ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर गर्व, उत्तराखंड में भाजपा की तिरंगा यात्रा शुरू देशभक्ति, सैन्य सम्मान और जनता से जुड़ाव का संदेश,

इन्तजार रजा हरिद्वार- ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर गर्व,
उत्तराखंड में भाजपा की तिरंगा यात्रा शुरू
देशभक्ति, सैन्य सम्मान और जनता से जुड़ाव का संदेश,
हरिद्वार। भारतीय सेना द्वारा हाल ही में अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी ने पूरे देशभर में 13 मई से 23 मई तक तिरंगा यात्रा की शुरुआत की है। उत्तराखंड में यह यात्रा देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, नैनीताल, पिथौरागढ़ सहित कई जिलों में निकाली जा रही है। यात्रा का उद्देश्य देश की जनता को भारत की आतंकवाद विरोधी नीति, सेना की बहादुरी और राष्ट्रीय गौरव से अवगत कराना है।
हरिद्वार में यात्रा की शुरुआत एक झंडा मार्च से हुई, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक, सामाजिक संगठन और स्थानीय नागरिक शामिल हुए। यात्रा के दौरान “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम्” और “जय हिंद” जैसे देशभक्ति के नारों से वातावरण गूंज उठा। तिरंगा यात्रा न केवल सेना के बलिदान को सम्मान देने का माध्यम बन रही है, बल्कि भाजपा इसे जनता से जुड़ने और राष्ट्रवाद को फिर से केंद्र में लाने की कोशिश के रूप में भी पेश कर रही है।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में इस यात्रा के अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है जिनमें वीर रस की कविताएं, देशभक्ति गीत और नुक्कड़ नाटक प्रमुख हैं। इन आयोजनों में युवा वर्ग की भागीदारी उल्लेखनीय रही, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि यह यात्रा केवल राजनीतिक कार्यक्रम न होकर एक जनआंदोलन का रूप ले रही है।
भाजपा प्रदेश नेतृत्व का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को भारत की सामरिक शक्ति का अहसास कराया है और तिरंगा यात्रा उसी का विस्तार है। पार्टी का कहना है कि इस यात्रा के जरिए वे लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा, सैन्य सम्मान और एकजुटता का संदेश देना चाहते हैं।
हरिद्वार में यात्रा का नेतृत्व कर रहे भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा, “यह तिरंगा यात्रा केवल एक जुलूस नहीं, बल्कि भारत की आत्मा, उसकी सुरक्षा और एकता का उत्सव है। हम हर नागरिक से आह्वान करते हैं कि वे इस गौरवशाली यात्रा का हिस्सा बनें और देश के सैनिकों को नमन करें।”
तिरंगा यात्रा के दौरान जगह-जगह सैनिकों के सम्मान में पुष्प वर्षा की गई और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया गया। इससे यात्रा को एक भावनात्मक गहराई भी मिली है, जो लोगों को भावनात्मक रूप से भी जोड़ रही है।
भाजपा की यह रणनीति साफ है – राष्ट्रवाद और सैन्य शौर्य के जरिए जनता से भावनात्मक जुड़ाव को और मजबूत करना। चुनावी दृष्टि से भी यह यात्रा बेहद अहम मानी जा रही है, क्योंकि इससे भाजपा को जनता के बीच एक राष्ट्रभक्त पार्टी के रूप में अपनी छवि को और मजबूत करने का अवसर मिलेगा।