छुट्टी पर आये सेना के मेजर और पत्नी पर हमला, हरिद्वार की सुमन नगर कॉलोनी में महिलाओं का उत्पात, चेहरे पर लगे टांके दोनों पक्ष आमने-सामने, रानीपुर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच शुरू

इन्तजार रजा हरिद्वार- छुट्टी पर आये सेना के मेजर और पत्नी पर हमला,
हरिद्वार की सुमन नगर कॉलोनी में महिलाओं का उत्पात, चेहरे पर लगे टांके
दोनों पक्ष आमने-सामने, रानीपुर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच शुरू
हरिद्वार की शांत मानी जाने वाली सुमननगर कॉलोनी सोमवार की शाम उस समय अशांत हो गई, जब सेना के एक मेजर और उनकी पत्नी पर पड़ोसी महिलाओं ने हमला कर दिया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि मेजर के चेहरे पर नुकीली चीज से हमला किया गया और उन्हें गंभीर चोटें आईं। चिकित्सकों को उनके चेहरे पर आठ टांके लगाने पड़े। यह घटना न केवल क्षेत्रवासियों को चौंका गई, बल्कि पुलिस प्रशासन को भी मामले में गंभीरता बरतने पर मजबूर कर दिया।
सेना अधिकारी छुट्टी पर घर आए, टहलने निकली पत्नी से हुई कहासुनी
सुमननगर गली नंबर पांच निवासी मेजर सौरभ कुमार इस समय गांधीनगर, गुजरात में तैनात हैं। वह कुछ दिन पहले ही छुट्टी पर अपने घर हरिद्वार आए थे। सोमवार की शाम उनकी पत्नी निधि सौरभ कॉलोनी के बाहर टहलने निकली थीं, तभी पास की ग्रीन वैली फेज-आठ में रहने वाली दो महिलाओं — रानी और वंदना — ने कथित तौर पर उन्हें देखकर अपशब्द कहे। निधि ने जब इसका विरोध किया, तो विवाद बढ़ गया और दोनों महिलाओं ने उन पर हमला कर दिया। निधि के अनुसार, उन पर नुकीली चीज से वार किया गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। इतना ही नहीं, जब उन्होंने अपने पति को फोन करने की कोशिश की, तो आरोप है कि महिलाओं ने उनका मोबाइल फोन भी छीन लिया। किसी तरह वह घर पहुंचीं और पूरी घटना मेजर सौरभ को बताई।
पति ने पूछा मोबाइल का पता, तो पूरे परिवार ने कर दिया हमला
मेजर सौरभ कुमार पत्नी की बात सुनकर जब बाहर निकले और महिलाओं से मोबाइल फोन के बारे में पूछताछ की, तो स्थिति और ज्यादा बिगड़ गई। निधि के मुताबिक, तभी रानी, वंदना और उनके पति प्रवीन ने मिलकर मेजर पर हमला कर दिया। हमले में मेजर के चेहरे पर नुकीली वस्तु से वार किया गया, जिससे उनका चेहरा लहूलुहान हो गया। उन्हें तत्काल नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनके चेहरे पर आठ टांके लगाए। यह हमला एक सैन्य अधिकारी के साथ हुआ, जिसने न केवल क्षेत्र में आक्रोश फैलाया, बल्कि स्थानीय पुलिस पर भी दबाव बनाया कि मामले को गंभीरता से लिया जाए।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, दोनों पक्षों की तहरीर पर शुरू हुई जांच
घटना की जानकारी मिलते ही रानीपुर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन शुरू की। कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी ने बताया कि पीड़ित पक्ष — निधि सौरभ कुमार — की तहरीर के आधार पर रानी, वंदना और प्रवीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं, दूसरे पक्ष की ओर से भी पुलिस को एक तहरीर दी गई है, जिसमें उन्होंने अपना पक्ष रखा है और कहा है कि विवाद दोनों तरफ से हुआ। और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच शुरू कर दी है। कॉलोनी के अन्य निवासियों से भी पूछताछ की जा रही है, ताकि घटना की सच्चाई सामने आ सके।
सुमन नगर कॉलोनी में पहले भी रही है अशांति, स्थानीय लोग चिंतित
स्थानीय निवासियों के अनुसार, ग्रीन वैली फेज-आठ और सुमननगर कॉलोनी के बीच आपसी तनाव पहले भी रहा है। निधि सौरभ का कहना है कि ग्रीन वैली की महिलाओं के आपसी झगड़ों के कारण कॉलोनी का माहौल अक्सर खराब रहता है। कई बार स्थानीय लोग पुलिस से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन ठोस कार्रवाई न होने से अब स्थितियां हाथ से निकलती जा रही हैं।
इस बार मामला एक सेना अधिकारी के साथ जुड़ा है, इसलिए लोगों की अपेक्षा है कि प्रशासन सख्त रुख अपनाएगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, कई लोग इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि कॉलोनी में महिलाओं के बीच का आपसी तनाव इस हद तक बढ़ गया है कि अब बात मारपीट और हथियार चलाने तक पहुंच रही है।
क्या कहता है कानून, और अब आगे क्या हो सकता है ?
भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत इस प्रकार का हमला गैर-जमानती अपराध की श्रेणी में आता है। यदि जांच में यह पुष्टि होती है कि हमलावरों ने पूर्वनियोजित तरीके से हमला किया है या नुकीली वस्तु का प्रयोग जानबूझकर किया गया, तो उन पर गंभीर धाराएं लग सकती हैं। वहीं, सेना से जुड़े होने के कारण इस मामले को रक्षा मंत्रालय या संबंधित सैन्य इकाई द्वारा भी संज्ञान में लिया जा सकता है। यदि ऐसा होता है, तो सिविल प्रशासन पर भी उच्च स्तरीय दबाव पड़ेगा कि वह मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच करे।
स्थानीय विवाद बन सकता है बड़ा मसला
यह घटना महज एक स्थानीय झगड़ा नहीं है। जब किसी सेना अधिकारी को उनके ही घर के पास अपमानित और घायल किया जाता है, तो यह पूरी व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। यह जरूरी है कि हरिद्वार पुलिस इस मामले की गंभीरता को समझे और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर न्याय दिलाए। साथ ही, कॉलोनी में लंबे समय से चल रही गुटबाजी और आपसी झगड़ों की भी गहराई से जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।