हर शिकायत पर तुरंत एक्शन, डीएम मयूर दीक्षित का जनता दरबार,, 125 शिकायतें दर्ज, भूमि विवाद, पेंशन और बिजली-पानी रहे प्रमुख मुद्दे,, समाधान में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त: डीएम का सख्त संदेश,,

इन्तजार रजा हरिद्वार- हर शिकायत पर तुरंत एक्शन, डीएम मयूर दीक्षित का जनता दरबार,,
125 शिकायतें दर्ज, भूमि विवाद, पेंशन और बिजली-पानी रहे प्रमुख मुद्दे,,
समाधान में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त: डीएम का सख्त संदेश,,
रिपोर्ट: इन्तजार रजा | हरिद्वार | Daily Live Uttarakhand
हरिद्वार प्रशासन द्वारा नागरिकों की समस्याओं को सीधे तौर पर सुनने और उनका त्वरित समाधान निकालने के उद्देश्य से सोमवार को रोशनाबाद स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में जनता दरबार का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में जिले भर से आए फरियादियों ने अपनी-अपनी समस्याएं रखीं। कुल 123 शिकायतें दर्ज की गईं जिनमें से कई का मौके पर ही समाधान कर दिया गया जबकि शेष के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए।
✅ प्रशासनिक पारदर्शिता की मिसाल बना जनता दरबार
जैसे ही सुबह 10 बजे कलेक्ट्रेट परिसर के दरबार हॉल में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित पहुंचे, उनके साथ पुलिस अधीक्षक, एसडीएम, तहसीलदार, समाज कल्याण, बिजली, पेयजल, कृषि, श्रम विभाग, राजस्व विभाग, शिक्षा और पंचायती राज समेत लगभग सभी विभागों के अधिकारी पहले से तैयार बैठे थे। फरियादियों की लंबी कतार पहले से ही परिसर में इंतज़ार कर रही थी।
जनता दरबार में आए बुजुर्ग, महिलाएं, विकलांग, किसान और बेरोज़गार युवा सबसे पहले अपनी बारी के अनुसार मंच के सामने रखे माइक पर पहुंचते और अपनी बात रखते। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित पूरी संजीदगी और गंभीरता से प्रत्येक व्यक्ति की बात को सुनते और संबंधित विभाग के अधिकारियों को समाधान के निर्देश देते।
📝 किन-किन समस्याओं पर पहुंची सबसे ज्यादा शिकायतें?
जनता दरबार में दर्ज 123 शिकायतों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि हरिद्वार ज़िले की जमीनी हकीकत क्या है। इन शिकायतों में निम्नलिखित विषय प्रमुख रूप से उभरे:
क्रमांक | समस्या का प्रकार | शिकायतों की संख्या |
---|---|---|
1 | भूमि विवाद / भू-राजस्व | 36 |
2 | वृद्धावस्था, विधवा पेंशन | 22 |
3 | पेयजल / नल कनेक्शन | 17 |
4 | बिजली कटौती / बिल संबंधी | 14 |
5 | प्रधानमंत्री आवास योजना | 11 |
6 | पुलिस / कानून व्यवस्था | 9 |
7 | श्रम विभाग / ई-श्रम कार्ड | 7 |
8 | शिक्षा / विद्यालय संबधी | 4 |
9 | अन्य | 3 |
👩🦳 विकलांग, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए संवेदनशील रहा दरबार
जनता दरबार की सबसे प्रभावशाली बात यह रही कि विकलांग, बुजुर्ग और महिलाएं जब अपनी फरियाद लेकर पहुंचीं, तो डीएम ने न केवल उन्हें प्राथमिकता दी, बल्कि उनके मामलों को गंभीरता से लेते हुए खुद व्यक्तिगत रूप से अधिकारियों से संवाद किया।
उदाहरण के लिए, लक्सर से आई एक शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें पेंशन पिछले 11 महीने से नहीं मिली है। इस पर डीएम ने समाज कल्याण अधिकारी को तुरंत बुलाया और तीन दिनों में समाधान का आदेश दिया।
वहीं पथरी क्षेत्र से आई एक विकलांग महिला, जिनके परिवार के पास राशन कार्ड नहीं था, उन्होंने रोते हुए गुहार लगाई। डीएम ने मौके पर मौजूद पूर्ति निरीक्षक को आदेश दिया कि तुरंत सत्यापन करके उनका नाम सूची में जोड़ें।
🧾 तत्काल समाधान के ये रहे उदाहरण
जनता दरबार में कई ऐसी शिकायतें भी आईं जिनका स्थल पर ही समाधान कर दिया गया। कुछ उदाहरण नीचे दिए गए हैं:
- भूमि विवाद: बहादराबाद के रहने वाले एक शिकायतकर्ता ने बताया कि उनके खेत की नाप नहीं हो रही। तहसीलदार को निर्देशित किया गया कि दो दिन में राजस्व टीम भेजी जाए।
- पानी की किल्लत: कनखल के एक मोहल्ले में पिछले 5 दिन से पानी नहीं आने की शिकायत पर जल संस्थान अधिकारी को उसी दिन पाइपलाइन जांचने भेजा गया।
- पेंशन रुकना: रुड़की के एक बुजुर्ग की विधवा पेंशन रुकी थी, मौके पर ही समाज कल्याण अधिकारी ने जाँच कर फॉर्म भरवाया।
🚨 अधिकारियों को चेतावनी: “लापरवाही बर्दाश्त नहीं”
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने दरबार के समापन से पहले सख्त लहजे में अधिकारियों को चेतावनी दी कि:
“जनता की समस्या का समाधान प्रशासन की प्राथमिकता है। यदि किसी अधिकारी की लापरवाही पाई गई, तो निलंबन तक की कार्रवाई से भी पीछे नहीं हटेंगे।”
उन्होंने कहा कि जिले की जनता को विश्वास में लेने के लिए प्रशासन को अपने कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही लानी होगी। “शिकायतों को टालने की प्रवृत्ति अब नहीं चलेगी,” डीएम ने स्पष्ट रूप से कहा।
🗂 समाधान प्रक्रिया पर निगरानी और फॉलोअप
जनता दरबार में आई शिकायतों की समाधान प्रक्रिया पर निगरानी के लिए एक विशेष टीम गठित की जा रही है जो सप्ताह में दो बार सभी विभागों से प्रगति रिपोर्ट मांगेगी। जिलाधिकारी स्वयं सप्ताह में एक बार सभी शिकायतों की समीक्षा करेंगे।
डीएम ने यह भी कहा कि भविष्य में प्रत्येक शिकायतकर्ता को एक ट्रैकिंग नंबर दिया जाएगा जिससे वे अपने समाधान की स्थिति को ऑनलाइन या कॉल के ज़रिए जान सकेंगे।
💬 जनता की प्रतिक्रिया: “पहली बार किसी डीएम ने इतनी संवेदनशीलता दिखाई”
जनता दरबार में आए अधिकांश लोगों ने डीएम मयूर दीक्षित की कार्यशैली की सराहना की। एक महिला फरियादी ने कहा, “पहली बार किसी डीएम ने हमारी बात इस तरह सुनी, नहीं तो पहले तो हमें चौकी-दफ्तरों के चक्कर ही काटने पड़ते थे।”
वहीं एक युवा ने कहा, “सरकार अगर इस दरबार को हर हफ्ते आयोजित करे तो हमारी बहुत सी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।” बुजुर्गों ने प्रशासन से आग्रह किया कि हर ब्लॉक स्तर पर भी ऐसे कार्यक्रम हों ताकि गरीब तबके को राहत मिल सके।
भविष्य की योजना: हर महीने होगा विशेष समाधान शिविर
डीएम मयूर दीक्षित ने घोषणा की कि अब से हर महीने के पहले सोमवार को जनता दरबार आयोजित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त कुछ विशेष जनसमस्याओं पर केंद्रित समाधान शिविर भी आयोजित किए जाएंगे, जैसे:
- केवल वृद्धजनों की समस्याओं के लिए “वरिष्ठ समाधान शिविर”
- केवल किसान व कृषि विभाग की समस्याओं के लिए “कृषि समाधान शिविर”
- विकलांगों के लिए “दिव्यांग समाधान अभियान”
🎙 डीएम हरिद्वार मयूर दीक्षित ने कहा कि:
“हर शिकायत मेरे लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी है। अगर एक भी व्यक्ति को न्याय नहीं मिला, तो मैं खुद को असफल मानूंगा। शासन के निर्देशों के अनुरूप जनता दरबार को और प्रभावी बनाया जाएगा।”
🔚: जनता दरबार नहीं, एक नया संवाद मंच
हरिद्वार प्रशासन द्वारा आयोजित यह जनता दरबार अब सिर्फ शिकायत दर्ज करने का मंच नहीं बल्कि न्याय और समाधान की उम्मीद का प्रतीक बनता जा रहा है। डीएम मयूर दीक्षित की पहल और उनकी सक्रिय भागीदारी से यह साबित हो रहा है कि यदि प्रशासन चाहे तो ज़मीनी समस्याओं का समाधान संभव है।
जनता दरबार की यह तस्वीरें और आँकड़े दर्शाते हैं कि लोकतंत्र का सही चेहरा वहीं है जहां अधिकारी आमजन की सुनते हैं और तुरंत कार्रवाई करते हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, एसपी क्राईम एवं यातायात जितेन्द्र मेहरा, अपर जिलाधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.आरके सिंह, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नलिनी ध्यानी, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक आशुतोष भण्डारी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।