कलस्टर आधारित पॉलीहाउस योजना की समीक्षा बैठक संपन्न,, उच्च मूल्य फसलों व जैविक उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा,, सीडीओ हरिद्वार आकांक्षा कोण्डे ने महिला समूहों को जोड़कर तेज़ी से क्रियान्वयन के दे दिए निर्देश

इन्तजार रजा हरिद्वार- कलस्टर आधारित पॉलीहाउस योजना की समीक्षा बैठक संपन्न,,
उच्च मूल्य फसलों व जैविक उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा,, सीडीओ हरिद्वार आकांक्षा कोण्डे ने
महिला समूहों को जोड़कर तेज़ी से क्रियान्वयन के दे दिए निर्देश
हरिद्वार, 26 जुलाई 2025 —
मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) महोदया की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत सभागार में उद्यान विभाग द्वारा संचालित नाबार्ड की RIDF योजना के अंतर्गत कलस्टर आधारित पॉलीहाउस निर्माण कार्य की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य योजनान्तर्गत लक्ष्यों की प्रगति, वर्तमान स्थिति तथा क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं की गहन समीक्षा करना था।
बैठक में सीडीओ महोदया ने स्पष्ट निर्देश दिए कि उद्यान विभाग को दिए गए लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कृषकों की आय में वास्तविक वृद्धि तभी संभव है जब कलस्टरों का चयन सोच-समझकर किया जाए तथा उच्च मूल्य वर्धक फसलों जैसे टमाटर, शिमला मिर्च, स्ट्रॉबेरी, फूल आदि को प्राथमिकता दी जाए, जिनकी बाजार में मांग बनी रहती है। इसके साथ ही उन्होंने प्रत्येक कलस्टर में जैविक खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि कृषकांश अधिक होने के कारण योजना की प्रगति अपेक्षाकृत धीमी रही है। इस पर सीडीओ ने निर्देशित किया कि स्वयं सहायता समूहों, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM), सहकारिता विभाग और रीप समूह की महिलाओं को योजना से जोड़ा जाए ताकि तेजी से कार्य हो सके। उन्होंने सुझाव दिया कि चयन उपरान्त समूहों को 100 वर्ग मीटर की जगह अब 500 वर्ग मीटर तक का पॉलीहाउस निर्माण हेतु पात्रता दी जाए।
सीडीओ महोदया ने विशेष रूप से निर्देश दिए कि उद्यान विभाग के सभी सचल दल प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र के विकास खंडों में BMM (ब्लॉक मिशन मैनेजर) से व्यक्तिगत रूप से संपर्क स्थापित करें ताकि सामंजस्य से योजना में गति लाई जा सके। उन्होंने जिला परियोजना प्रबंधक को निर्देशित किया कि महिला स्वयं सहायता समूहों को योजना से जोड़कर उन्हें लाभान्वित किया जाए और उद्यान विभाग को हर स्तर पर सहयोग किया जाए।
बैठक के अंत में सीडीओ ने यह भी स्पष्ट किया कि जनपद के लिए निर्धारित लक्ष्यों के सापेक्ष प्रतिदिन एवं साप्ताहिक प्रगति की रिपोर्ट अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाए, जिससे योजनागत मॉनिटरिंग समयबद्ध रूप से संभव हो सके।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी, मुख्य कृषि अधिकारी, जिला परियोजना प्रबंधक, मुख्य उद्यान अधिकारी, सहायक निबंधक (सहकारिता) तथा उद्यान विभाग के सभी फील्ड कर्मचारी बैठक में उपस्थित रहे। बैठक में पॉलीहाउस निर्माण की दिशा में किए गए अब तक के कार्यों की जानकारी साझा की गई और आगामी लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु साझा रणनीति बनाई गई।
यह समीक्षा बैठक न केवल योजना की गति को बढ़ाने की दिशा में एक ठोस प्रयास रही, बल्कि इसमें महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण से जोड़ने की प्रतिबद्धता भी दिखी। जैविक खेती और उच्च मूल्य फसलों के जरिए किसानों की आय बढ़ाने के इस प्रयास से जिले में सतत कृषि विकास की नई राह प्रशस्त होगी।