भारी वर्षा और जलभराव पर हरिद्वार में स्कूल-आंगनबाड़ी बंद,, डीएम मयूर दीक्षित ने छात्रहित में लिया आपात निर्णय,, रेड अलर्ट के बीच प्रशासन ने जारी किए सख्त निर्देश

इन्तजार रजा हरिद्वार- भारी वर्षा और जलभराव पर हरिद्वार में स्कूल-आंगनबाड़ी बंद,,
डीएम मयूर दीक्षित ने छात्रहित में लिया आपात निर्णय,,
रेड अलर्ट के बीच प्रशासन ने जारी किए सख्त निर्देश
हरिद्वार, 18 सितम्बर।
जनपद हरिद्वार में भारी वर्षा और जलभराव की आशंका को देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आज 18 सितम्बर 2025 को सभी राजकीय, परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया। यह आदेश आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 30(2) के तहत तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
भारत मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून द्वारा जारी ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार 18 सितम्बर को हरिद्वार जनपद में मध्यम से भारी वर्षा, आकाशीय बिजली गिरने, गर्जन के साथ वर्षा और जलभराव की प्रबल संभावना जताई गई है। विभाग ने इसके लिए रेड अलर्ट भी जारी किया है। नदी-नालों में जलस्तर बढ़ने की चेतावनी के मद्देनज़र डीएम ने छात्रहित और बाल्यहित में यह निर्णय लिया।
डीएम मयूर दीक्षित ने सभी तहसीलों, संबंधित विभागों और शिक्षा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि आदेश का अक्षरशः पालन कराया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई विद्यालय या विभाग इस आदेश की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के अंतर्गत कठोर दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने अभिभावकों और आमजन से अपील की है कि वे मौसम की गंभीरता को देखते हुए सतर्क रहें और बच्चों को अनावश्यक बाहर न जाने दें। साथ ही, किसी भी आपदा या आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष के रूप में डीएम ने कहा कि भारी बारिश और जलभराव के चलते बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इसलिए एक दिन का अवकाश अनिवार्य रूप से रखा गया है। इस दौरान संबंधित विभागों को न केवल आदेश के अनुपालन बल्कि राहत-बचाव और निगरानी व्यवस्था को भी मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन की इस त्वरित कार्रवाई को लेकर आमजन में राहत की भावना है। कई अभिभावकों ने कहा कि समय रहते बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने से हादसों की संभावना कम होगी। वहीं स्कूल प्रबंधन को भी साफ निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने परिसर में जलभराव या बिजली गिरने जैसी किसी भी स्थिति के प्रति सतर्क रहें और आवश्यकता पड़ने पर प्रशासन से संपर्क करें।
भारी वर्षा के बीच जारी रेड अलर्ट के मद्देनज़र यह निर्णय छात्रों और छोटे बच्चों के हित में एहतियाती कदम माना जा रहा है। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों, नालों और जलभराव वाले स्थानों से दूरी बनाए रखें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।