाईकमान किस चेहरे को कमान सौंपता है — युवा नेतृत्व को आगे लाया जाएगा या अनुभवी नेताओं में से किसी को प्राथमिकता दी जाएगी।
प्रदेश में संगठनात्मक मजबूती और आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए नया अध्यक्ष तय करना भाजपा के लिए अहम फैसला होगा। यदि सब कुछ तय कार्यक्रम के अनुसार हुआ तो 15 जून तक उत्तराखंड भाजपा को नया चेहरा मिल जाएगा, जिससे पार्टी को नया दिशा और ऊर्जा मिल सकती है।