मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के तहत हरिद्वार में कार्यशाला का आयोजन,, रेखीय विभागों के समन्वय और लाभार्थी पंजीकरण पर दिया गया विशेष जोर,, सीडीओ आकांक्षा कोंडे के नेतृत्व में सफल आयोजन,, अधिकारियों ने साझा किए सुझाव और रणनीतियां

इन्तजार रजा हरिद्वार- मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के तहत हरिद्वार में कार्यशाला का आयोजन,,
रेखीय विभागों के समन्वय और लाभार्थी पंजीकरण पर दिया गया विशेष जोर,,
सीडीओ आकांक्षा कोंडे के नेतृत्व में सफल आयोजन,, अधिकारियों ने साझा किए सुझाव और रणनीतियां
हरिद्वार, 6 अगस्त 2025।
मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना (एमयूवाई) के अंतर्गत आज विकास भवन, रोशनाबाद हरिद्वार के सभागार में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) श्रीमती आकांक्षा कोंडे के निर्देशन में आयोजित इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विभिन्न रेखीय विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना रहा।
कार्यशाला में एमयूवाई योजना से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों को प्रस्तुत करते हुए योजना टीम द्वारा एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया। योजना का उद्देश्य ग्रामीण उद्यमियों, महिलाओं और सामुदायिक संगठनों को उनकी उद्यमशीलता की यात्रा में सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करना है।
सीडीओ आकांक्षा कोंडे ने उपस्थित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विभाग अपने लाभार्थियों की सूची तत्काल योजना टीम को भेजें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी लाभार्थियों को आवश्यक दस्तावेज जैसे एफएसएसएआई (FSSAI) लाइसेंस और उद्यम (UDYAM) पंजीकरण अवश्य कराना होगा, विशेष रूप से एनआरएलएम और ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के अंतर्गत आने वाले लाभार्थियों के लिए।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि ऑनलाइन लिंक के माध्यम से लाभार्थियों का पंजीकरण आरबीआई परियोजना में करवाया जाए ताकि उन्हें लाइसेंस एवं प्रमाण पत्रों की सुविधा योजना टीम द्वारा प्रदान की जा सके। योजना टीम द्वारा ब्लॉक, सीएलएफ और व्यक्तिगत स्तर पर लाभार्थियों को प्रशिक्षण, परामर्श और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
कार्यशाला में प्रमुख रूप से परियोजना निदेशक श्री कैलाश नाथ तिवारी, जिला विकास अधिकारी श्री वेद प्रकाश, एलडीएम श्री डीके गुप्ता, मत्स्य अधिकारी श्रीमती गरिमा मिश्रा, जिला परियोजना प्रबंधक श्री संजय सक्सेना, डीआरडीए के नवीन नौटियाल, नाबार्ड के डीडीएम, आरसेटी निदेशक तनुज पुण्डीर, योगेन्द्र चोहान, डीटीई सूरज सहित एनआरएलएम, रीप और अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यशाला के अंत में योजना के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए यह सुनिश्चित किया गया कि सभी विभाग आपसी सहयोग और तत्परता से योजना को जमीनी स्तर तक सफलतापूर्वक लागू करेंगे। प्रतिभागियों ने इस कार्यशाला को अत्यंत उपयोगी और दिशा देने वाला बताया।