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मनसा देवी भगदड़ की मजिस्ट्रेटी जांच शुरू उप जिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार को सौंपी गई जांच की जिम्मेदारी 15 दिन में सौंपनी होगी रिपोर्ट, भीड़ प्रबंधन पर देने होंगे सुझाव

इन्तजार रजा हरिद्वार- 🔴 मनसा देवी भगदड़ की मजिस्ट्रेटी जांच शुरू
⚖️ उप जिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार को सौंपी गई जांच की जिम्मेदारी
📋 15 दिन में सौंपनी होगी रिपोर्ट, भीड़ प्रबंधन पर देने होंगे सुझाव

हरिद्वार | रविवार 27 जुलाई 2025 की सुबह हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर हुई भगदड़ की घटना को लेकर प्रशासन ने त्वरित और सख्त कदम उठाए हैं। इस गंभीर हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश जारी करते हुए उप जिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार को जांच अधिकारी नामित किया गया है।

यह हादसा उस समय हुआ जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर दर्शन के लिए पैदल मार्ग पर जमा थी। अचानक हुई अव्यवस्था के चलते भगदड़ मच गई, जिसमें कई श्रद्धालु घायल हुए और कुछ की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु भी हो गई। प्रशासन ने इस पूरी घटना को लेकर विस्तृत जांच का निर्णय लिया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

15 दिनों में सौंपनी होगी जांच रिपोर्ट

जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी आदेश में जांच अधिकारी जितेन्द्र कुमार को निर्देशित किया गया है कि वे इस पूरी घटना के घटनाक्रम की गहराई से मजिस्ट्रेटी जांच करते हुए 15 दिन के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जांच में हादसे से पहले, दौरान और बाद की परिस्थितियों, सुरक्षा तैयारियों, पुलिस बल की तैनाती, भीड़ नियंत्रण के उपायों तथा अन्य जिम्मेदार पक्षों की भूमिका का आकलन किया जाएगा।

भीड़ प्रबंधन पर विशेष सुझाव मांगे गए

जांच अधिकारी जितेन्द्र कुमार को यह भी निर्देशित किया गया है कि वे रिपोर्ट के साथ भीड़ प्रबंधन एवं सुरक्षा व्यवस्था सुधार के लिए ठोस सुझाव भी प्रस्तुत करें ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।

शासन गंभीर, जवाबदेही तय करने का संकेत

इस आदेश से स्पष्ट है कि शासन इस हादसे को अत्यंत गंभीरता से ले रहा है और किसी भी स्तर पर हुई लापरवाही को बख्शा नहीं जाएगा। जितेन्द्र कुमार जैसे अनुभवी अधिकारी को जांच की जिम्मेदारी सौंपकर प्रशासन ने यह संदेश भी दे दिया है कि रिपोर्ट निष्पक्ष, तथ्यपरक और त्वरित होनी चाहिए।

अब सभी की निगाहें जांच अधिकारी की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो न केवल इस हादसे की सच्चाई सामने लाएगी, बल्कि भविष्य के लिए एक ठोस कार्ययोजना का आधार भी बनेगी।

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