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हर की पैड़ी से उठेगी स्वच्छता की अलख,, 26 जुलाई को होगा ‘स्वच्छता महा अभियान’ का शुभारंभ,, हरिद्वार जिला प्रशासन और विकास प्राधिकरण की जन भागीदारी के लिए संयुक्त अपील

इन्तजार रजा हरिद्वार-  हर की पैड़ी से उठेगी स्वच्छता की अलख,,
26 जुलाई को होगा ‘स्वच्छता महा अभियान’ का शुभारंभ,,
हरिद्वार जिला प्रशासन और विकास प्राधिकरण की जन भागीदारी के लिए संयुक्त अपील


हरिद्वार, 25 जुलाई 2025:

श्रावण मास की पावनता और शिवभक्ति के महापर्व कांवड़ मेले के सफल आयोजन के बाद अब हरिद्वार एक नई जिम्मेदारी की ओर अग्रसर है—अपने घाटों और धर्मनगरी को फिर से पहले जैसी स्वच्छता और गरिमा से भर देना। इसी क्रम में हरिद्वार जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम एवं हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) के संयुक्त तत्वावधान में 26 जुलाई, शनिवार को प्रातः 7:30 बजे से ‘स्वच्छता महा अभियान’ की शुरुआत की जा रही है।

जिलाधिकारी हरिद्वार एवं उपाध्यक्ष, हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण श्री मयूर दीक्षित और अंशुल सिंह की ओर से यह विशेष जन अपील जारी की गई है, जिसमें हरिद्वारवासियों, संत-महात्माओं, व्यापारिक संगठनों, गंगा घाट गोद लेने वाली संस्थाओं, दुकानदारों, युवाओं और समाजसेवियों से स्वच्छता अभियान में सहभागिता की प्रार्थना की गई है।


कांवड़ मेला बना ऐतिहासिक, अब बारी है सफाई की

11 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक आयोजित कांवड़ मेला इस वर्ष इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो गया। अनुमानित 4 से 5 करोड़ श्रद्धालु हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और अन्य राज्यों से हरिद्वार पहुंचे और गंगा जल लेकर भगवान शिव को अर्पित करने के लिए प्रस्थान किया। इस विराट धार्मिक आयोजन ने एक ओर जहां हरिद्वार की आध्यात्मिक गरिमा को वैश्विक मंच पर स्थापित किया, वहीं दूसरी ओर इतनी बड़ी भीड़ के बाद घाटों और गलियों में गंदगी की समस्या भी उभर कर सामने आई।

ऐसे में अब ज़रूरत है उस कर्तव्यबोध की, जिसके तहत हम हरिद्वार को उसकी पुरानी स्वच्छता और सुंदरता में वापस लौटाएं।


जिला प्रशासन की अपील—हर नागरिक बने स्वच्छता योद्धा

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि,

“हरिद्वार केवल एक शहर नहीं, हमारी श्रद्धा का केंद्र है। गंगा हमारी मां है। जब हमने इतने श्रद्धालुओं का स्वागत किया, अब समय है उस आस्था के स्थल को साफ कर उसे धन्यवाद देने का। हमें एकजुट होकर घाटों और गलियों को स्वच्छ करना होगा।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कोई औपचारिक सफाई नहीं बल्कि सामूहिक जन भागीदारी का एक यज्ञ है, जिसमें हर व्यक्ति एक सेवक बनकर योगदान देगा। उन्होंने विशेष रूप से अपील की है कि गंगा घाट गोद लेने वाली संस्थाएं, होटल व्यवसायी, दुकानदार, कॉलेजों के विद्यार्थी, सामाजिक संगठन और वार्ड स्तर के प्रतिनिधि अभियान में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें।


महाअभियान का स्वरूप और आयोजन स्थलों की रूपरेखा

स्वच्छता महा अभियान के तहत निम्नलिखित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा:

  • हर की पैड़ी, मलवीय घाट, सुभाष घाट, भीमगौड़ा, हर की पैड़ी अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों
  • रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, शिवमूर्ति चौराहा, भूपतवाला, कनखल, ऋषिकुल क्षेत्र
  • श्रवण नाथ नगर, सप्तऋषि, चंडीघाट व अन्य सार्वजनिक स्थल

नगर निगम, HRDA और पुलिस विभाग ने पहले ही सफाई और सुरक्षा की व्यवस्था को लेकर कार्ययोजना तैयार कर ली है। हर घाट पर संबंधित वार्ड पार्षद और अधिकारी रहेंगे ताकि भागीदारी सुव्यवस्थित ढंग से हो सके।

प्रशासन ने गंगा सभा और तीर्थ पुरोहित सभा से भी विशेष अनुरोध किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में संत समाज और तीर्थ पुरोहितों को प्रेरित करें।


समाज का सहयोग: धर्म और कर्तव्य का मिलन

यह अभियान केवल प्रशासनिक गतिविधि नहीं, बल्कि हरिद्वार की आत्मा से जुड़ी एक जनचेतना है। इसी भावना को उजागर करते हुए यह अपील की गई है कि—

  • व्यापार मंडल के सदस्य अपने दुकानों के सामने स्वयं सफाई करें और दूसरों को प्रेरित करें।
  • युवावर्ग अपने मोहल्लों और घाटों पर टोली बनाकर स्वच्छता में सहयोग करें।
  • सामाजिक संगठन अपने स्वयंसेवकों के साथ मिलकर प्रमुख घाटों की सफाई में भूमिका निभाएं।
  • स्थानीय नागरिक अपने परिवार के साथ इस अभियान में भाग लें, ताकि बच्चों को भी स्वच्छता के संस्कार मिलें।

हर हाथ में झाड़ू, हर दिल में संकल्प—यही इस स्वच्छता यज्ञ का मूल मंत्र है।


गंगा हमारी आस्था, हरिद्वार हमारी पहचान

गंगा केवल नदी नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की जीवन रेखा है। हरिद्वार उसी गंगा का द्वार है। इस धरती पर आकर करोड़ों लोग मोक्ष की कामना करते हैं, अपने पाप धोते हैं और पुनर्जन्म का चक्र तोड़ने की प्रार्थना करते हैं। क्या हम उस गंगा के चरणों को स्वच्छ रखने का दायित्व नहीं निभा सकते?

हरिद्वार जिला प्रशासन ने इसी संकल्प के साथ इस जन अभियान की नींव रखी है। यह केवल एक दिन का सफाई कार्यक्रम नहीं, बल्कि आस्था, उत्तरदायित्व और नागरिक धर्म का मिलन बिंदु है।


कार्यक्रम विवरण

📌 दिनांक: शनिवार, 26 जुलाई 2025
📌 समय: प्रातः 7:30 बजे से
📌 स्थान: हरिद्वार के समस्त घाट एवं सार्वजनिक स्थल


निवेदन:
हरिद्वार को स्वच्छ रखना प्रशासन की ही नहीं, हम सभी की जिम्मेदारी है। आइए, इस अभियान में शामिल होकर गंगा मां के चरणों में अपनी सेवा अर्पित करें और आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ, सुंदर और गरिमामयी हरिद्वार सौंपें।

“हर झाड़ू की आवाज, हर कदम की आहट—गंगा मां के चरणों में हमारी श्रद्धा की प्रतिध्वनि है।”


रिपोर्ट: डेली लाइव उत्तराखंड
Intzar Raza, संवाददाता, हरिद्वार

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