अपराधअलर्टउत्तराखंडएक्सक्लूसिव खबरेंकांवड़ यात्रा 2025

कांवड़ मेला 2025: CCR भवन में पुलिस समीक्षा बैठक आयोजित,, SSP प्रमेन्द्र डोभाल ने डाक कांवड़ से पहले बनाई रणनीति, दिए कड़े निर्देश,, 38 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित, टीमवर्क पर विशेष बल

इन्तजार रजा हरिद्वार-  कांवड़ मेला 2025: CCR भवन में पुलिस समीक्षा बैठक आयोजित,,
SSP प्रमेन्द्र डोभाल ने डाक कांवड़ से पहले बनाई रणनीति, दिए कड़े निर्देश,,
38 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित, टीमवर्क पर विशेष बल

हरिद्वार, 15 जुलाई 2025:
कांवड़ यात्रा 2025 धीरे-धीरे अपने चरम की ओर बढ़ रही है। श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि और आने वाले दिनों में डाक कांवड़ के शुरू होने को लेकर पुलिस और प्रशासनिक तंत्र अब पूर्ण मुस्तैदी के साथ तैयारियों की अंतिम कड़ी में जुट चुका है। मंगलवार को CCR भवन में एक विशेष समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने की।

बैठक का मुख्य उद्देश्य अब तक कांवड़ यात्रा के दौरान सामने आए अच्छे और खराब अनुभवों का विश्लेषण करना, अधीनस्थ अधिकारियों से फीडबैक लेना और डाक कांवड़ के मद्देनज़र ज़मीन पर उतरने वाली रणनीति को अंतिम रूप देना था।

पुलिस की चौकसी से बनी व्यवस्था, लेकिन डाक कांवड़ में और बढ़ेगी चुनौती

एसएसपी डोभाल ने बैठक की शुरुआत करते हुए कहा, “अब हमें प्रतिदिन नई-नई चुनौतियों का सामना करना होगा। आने वाले दिनों में डाक कांवड़ शुरू होने वाली है, जो भीनक संख्या में शिवभक्तों की आमद लेकर आती है। ऐसे में हर अधिकारी और कर्मचारी को न सिर्फ अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी बल्कि अपने-अपने सेक्टर व जोन में पूर्ण समर्पण और सतर्कता के साथ कार्य करना होगा।”

एसएसपी ने स्पष्ट किया कि छोटी सी लापरवाही भी बड़ी स्थिति पैदा कर सकती है, इसलिए हर अधिकारी-कर्मचारी का योगदान मेला संचालन में बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने हिदायत दी कि किसी भी प्रकार की आवश्यकता होने पर उसे तत्काल मेला नियंत्रण कक्ष से साझा किया जाए और हर समस्या का समाधान मौके पर प्राथमिकता से किया जाए।

थानों, जोन और सेक्टर स्तर पर की गई समीक्षा: ड्यूटी व्यवस्था, यातायात और सुरक्षा पर विशेष बल

गोष्ठी के दौरान जिले के सभी जोन प्रभारी, सुपर जोन प्रभारी, थाना अध्यक्ष और संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। सभी से उनके क्षेत्र में हो रही गतिविधियों, ड्यूटी तैनाती, यातायात नियंत्रण, आपसी समन्वय, सुरक्षा चक्र की स्थिति और आमजन के साथ संवाद की स्थिति पर बारी-बारी से फीडबैक लिया गया।

एसएसपी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि—

  • सभी वाहनों को केवल निर्धारित पार्किंग स्थल पर ही पार्क कराया जाए।
  • जहां भी किसी भी प्रकार की व्यवस्था में कमी है, उसे अगले 24 घंटे में दुरुस्त कर लिया जाए।
  • सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में निरंतर भ्रमणशील रहें और मौके पर समस्या समाधान की प्रवृत्ति अपनाएं।
  • रूट डायवर्जन की स्थिति में पीआरओ और ट्रैफिक कंट्रोल रूम के साथ सतत समन्वय रखा जाए।
  • सीसीटीवी और ड्रोन की निगरानी को और सक्रिय किया जाए, ताकि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत प्रतिक्रिया की जा सके।

SSP डोभाल ने की सराहना: उत्कृष्ट ड्यूटी करने वाले 38 पुलिसकर्मी सम्मानित

बैठक के अंत में आज का सबसे भावनात्मक क्षण तब आया जब SSP प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने कांवड़ यात्रा में अब तक उत्कृष्ट सेवा देने वाले 38 पुलिसकर्मियों को मंच पर बुलाकर उन्हें प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर एसएसपी ने कहा, “आप सभी हमारे संगठन की रीढ़ हैं। जब आप जनता की सेवा पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करते हैं, तो वह न सिर्फ प्रशासन पर विश्वास करती है बल्कि धर्म यात्रा जैसी पवित्र व्यवस्था भी सफल बनती है।”

सम्मानित हुए पुलिसकर्मियों की आंखों में गर्व और कर्तव्य भावना की स्पष्ट झलक देखी गई। यह आयोजन पुलिस महकमे के बीच एक नई प्रेरणा और उत्साह का संचार कर गया।

कांवड़ मेला की सुरक्षा व्यवस्था: एक नजर में प्रमुख बिंदु

सुरक्षा प्रबंध विवरण
कुल तैनात पुलिस बल 9000+ पुलिसकर्मी (महिला व पुरुष)
सीसीटीवी कैमरे 700+ कैमरे सक्रिय निगरानी में
ड्रोन निगरानी 24×7 निगरानी ड्रोन सक्रिय
अस्थायी पुलिस चौकियां 40 से अधिक
मोबाइल कंट्रोल यूनिट्स 10 यूनिट लगातार गश्त पर
शौचालय/जल प्रबंध प्रत्येक जोन में सुनिश्चित
यातायात कंट्रोल सभी हाईवे व अंदरूनी मार्गों पर विशेष तैनाती
रूट डायवर्जन आवश्यकता अनुसार समयबद्ध बदलाव

SSP का संदेश: सेवा, समर्पण और सतर्कता ही हमारी पहचान

एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने अंत में अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में निर्देशित किया कि “यह समय सिर्फ ड्यूटी करने का नहीं, बल्कि जनसेवा को सिद्ध करने का है। हमें जनता और श्रद्धालुओं के प्रति जवाबदेह रहना है। टीमवर्क, त्वरित निर्णय और मानवीय दृष्टिकोण से ही हम कांवड़ यात्रा को सफल बना सकते हैं।”

उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि भविष्य में और भी पुलिसकर्मियों को उनकी ड्यूटी परखने के बाद सम्मानित किया जाएगा। जो लोग निष्पक्षता और मानवता के साथ कार्य करेंगे, उन्हें हर स्तर पर प्रोत्साहित किया जाएगा।

आगामी चुनौतियां और लक्ष्य

  • डाक कांवड़ में शिवभक्तों की तेज़ी से बढ़ती आमद को देखते हुए आपातकालीन स्थिति के लिए प्रत्येक थाना स्तर पर ‘रेपिड रिस्पॉन्स टीम’ तैयार की जा रही है।
  • स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड, जल संस्थान और नगर निगम से समन्वय स्थापित कर पूरे रूट पर ज़रूरी सेवाओं की 24 घंटे उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
  • महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए सभी महिला ड्यूटी पॉइंट पर महिला पुलिस बल की तैनाती की गई है।

CCR भवन की यह समीक्षा बैठक केवल एक प्रशासनिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि उस नीति और नीयत का प्रदर्शन थी जिससे हरिद्वार प्रशासन इस वर्ष कांवड़ मेला 2025 को ऐतिहासिक और सुरक्षित बनाना चाहता है। जहां एक ओर सुरक्षा बलों को लगातार नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर श्रद्धालुओं का उमड़ता सैलाब इस व्यवस्था की परीक्षा भी ले रहा है। लेकिन एसएसपी डोभाल की टीम जिस तरह से हर पहलु पर सतर्कता से काम कर रही है, उससे निश्चित ही विश्वास किया जा सकता है कि यह यात्रा धार्मिक गरिमा और प्रशासनिक सफलता दोनों के लिहाज़ से एक मिसाल बनकर उभरेगी।

📌 रिपोर्ट: Intzar Raza, Daily Live Uttarakhand

Related Articles

Back to top button
× Contact us