ड्रग्स फ्री देवभूमि में STF की ऐतिहासिक कार्रवाई,, एमडीएमए फैक्ट्री का पर्दाफाश, करोड़ों का नेटवर्क ध्वस्त, नेपाल-मुंबई कनेक्शन उजागर,, मुख्यमंत्री अभियान को मिली बड़ी सफलता | DGP ने पुलिस टीम को ₹1 लाख इनाम देने की घोषणा की

इन्तजार रजा हरिद्वार- ड्रग्स फ्री देवभूमि में STF की ऐतिहासिक कार्रवाई,,
एमडीएमए फैक्ट्री का पर्दाफाश, करोड़ों का नेटवर्क ध्वस्त, नेपाल-मुंबई कनेक्शन उजागर,,
मुख्यमंत्री अभियान को मिली बड़ी सफलता | DGP ने पुलिस टीम को ₹1 लाख इनाम देने की घोषणा की
✍️ रिपोर्टर: Intzar Raza | Daily Live Uttarakhand ब्यूरो
उत्तराखण्ड पुलिस और STF की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने “ड्रग्स फ्री देवभूमि” अभियान के अंतर्गत अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक अंतरराष्ट्रीय एमडीएमए ड्रग फैक्ट्री का खुलासा किया है। राज्य के शांत दिखने वाले सीमांत ज़िलों – चम्पावत, पिथौरागढ़ और उधमसिंहनगर – को ड्रग माफियाओं ने अपना अड्डा बना लिया था, लेकिन अब उनके नेटवर्क की चूलें हिला दी गई हैं।
मुख्य सरगना कुनाल कोहली गिरफ्तार: कैमिकल्स, ड्रग्स और नेपाल कनेक्शन का खुलासा
STF व नानकमत्ता पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में 14 जुलाई की रात मुख्य सरगना कुनाल राम कोहली को साहनी नर्सरी तिराहा, थाना नानकमत्ता क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 7.41 ग्राम तैयार एमडीएमए, 126 लीटर प्रीकर्सर कैमिकल, और 28 किलो पाउडर फॉर्म जब्त किया गया है।
STF ने NDPS एक्ट की धारा 21/22/8 के तहत थाना नानकमत्ता में मुकदमा संख्या 142/2025 पंजीकृत किया है।
नेपाल से मुंबई तक फैला नेटवर्क, मुर्गी फार्म के पीछे था नशे का कारखाना
एसएसपी STF नवनीत भुल्लर ने बताया कि यह नेटवर्क उत्तराखण्ड से नेपाल बॉर्डर होते हुए मुंबई तक फैला था। ठाणे पुलिस ने 31 मई 2025 को दो लोगों को 11 ग्राम एमडीएमए के साथ पकड़ा था, जिनसे पूछताछ में मोनू गुप्ता व कुनाल कोहली के नाम सामने आए।
➡️ 26 जून को पिथौरागढ़ जिले के थल क्षेत्र में छापेमारी के दौरान एक मुर्गी फार्म से भारी मात्रा में कैमिकल बरामद हुआ लेकिन अभियुक्त फरार हो गए।
➡️ जून अंत में मोनू गुप्ता, अमन कोहली और भीम यादव नेपाल बार्डर पर पकड़े गए, जबकि कुनाल कोहली नेपाल भाग गया था।
➡️ 11 जुलाई को चम्पावत पुलिस ने अभियुक्त राहुल की पत्नी ईशा को 5.688 किलो एमडीएमए के साथ गिरफ्तार किया।
➡️ 14 जुलाई को नानकमत्ता से कुनाल को पकड़ा गया।
तथ्यों में छिपा है साजिश का जाल:
कुनाल कोहली ने पूछताछ में बताया कि:
- मुम्बई में मोनू गुप्ता, भीम यादव, बल्ली राम गुप्ता और नवीन नेपाली से उसकी मुलाकात हुई थी।
- बनारस से कैमिकल मंगाकर टनकपुर के गैंडाखाली में फैक्ट्री चलाई गई।
- छापे के बाद फैक्ट्री हटाकर पिथौरागढ़ के सुवालेख गांव में एक नया मुर्गी फार्म किराए पर लिया गया और वहां ड्रग तैयार की गई।
- करीब 5.6 किलो एमडीएमए वही तैयार हुआ जिसे बाद में मुम्बई ले जाने की योजना थी।
प्रीकर्सर कैमिकल की लिस्ट जो बताती है ड्रग तैयार करने की जटिलता:
क्रम | रसायन का नाम | मात्रा |
---|---|---|
1 | एमडीएमए | 7.41 ग्राम |
2 | Dichloromethane | 57.5 लीटर |
3 | Acetone | 20 लीटर |
4 | Hydrochloric Acid | 47.5 लीटर |
5 | Methylamine Solution | 0.5 लीटर |
6 | Sodium Hydroxide | 28 किलो |
👉 इन कैमिकल्स से लगभग 6 किलो एमडीएमए तैयार होता जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹12 करोड़ होती।
मुख्यमंत्री अभियान की बड़ी जीत – DGP दीपम सेठ का बयान
डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड अभियान को सख्ती से लागू किया जा रहा है। केवल गिरफ्तारी नहीं, अब पूरी आर्थिक श्रृंखला की जांच हो रही है।
🔎 अभियान की मुख्य बातें:
- PIT-NDPS अधिनियम के तहत कार्रवाई कर अपराधियों की संपत्ति जब्त की जा रही है।
- राज्य की 44 कंपनियों की निगरानी जो प्रीकर्सर कैमिकल्स इस्तेमाल करती हैं।
- 172 फार्मा यूनिट्स की संयुक्त जांच चल रही है, जो ‘शेड्यूल-H’ ड्रग्स में संलिप्त हैं।
- हर थाने को ड्रग डिटेक्शन किट उपलब्ध कराई गई है।
पुलिस टीम को मिला ₹1 लाख का पुरस्कार
इस साहसिक और गहरी खुफिया जांच पर डीजीपी ने पुलिस टीम को ₹1 लाख का नकद इनाम देने की घोषणा की है। यह पुलिस बल के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला कदम है।
“ड्रग्स फ्री देवभूमि” सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि उत्तराखण्ड सरकार और पुलिस प्रशासन का ठोस इरादा बन चुका है। चम्पावत, पिथौरागढ़ और उधमसिंहनगर जैसे सीमावर्ती जिलों में पनप रही नशे की फैक्ट्रियों को जड़ से उखाड़ने की इस कार्रवाई ने यह सिद्ध कर दिया है कि उत्तराखण्ड अब नशे के सौदागरों के लिए ‘सुरक्षित ठिकाना’ नहीं रहा।
📌 रिपोर्टिंग: Intzar Raza
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