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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर दिया इस्तीफा संसद सत्र के बीच अचानक इस्तीफा, देशभर में मची हलचल अब कौन होगा अगला उपराष्ट्रपति? अटकलें तेज, विपक्ष-सत्तापक्ष दोनों सकते में

इन्तजार रजा हरिद्वार- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर दिया इस्तीफा
संसद सत्र के बीच अचानक इस्तीफा, देशभर में मची हलचल
अब कौन होगा अगला उपराष्ट्रपति? अटकलें तेज, विपक्ष-सत्तापक्ष दोनों सकते में

नई दिल्ली/देहरादून | Daily Live Uttarakhand

देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से अचानक इस्तीफा देकर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। सोमवार सुबह राष्ट्रपति भवन को सौंपे गए अपने इस्तीफे में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। यह इस्तीफा उस समय आया है जब संसद का मानसून सत्र जारी है और सरकार-प्रत्यक्ष विपक्ष दोनों ही सदन में गंभीर विधायी कार्यों में व्यस्त हैं।

धनखड़ का कार्यकाल अभी दो वर्ष शेष था। वर्ष 2022 में उन्होंने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का स्थान लिया था और लगातार अपने स्पष्ट वक्तव्यों और तीखे तर्कों के लिए चर्चा में रहे।

अचानक इस्तीफा, सियासी गलियारों में बढ़ी हलचल

राजनीतिक जानकार इस इस्तीफे को महज स्वास्थ्य कारणों तक सीमित मानने को तैयार नहीं हैं। संसद सत्र के बीच उपराष्ट्रपति का हटना, वह भी बिना किसी पूर्व संकेत के, गंभीर राजनीतिक संकेत देता है। सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ हफ्तों से धनखड़ कुछ केंद्रीय नीतियों से असहमत दिखाई दे रहे थे और सांसदों के साथ उनकी कुछ बैठकों में तनाव के भी संकेत मिले थे।

क्या है संविधानिक स्थिति?

भारतीय संविधान के अनुसार, उपराष्ट्रपति का पद खाली होने की स्थिति में 20 दिन के भीतर चुनाव प्रक्रिया आरंभ की जानी चाहिए। जब तक नया उपराष्ट्रपति नहीं चुना जाता, तब तक यह जिम्मेदारी राज्यसभा के वरिष्ठतम सदस्य को सौंपी जा सकती है या विशेष परिस्थिति में राष्ट्रपति निर्देश दे सकते हैं।

विपक्ष ने उठाए सवाल, सत्ता पक्ष भी चुप

कांग्रेस, आप और टीएमसी जैसे विपक्षी दलों ने इसे लोकतंत्र के लिए “चिंताजनक संकेत” बताया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, “धनखड़ जी का इस्तीफा दिखाता है कि संविधानिक पद भी अब सरकार के दबाव से सुरक्षित नहीं हैं।”

वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने संक्षिप्त बयान में कहा, “धनखड़ जी हमारे आदरणीय वरिष्ठ हैं, उनके स्वास्थ्य की चिंता हमारी प्राथमिकता है। हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”

उत्तराखंड से भी प्रतिक्रिया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी एक ट्वीट के जरिए उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “देश के यशस्वी उपराष्ट्रपति आदरणीय धनखड़ जी के इस्तीफे से मन व्यथित है। प्रभु उन्हें उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें।”

वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने इसे केंद्र सरकार की “भीतरू राजनीति” बताया।

आगे क्या?

अब सभी की निगाहें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और चुनाव आयोग की ओर हैं। सूत्रों के अनुसार, अगले सप्ताह के भीतर नई तिथि की घोषणा हो सकती है। वहीं, भाजपा और एनडीए खेमे में नए नामों पर मंथन तेज हो गया है। संभावित नामों में हरिवंश नारायण सिंह, रामनाथ कोविंद और अन्ना मालाइकल जॉर्ज का नाम चर्चा में है।

उपराष्ट्रपति का पद देश की दूसरी सर्वोच्च संवैधानिक जिम्मेदारी है और यह इस्तीफा न केवल संसद की कार्यवाही को प्रभावित कर सकता है, बल्कि आने वाले दिनों की राजनीति को भी नई दिशा दे सकता है।

रिपोर्ट – डेली लाइव उत्तराखंड ब्यूरो
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