सैनिकों के बीच पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बनबसा में आयोजित सैनिक सम्मेलन में दिखाई देशभक्ति की अनूठी छवि, एसएसबी जवानों का बढ़ाया मनोबल, कहा – आपका समर्पण देश की असली ताकत

इन्तजार रजा हरिद्वार- सैनिकों के बीच पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,
बनबसा में आयोजित सैनिक सम्मेलन में दिखाई देशभक्ति की अनूठी छवि,
एसएसबी जवानों का बढ़ाया मनोबल, कहा – आपका समर्पण देश की असली ताकत
बनबसा (चम्पावत), 12 मई। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को चम्पावत जनपद के बनबसा स्थित सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 57वीं वाहिनी में आयोजित सैनिक सम्मेलन में प्रतिभाग कर सैनिकों के बीच पहुंचकर उनका मनोबल बढ़ाया। स्वयं एक सैनिक पुत्र होने के नाते मुख्यमंत्री धामी की इस उपस्थिति ने न केवल जवानों को गर्व का अहसास कराया, बल्कि उनके त्याग और समर्पण को सराहते हुए उन्हें प्रेरणा का संबल भी प्रदान किया।
सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री ने जवानों से सीधा संवाद किया और उनकी आवश्यकताओं, सुविधाओं एवं चुनौतियों को भी गंभीरता से सुना। उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षा बल देश की सीमाओं के प्रहरी हैं और उनका बलिदान किसी भी सम्मान से बड़ा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उत्तराखंड सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और आगे भी करती रहेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “मैं स्वयं एक सैनिक परिवार से आता हूँ। मेरा जन्म और पालन-पोषण सेना की छावनी में हुआ है। इसलिए मैं आपके जज़्बे, अनुशासन और त्याग को दिल से समझता हूँ। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे आप जैसे वीरों के बीच आने और संवाद करने का अवसर मिला।”
इस अवसर पर सशस्त्र सीमा बल की 57वीं वाहिनी के जवानों ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। जवानों ने उन्हें अपने प्रशिक्षण, कार्यक्षेत्र की परिस्थितियों तथा सीमावर्ती इलाकों में आने वाली चुनौतियों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने उनके कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि सीमाओं की रक्षा करने वाले जवानों की वजह से देशवासी चैन की नींद सो पाते हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की ओर से सैनिकों के कल्याण हेतु चलाई जा रही योजनाओं की भी जानकारी दी, जिनमें पूर्व सैनिकों के लिए पुनर्वास, बच्चों की शिक्षा में सहायता, सैनिक कल्याण कोष की वृद्धि जैसे बिंदु प्रमुख थे। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को भी निर्देशित किया कि वह सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात जवानों एवं उनके परिवारों की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करें।
सम्मेलन में बड़ी संख्या में एसएसबी के जवान, अधिकारीगण, जिला प्रशासन के अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री की यह यात्रा सैनिकों के प्रति उत्तराखंड सरकार की संवेदनशीलता और सम्मान का प्रत्यक्ष प्रमाण बनी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह दौरा न केवल एक सैनिक पुत्र का सच्चा सलाम था, बल्कि यह संदेश भी था कि देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले जवानों का सम्मान सर्वोपरि है और उनके लिए सरकार हर स्तर पर प्रतिबद्ध है।