अपराधियों को खुली चेतावनी रानीपुर कोतवाली में हिस्ट्रीशीटरों की परेड, रानीपुर पुलिस ने दिखाए सख्त तेवर, हर सप्ताह देनी होगी गतिविधियों की जानकारी, दोहराया तो होगी कड़ी कार्रवाई

इन्तजार रजा हरिद्वार- अपराधियों को खुली चेतावनी
रानीपुर कोतवाली में हिस्ट्रीशीटरों की परेड, रानीपुर पुलिस ने दिखाए सख्त तेवर,
हर सप्ताह देनी होगी गतिविधियों की जानकारी, दोहराया तो होगी कड़ी कार्रवाई
हरिद्वार, 12 मई 2025।
जिले में अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाने और हिस्ट्रीशीटरों पर सतत निगरानी बनाए रखने की दिशा में हरिद्वार पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है। सोमवार को एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर कोतवाली रानीपुर में थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटरों की बाकायदा परेड कराई गई। इस दौरान पुलिस ने न केवल उनकी वर्तमान गतिविधियों की जानकारी ली, बल्कि दोबारा किसी भी आपराधिक कृत्य में लिप्त पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की खुली चेतावनी भी दी। परेड के दौरान कोतवाली प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भंडारी ने स्पष्ट कर दिया कि अब पुलिस की निगरानी और सक्रियता पहले से कहीं ज्यादा सख्त और संगठित है। कुल छह हिस्ट्रीशीटरों को कोतवाली बुलाकर एकत्र किया गया, जहां उन्हें सख्ती के साथ यह निर्देश दिया गया कि वे किसी भी संदिग्ध या आपराधिक गतिविधि से दूर रहें।
अब हर सप्ताह देनी होगी रिपोर्ट
रानीपुर पुलिस ने परेड के दौरान एक नया और कड़ा नियम लागू किया है। हिस्ट्रीशीटरों को यह निर्देशित किया गया कि वे साल में एक बार नहीं, बल्कि हर सप्ताह अपनी गतिविधियों की रिपोर्ट संबंधित बीट अधिकारी या पुलिसकर्मी को अनिवार्य रूप से दें। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि पुलिस को उनके रोजमर्रा के व्यवहार, संपर्कों और गतिविधियों की स्पष्ट जानकारी बनी रहे।कोतवाली प्रभारी ने स्पष्ट किया कि जो हिस्ट्रीशीटर इस आदेश का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ न सिर्फ निगरानी बढ़ाई जाएगी, बल्कि आवश्यकतानुसार कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
अपराध नियंत्रण के नए मानक
हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान उनके अपराध नियंत्रण नीति का हिस्सा है, जिसका मुख्य उद्देश्य अपराधियों को पुनर्वास की दिशा में प्रेरित करना, उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना और आम नागरिकों में सुरक्षा का भाव पैदा करना है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अब केवल कार्रवाई के बाद ही नहीं, बल्कि संभावित अपराध को पहले ही रोकने के लिए कार्य योजनाएं बनाई जा रही हैं। हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी के साथ-साथ पुलिस क्षेत्र में गश्त, बीट ड्यूटी और खुफिया निगरानी को भी और अधिक प्रभावी बना रही है।
दोहराया अपराध तो नहीं मिलेगी रियायत
प्रभारी निरीक्षक ने परेड के दौरान हिस्ट्रीशीटरों को सख्त लहजे में बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति दोबारा किसी अपराध में संलिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोरतम धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। ऐसे व्यक्तियों की जमानत तक का विरोध किया जाएगा और उन्हें जेल भेजा जाएगा।
इसके साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि पुलिस किसी के साथ भेदभाव नहीं कर रही है, लेकिन कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।
जन सुरक्षा बनी प्राथमिकता
पुलिस की इस कार्रवाई का उद्देश्य केवल अपराधियों पर दबाव बनाना नहीं, बल्कि आम जनता को यह भरोसा दिलाना भी है कि उनकी सुरक्षा सर्वोपरि है। पुलिस प्रशासन लगातार यह प्रयास कर रहा है कि रानीपुर क्षेत्र अपराधमुक्त और शांतिपूर्ण बना रहे।
क्षेत्रीय नागरिकों ने भी इस पहल का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इस तरह की सख्त कार्रवाइयों से असामाजिक तत्वों में डर पैदा होगा और वे अपराध से दूरी बनाए रखेंगे।
भविष्य में और सख्ती की तैयारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में इस तरह की परेड अन्य थानों में भी कराई जाएगी। साथ ही अपराधियों के खिलाफ निगरानी की प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा। हिस्ट्रीशीटरों के मोबाइल नंबर, सोशल मीडिया गतिविधियों और संपर्क सूत्रों पर भी नजर रखने की तैयारी है।
यह संपूर्ण प्रक्रिया पुलिस की “जीरो टॉलरेंस फॉर क्राइम” नीति के तहत संचालित की जा रही है, जिसमें न केवल अपराध का दमन बल्कि अपराध के मनोविज्ञान को समझते हुए पुनर्वास और निगरानी दोनों को प्राथमिकता दी जा रही है।