आपदा के बीच मुख्यमंत्री धामी का लगातार प्रवास,, तीन दिन से युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान की कमान, प्रोटोकॉल छोड़ पीड़ितों से सीएम धामी ने किया सीधा संवाद
मुख्यमंत्री धामी का आपदा क्षेत्र में तीन दिन से डेरा युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान की मॉनिटरिंग जारी प्रोटोकॉल छोड़ आमजन से मिल रहे, बंधा रहे हौसला

इन्तजार रजा हरिद्वार- आपदा के बीच मुख्यमंत्री धामी का लगातार प्रवास,,
तीन दिन से युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान की कमान,
प्रोटोकॉल छोड़ पीड़ितों से सीएम धामी ने किया सीधा संवाद
उत्तरकाशी, 9 अगस्त 2025 – उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में आई भीषण आपदा के बाद मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी पिछले तीन दिनों से लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्र में ही डटे हुए हैं। वे युद्धस्तर पर चल रहे राहत और बचाव कार्यों की स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं और हर पल प्रशासन व रेस्क्यू टीमों से फीडबैक लेकर मौके पर निर्णय ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने इस दौरान प्रोटोकॉल से अलग हटकर आपदा पीड़ितों के बीच पहुंचकर उनका दर्द साझा किया। वे राहत शिविरों, अस्थायी आश्रयों और आपदा प्रभावित गांवों में जाकर लोगों से सीधे संवाद कर रहे हैं। उन्होंने हर पीड़ित को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और हर संभव सहायता तत्काल उपलब्ध कराई जाएगी।
आपदा प्रभावितों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों को गोद में उठाकर उनका हाल जाना, बुजुर्गों का हालचाल पूछा और महिलाओं को ढांढस बंधाया। कई जगह उन्होंने भोजन वितरण और चिकित्सा शिविरों का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि “इस मुश्किल घड़ी में मैं उत्तरकाशी के लोगों के साथ हूं, और तब तक यहीं रहूंगा जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते।”
रेस्क्यू कार्यों की गति तेज़ करने के लिए मुख्यमंत्री धामी ने सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस बल को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने हेलीकॉप्टर से बचाव कार्यों की प्रगति का हवाई निरीक्षण भी किया और उन क्षेत्रों में अतिरिक्त संसाधन भेजने के आदेश दिए, जहां अब भी फंसे हुए लोगों को निकालने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों के लिए राहत पैकेज की तत्काल व्यवस्था करने, पुनर्वास योजना बनाने और क्षति का वैज्ञानिक आकलन कराने के निर्देश जिलाधिकारी और संबंधित विभागों को दिए। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने, साफ पानी और खाद्यान्न आपूर्ति में कोई कमी न रहने की हिदायत दी।
आपदा की विभीषिका के बीच मुख्यमंत्री धामी का आम आदमी की तरह पीड़ितों के बीच रहना स्थानीय लोगों के मनोबल को बढ़ा रहा है। उनका यह जमीनी रुख न केवल राहत कार्यों की गति बढ़ा रहा है, बल्कि जनता में यह संदेश भी दे रहा है कि सरकार केवल दफ्तरों से आदेश नहीं देती, बल्कि मौके पर खड़े होकर हालात बदलने का प्रयास करती है।
यदि आप चाहें तो मैं इस खबर को और भी भावनात्मक टच देकर पीड़ितों के बयान और दृश्यात्मक वर्णन के साथ लिख सकता हूं ताकि यह अखबार में और असरदार दिखे।