बहादराबाद में गणपति कैमिकल फैक्ट्री में भयानक अग्निकांड में मालिक सहित दो की जलकर दर्दनाक मौत, एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने किया घटनास्थल पर मौका मुआयना, फॉरेंसिक जांच सहित जांच पड़ताल हेतु आवश्यक कार्रवाई के दिए निर्देश
आग के तांडव पर दमकल कर्मियों ने दिन-रात मेहनत कर आग की काबू, आग के खौफनाक मंज़र से ग्रामीणों को भी दहशत, फॉरेंसिक टीम और दमकल विभाग के अधिकारी अग्निकांड के कारणों की जांच में जुटे, अग्निकांड में फैक्ट्री सहित उत्पादन मशीनें, केमिकल्स, और अन्य महत्वपूर्ण सामग्रियां आग की चपेट में आकर नष्ट, हादसा न केवल फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों के लिए, बल्कि उद्योग जगत के लिए भी एक बड़ी चेतावनी

इन्तजार रजा हरिद्वार – बहादराबाद में गणपति कैमिकल फैक्ट्री में भयानक अग्निकांड में मालिक सहित दो की जलकर दर्दनाक मौत, एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने किया घटनास्थल पर मौका मुआयना, फॉरेंसिक जांच सहित जांच पड़ताल हेतु आवश्यक कार्रवाई के दिए निर्देश
आग के तांडव पर दमकलकर्मियों ने दिन-रात मेहनत कर आग की काबू, आग के खौफनाक मंज़र से ग्रामीणों को भी दहशत, फॉरेंसिक टीम और दमकल विभाग के अधिकारी अग्निकांड के कारणों की जांच में जुटे, अग्निकांड में फैक्ट्री सहित उत्पादन मशीनें, केमिकल्स, और अन्य महत्वपूर्ण सामग्रियां आग की चपेट में आकर नष्ट, हादसा न केवल फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों के लिए, बल्कि उद्योग जगत के लिए भी एक बड़ी चेतावनी
हरिद्वार में बहादराबाद थाना क्षेत्र में गणपति केमिकल फैक्ट्री में हुए एक भीषण अग्निकांड ने न केवल फैक्ट्री के कर्मचारियों की जिंदगी को खतरे में डाला, बल्कि दो लोगों की जान भी ले ली। घटना ने आसपास के ग्रामीणों को भी दहशत में डाल दिया। इस हादसे में फैक्ट्री मालिक और एक कर्मचारी की जान चली गई, जबकि एक अन्य कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गया। इस हादसे के बाद प्रशासन ने मामले की गहन जांच के निर्देश दिए हैं और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक टीम भी भेजी गई है।
घटना रविवार शाम को इब्राहिमपुर स्थित गणपति केमिकल कंपनी में घटी। उस दिन शाम के समय फैक्ट्री में अचानक आग लग गई, और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। फैक्ट्री की छत से निकलते हुए लपटें आसमान तक पहुंचने लगीं, जिससे पूरे इलाके में धुएं का गुबार छा गया। आग के कारण फैक्ट्री में अफरा-तफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। आग इतनी भयंकर थी कि दमकल विभाग की टीमों को आग बुझाने में काफी समय लग गया।
दमकल विभाग की मुस्तैदी…….आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीमों को मौके पर भेजा गया। हरिद्वार, सिडकुल, लक्सर, और रुड़की से दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गईं। यह प्रयास रात भर जारी रहा, लेकिन आग पर काबू पाना आसान नहीं था। दमकलकर्मियों ने दिन-रात मेहनत की और आखिरकार आग पर काबू पा लिया। इस दौरान, फैक्ट्री में काम करने वाले चार कर्मचारी लापता हो गए थे, जिनकी खोज के लिए टीमों का गठन किया गया था। बाद में, दो कर्मचारियों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से झुलस गया।
जान गंवाने वाले लोग………. इस आग में फैक्ट्री के मालिक महेश चंद्र अग्रवाल की मौत हो गई। वे ज्वालापुर के हरी लोक कॉलोनी के निवासी थे। इसके अलावा, संजय नामक एक अन्य कर्मचारी की भी मौत हो गई। संजय का घर रामपुर जिले के नवाब नगर में था। इसके अलावा, फैक्ट्री में काम कर रहे जोगेंद्र सैनी नामक एक अन्य कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गए, जिन्हें इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है। उनकी स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है, लेकिन फिलहाल उनके स्वास्थ्य में कोई बदलाव की सूचना नहीं आई है।
घटनास्थल पर एसएसपी का निरीक्षण……..घटना के बाद एसएसपी परमेंद्र सिंह डोबाल ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने घटनास्थल पर मौजूद पुलिस अधिकारियों और दमकल विभाग को निर्देश दिया कि वे इस मामले की गहनता से जांच करें और जल्द ही मामले को सुलझाएं। एसएसपी ने यह भी सुनिश्चित किया कि जांच के दौरान सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही को न छोड़ा जाए। इसके बाद, फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू की। फॉरेंसिक टीम और दमकल विभाग के अधिकारी इस अग्निकांड के कारणों की जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह संभावना जताई जा रही है कि आग किसी तकनीकी गड़बड़ी या सुरक्षा उपायों की कमी के कारण लगी हो सकती है। हालांकि, जांच के बाद ही आग लगने के असली कारण का खुलासा हो पाएगा। इस दौरान, दमकल विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में तेजी से जुटे हुए हैं।
इस अग्निकांड में फैक्ट्री पूरी तरह से जलकर राख हो गई। फैक्ट्री के अंदर की सभी उत्पादन मशीनें, केमिकल्स, और अन्य महत्वपूर्ण सामग्रियां आग की चपेट में आकर नष्ट हो गईं। यह हादसा न केवल फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों के लिए, बल्कि उद्योग जगत के लिए भी एक बड़ी चेतावनी है कि सुरक्षा उपायों को हर हाल में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। आग बुझने के बाद फैक्ट्री का निरीक्षण किया गया और साक्ष्य जुटाए गए, जो भविष्य में जांच के काम आ सकते हैं। आग के कारण आसपास के गांवों में दहशत फैल गई। इलाके में धुएं का गुबार और आग की लपटें फैलने से ग्रामीणों में डर और भय का माहौल था। कई लोगों को इस बात की चिंता थी कि आग फैक्ट्री के बाहर न फैल जाए और पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले ले। इसके अलावा, ग्रामीणों को यह भी आशंका थी कि इस घटना के कारण स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है, क्योंकि हवा में रासायनिक तत्वों के घुलने की संभावना थी।
प्रशासन की जिम्मेदारी………..इस घटना के बाद प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों। एसएसपी परमेंद्र सिंह ने इस बारे में अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि वे इस घटना की गहनता से जांच करें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें। साथ ही, प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि फैक्ट्रियों में सुरक्षा उपायों का पालन किया जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। सरकार को औद्योगिक क्षेत्रों में कड़े सुरक्षा मानकों को लागू करने पर ध्यान देना होगा।
गणपति केमिकल फैक्ट्री में हुआ अग्निकांड एक दर्दनाक और गंभीर हादसा था। इस घटना ने न केवल दो लोगों की जान ली, बल्कि आसपास के क्षेत्र में भय का माहौल बना दिया। यह घटना एक चेतावनी है कि औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। सरकार, प्रशासन और उद्योग जगत को इस घटना से सीख लेकर भविष्य में सुरक्षा उपायों को और अधिक प्रभावी बनाना होगा। हमें इस हादसे को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं न हों।