नशा मुक्त हरिद्वार की ओर एक और कदम, सिडकुल पुलिस ने सात लाख की अवैध गांजा तस्करी का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर क्रांति की बात, असल में नशा तस्कर निकला इशांत तेजियान, कई आपराधिक मामलों में नाम, फिर भी सोशल मीडिया पर क्रांतिकारी छवि, पुलिस मुठभेड़ पर कस रहा था तंज, एक और साथी फरार, तलाश में जुटी सिडकुल पुलिस

इन्तजार रजा हरिद्वार- नशा मुक्त हरिद्वार की ओर एक और कदम, सिडकुल पुलिस ने सात लाख की अवैध गांजा तस्करी का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर क्रांति की बात, असल में नशा तस्कर निकला इशांत तेजियान, कई आपराधिक मामलों में नाम, फिर भी सोशल मीडिया पर क्रांतिकारी छवि, पुलिस मुठभेड़ पर कस रहा था तंज, एक और साथी फरार, तलाश में जुटी सिडकुल पुलिस
हरिद्वार, सिडकुल।
जनपद हरिद्वार में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान को एक और बड़ी सफलता मिली है। सिडकुल थाना पुलिस ने दो अलग-अलग स्थानों पर कार्रवाई कर नशा तस्करी के गिरोह से जुड़े दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कुल 31.320 किलोग्राम गांजा बरामद किया है, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत सात लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है। गिरफ्तार किए गए तस्करों में एक नाम इशांत तेजियान का है, जो सोशल मीडिया पर खुद को क्रांतिकारी और जनसेवक बताकर पुलिस पर सवाल उठाया करता था, जबकि असलियत में वह गांजा तस्करी का सरगना निकला।
इस कार्रवाई को हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। डोबाल द्वारा जिले को नशा मुक्त करने के निर्देशों के क्रम में थाना सिडकुल पुलिस लगातार सक्रिय है और नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। एसएसपी ने सफलता प्राप्त करने वाली टीम को बधाई दी है।
पहला आरोपी सौरभ : 10 किलो गांजे के साथ रामनगर तिराहे से गिरफ्तार
गुरुवार की दोपहर, सिडकुल थाना पुलिस को सूचना मिली कि एक युवक भारी मात्रा में अवैध गांजा लेकर रामनगर तिराहा, ब्रह्मपुरी की ओर जा रहा है। पुलिस ने तुरंत एक टीम गठित कर संदिग्ध व्यक्ति की तलाश शुरू की। मौके पर पहुँच कर तलाशी लेने पर पुलिस ने युवक के पास से 10.120 किलोग्राम गांजा बरामद किया।
पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम सौरभ निवासी हरिद्वार बताया और खुलासा किया कि यह गांजा वह इशांत तेजियान और उसके एक साथी सुमित गुर्जर के निर्देश पर बेचने ले जा रहा था। आरोपी के खिलाफ थाना सिडकुल में मुकदमा अपराध संख्या 196/2025 अंतर्गत धारा 8/20 एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
मुख्य सरगना इशांत तेजियान : सियाज कार से 21 किलो गांजे के साथ धराया
सौरभ की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बड़ी जानकारी हाथ लगी। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने इशांत तेजियान को ट्रेस किया और मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी। थोड़ी ही देर में सूचना मिली कि इशांत सियाज कार में सवार होकर सिडकुल क्षेत्र की ओर आ रहा है।
आईएमसी चौक के पास सर्विस रोड पर नाकाबंदी कर पुलिस टीम ने वाहन को रोका और तलाशी ली। कार के पिछले हिस्से में छुपाकर रखे गए 21.200 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया। पुलिस ने तत्काल इशांत को मौके पर गिरफ्तार कर लिया।
इशांत के खिलाफ थाना सिडकुल पर मुकदमा अपराध संख्या 197/2025, धारा 8/20/60 एनडीपीएस अधिनियम में मामला पंजीकृत किया गया।
कई आपराधिक मामलों में नाम, फिर भी सोशल मीडिया पर क्रांतिकारी छवि
इशांत तेजियान का नाम पुलिस रिकॉर्ड में नया नहीं है। एसपी सिटी पंकज गैरोला के अनुसार, इशांत पहले भी मारपीट, बलवा और आपराधिक धमकी जैसे मामलों में अभियुक्त रह चुका है। बावजूद इसके वह सोशल मीडिया पर अक्सर खुद को सामाजिक कार्यकर्ता और युवा क्रांतिकारी के तौर पर प्रचारित करता था।
वह आए दिन पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता और युवाओं को जागरूकता के नाम पर गुमराह करता नजर आता था। लेकिन उसकी गिरफ्तारी के बाद असलियत सामने आ गई कि वह स्वयं नशा तस्करी जैसे गंभीर अपराध में लिप्त था।
यह मामला एक बार फिर यह स्पष्ट करता है कि सोशल मीडिया पर जो दिखता है, वह हमेशा सच नहीं होता। ऐसे नकली चेहरे, जो समाजसेवा की आड़ में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं, समाज के लिए ज्यादा खतरनाक होते हैं।
एक और साथी फरार, तलाश में जुटी पुलिस
इशांत का एक और साथी सुमित गुर्जर इस पूरे नेटवर्क में शामिल है, जो अभी फरार चल रहा है। पुलिस ने उसके संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरू कर दिया है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है।
एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि पुलिस को इस गिरोह की गतिविधियों की जानकारी पहले से थी, लेकिन पुख्ता साक्ष्यों के इंतजार में कार्रवाई रोकी गई थी। अब जब गांजा सहित मुख्य आरोपी गिरफ्तार हो चुका है, गिरोह की पूरी जड़ें उजागर करने की तैयारी है।
थाना सिडकुल पुलिस की टीम को मिली सराहना
पूरी कार्रवाई थाना सिडकुल प्रभारी मनोहर सिंह भंडारी के नेतृत्व में की गई। इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम इस प्रकार रही:
- मनोहर सिंह भंडारी – थानाध्यक्ष, थाना सिडकुल
- नंदकिशोर ग्वाड़ी – वरिष्ठ उप निरीक्षक
- शैलेंद्र ममगई – चौकी प्रभारी कोर्ट
- सुनील सैनी – हेड कांस्टेबल (101)
- कांस्टेबल 1093
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने इस साहसिक कार्रवाई के लिए टीम की प्रशंसा की और भविष्य में भी नशे के खिलाफ ऐसी ही कठोर कार्यवाहियों का संकेत दिया।
नशा मुक्ति की ओर जनजागरण भी जरूरी
हरिद्वार जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक शहर में इस प्रकार की गतिविधियाँ चिंता का विषय हैं। नशा तस्करों की गिरफ्तारी जितनी जरूरी है, उतना ही जरूरी है समाज को जागरूक करना, ताकि युवा पीढ़ी इस जाल में न फँसे।
पुलिस की इस कार्यवाही से साफ संकेत मिला है कि चाहे कोई कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, नशे के कारोबार में लिप्त व्यक्तियों को बख्शा नहीं जाएगा।
नकली चेहरों से सतर्क रहने की आवश्यकता
इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि समाज में कुछ लोग दोहरे चेहरे लेकर चलते हैं — एक चेहरा समाजसेवा और क्रांति का, और दूसरा अंधेरे में छिपा आपराधिक चेहरे का। ऐसे में आम नागरिकों को भी सजग रहना होगा कि वे किन लोगों को अपना मार्गदर्शक मान रहे हैं।
हरिद्वार पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल एक बड़े नशा तस्करी रैकेट को ध्वस्त किया है, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया है कि “अपराध चाहे जितना भी छुपाया जाए, एक दिन उजागर हो ही जाता है।”