नशे के सौदागरों पर कहर, एसएसपी डोबाल की अगुवाई में मेडिकल स्टोर पर बड़ा छापा, नकाब के पीछे था जहर का धंधा, A.N.T.F., ड्रग्स विभाग और ज्वालापुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद, आरोपी गिरफ्तार,

इन्तजार रजा हरिद्वार- नशे के सौदागरों पर कहर,
एसएसपी डोबाल की अगुवाई में मेडिकल स्टोर पर बड़ा छापा, नकाब के पीछे था जहर का धंधा, A.N.T.F., ड्रग्स विभाग और ज्वालापुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद, आरोपी गिरफ्तार,
हरिद्वार:
एक तरफ देश युवाओं को नशे से बचाने की कोशिश में लगा है, वहीं दूसरी ओर कुछ लालची लोग चंद पैसों के लालच में जहर बेच रहे हैं। लेकिन अब हरिद्वार पुलिस ऐसे लोगों को छोड़ने के मूड में नहीं है। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में जिलेभर में नशे के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत सोमवार को ज्वालापुर के सराय गांव में इमामबाड़ा चौक स्थित रजत मेडिकल स्टोर पर छापा मारा गया, जहां से पुलिस और ड्रग विभाग की टीम ने भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद कीं।
यह कार्रवाई A.N.T.F. (Anti Narcotics Task Force), ड्रग्स विभाग और ज्वालापुर कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने की। छापेमारी के दौरान मेडिकल स्टोर पर कोई फार्मासिस्ट मौजूद नहीं था और दुकान संचालक रजत बब्बर मौके पर ही पकड़ा गया। उसके खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुखबिर की सूचना पर की गई प्लानिंग
ड्रग विभाग को पहले से सूचना मिली थी कि सराय गांव का यह मेडिकल स्टोर नशे का अड्डा बन चुका है। यहां प्रतिबंधित दवाइयों और इंजेक्शनों की अवैध बिक्री की जा रही थी। बिना डॉक्टर की पर्ची और बिना फार्मासिस्ट के ये दवाइयां आम लोगों को बेची जा रही थीं।सूचना मिलते ही ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने हरिद्वार जिले की A.N.T.F. टीम और स्थानीय पुलिस को साथ लेकर छापेमारी की योजना बनाई। सोमवार को अचानक टीम मेडिकल स्टोर पर पहुंची और दुकान की तलाशी ली गई।
नकाब के पीछे जहर का धंधा
मेडिकल स्टोर की आड़ में रजत बब्बर ने जो कारोबार चला रखा था, वो किसी अपराध से कम नहीं था। तलाशी के दौरान जो दवाइयां बरामद हुईं, वे सभी नारकोटिक कैटेगरी की थीं, जिनकी बिक्री बिना लाइसेंस और डॉक्टर की पर्ची के नहीं की जा सकती।
टीम ने जब रजत से लाइसेंस और फार्मासिस्ट का प्रमाण मांगा, तो वह कोई जवाब नहीं दे सका। उल्टा गोलमोल बात करता रहा। पूछताछ में पता चला कि मेडिकल किसी और के नाम पर पंजीकृत है, लेकिन संचालन खुद रजत कर रहा था।
बरामद नशीली सामग्री
पुलिस और ड्रग विभाग की टीम ने मेडिकल स्टोर से निम्नलिखित मादक और प्रतिबंधित दवाएं बरामद कीं:
- अल्ट्रा बेन इंजेक्शन – 3 नग
- अल्ट्रा जस्ट टैबलेट – 38 नग
- लिजेसिक इंजेक्शन – 5 नग
- एक्सप्राम प्लस टैबलेट – 10 नग
- कोडीन सल्फेट कफ सिरप – 2 बोतल
- नगदी – ₹4200/-
यह सारी सामग्री NDPS एक्ट के तहत प्रतिबंधित है और इसका बिना वैध अनुमति भंडारण और बिक्री कानूनन अपराध है।
एसपी क्राइम हरिद्वार जितेन्द्र मेहरा का सख्त रुख
इस पूरी कार्रवाई की निगरानी कर रहे एसपी क्राइम जितेन्द्र मेहरा ने सख्त संदेश देते हुए कहा:
“हरिद्वार में नशा बेचने वालों की अब खैर नहीं। मेडिकल स्टोर के नाम पर जहर बेचने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। हम ऐसे हर व्यक्ति को पकड़ेंगे जो युवाओं की जिंदगी से खेल रहा है।”
उन्होंने कहा कि अब तक कई मेडिकल स्टोरों पर कार्रवाई की जा चुकी है और आने वाले दिनों में यह अभियान और तेज किया जाएगा।
ड्रग्स इंस्पेक्टर हरिद्वार अनीता भारती की चेतावनी
ड्रग विभाग की ओर से निरीक्षक अनीता भारती ने स्पष्ट तौर पर कहा:
“जो भी मेडिकल बिना फार्मासिस्ट के चल रहा है, वह गैरकानूनी है। अगर कोई अपने नाम पर लाइसेंस लेकर उसे किराए पर देता है या संचालन किसी और को सौंप देता है, तो उसका लाइसेंस और फार्मासिस्ट रजिस्ट्रेशन दोनों रद्द कर दिए जाएंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि जिलाभर में लाइसेंसधारियों के भौतिक सत्यापन का अभियान चल रहा है और जिसमें गड़बड़ी पाई गई, वहां तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
छापेमारी टीम की जानकारी
ज्वालापुर पुलिस टीम:
- प्रभारी चौकी बाजार: देवेंद्र सिंह तोमर
- हेड कांस्टेबल: हिमेश चंद्र
- कांस्टेबल: दिनेश कुमार
ड्रग्स विभाग टीम:
- निरीक्षक अनीता भारती (हरिद्वार)
- निरीक्षक मेघा (हरिद्वार)
- निरीक्षक अमित कुमार आज़ाद (रुद्रप्रयाग)
- निरीक्षक हार्दिक भट्ट (चमोली)
- निरीक्षक ऋषभ धामा (टिहरी गढ़वाल)
A.N.T.F. टीम:
- उप निरीक्षक: रणजीत सिंह तोमर
- हेड कांस्टेबल: मुकेश कुमार, सुनील कुमार, राजवर्धन भट्ट
कब पकड़ा गया आरोपी और उस पर क्या कार्रवाई हुई?
पकड़े गए आरोपी रजत बब्बर पुत्र विनोद बब्बर, निवासी अंबेडकर नगर, ज्वालापुर को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में FIR संख्या 253/2025, धारा 8/22 NDPS एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
अब उसे न्यायालय में पेश किया जा चुका है, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की संभावना है। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं इस नेटवर्क के पीछे और लोग तो नहीं हैं।
हरिद्वार में नशे के खिलाफ लगातार अभियान
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के आदेश पर जिलेभर में नशे के खिलाफ अभियान छेड़ा गया है। पिछले कुछ महीनों में दर्जनों छापे मारे जा चुके हैं, जिनमें कई मेडिकल स्टोर, क्लीनिक, यहां तक कि रिहायशी इलाकों में बने गोदामों से भी नशीली दवाओं की बरामदगी हुई है।
हरिद्वार अब सिर्फ तीर्थ नगरी नहीं, बल्कि एक ऐसा शहर बनने जा रहा है जहां नशे के लिए कोई जगह नहीं होगी।
जनता से अपील: चुप मत रहिए, आवाज उठाइए
ड्रग विभाग और पुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर आपके आस-पास कोई मेडिकल स्टोर बिना फार्मासिस्ट के चल रहा है, या वहां संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। आपकी एक कॉल, एक मैसेज या शिकायत किसी की जान बचा सकती है।
अब बख्शा नहीं जाएगा
रजत मेडिकल पर हुई यह कार्रवाई पूरे जिले के उन मेडिकल स्टोरों के लिए साफ संदेश है, जो नियम-कायदों की अनदेखी करके नशे का धंधा चला रहे हैं। पुलिस अब कागजों के फेर में नहीं उलझेगी, बल्कि सीधा एक्शन लिया जाएगा।
हरिद्वार पुलिस, ड्रग्स विभाग और A.N.T.F. अब एकजुट हैं। नशे के सौदागरों को एक-एक कर जेल की सलाखों के पीछे डाला जाएगा। अगर आप भी इस समाज को सुरक्षित बनाना चाहते हैं तो सतर्क रहें, आवाज उठाएं और पुलिस का साथ दें।
क्योंकि नशा सिर्फ शरीर को नहीं, पूरे समाज को खोखला कर देता है। और जो इसके खिलाफ खड़ा होता है, वही असली देशभक्त होता है।