तो क्या हरिद्वार से निकला देशद्रोह का धागा!, पाक जासूस रकीब की गिरफ्तारी से मचा हड़कंप एसएसपी डोबाल बोले- स्थानीय नेटवर्क के संकेत नहीं, लेकिन जांच जारी

इन्तजार रजा हरिद्वार- तो क्या हरिद्वार से निकला देशद्रोह का धागा!,
पाक जासूस रकीब की गिरफ्तारी से मचा हड़कंप
एसएसपी डोबाल बोले- स्थानीय नेटवर्क के संकेत नहीं, लेकिन जांच जारी
हरिद्वार। देश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। पंजाब के बठिंडा आर्मी कैंट से गिरफ्तार हुआ पाकिस्तानी जासूस रकीब कोई बाहरी व्यक्ति नहीं, बल्कि उत्तराखंड के हरिद्वार ज़िले के लक्सर क्षेत्र के डॉसनी गांव का रहने वाला है। यह गिरफ्तारी भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनावपूर्ण रिश्तों की पृष्ठभूमि में और भी गंभीर मानी जा रही है।
दर्ज़ी से जासूस बनने तक का सफर
सूत्रों के अनुसार रकीब पिछले पांच वर्षों से बठिंडा स्थित सेना के कैंट क्षेत्र में दर्ज़ी का काम कर रहा था। वह आर्मी यूनिफॉर्म की सिलाई करता था और यहीं से वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के संपर्क में आया। बताया जा रहा है कि सिलाई के बहाने सेना की गतिविधियों और अन्य संवेदनशील सूचनाओं तक उसकी पहुंच बन गई थी, जिसे वह धीरे-धीरे पाकिस्तान को भेजता रहा।
यह कोई सामान्य मामला नहीं है, क्योंकि सेना की यूनिफॉर्म सिलने के नाम पर रकीब ने सेना के कैंट क्षेत्र में अपनी मजबूत मौजूदगी बनाई और फिर विश्वास हासिल कर खुफिया जानकारी लीक करने लगा। उसकी गिरफ्तारी के बाद यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या और लोग भी इसी तरह की गतिविधियों में संलिप्त हैं?
पुलिस की डॉसनी गांव में दबिश, परिवार से पूछताछ
रकीब की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही हरिद्वार पुलिस सक्रिय हो गई और लक्सर के डॉसनी गांव में उसके घर पर दबिश दी गई। पुलिस टीम ने रकीब के परिवारजनों के अलावा आसपास रहने वाले लोगों से भी पूछताछ की। यह जांच इसलिए जरूरी मानी जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या रकीब का कोई स्थानीय नेटवर्क भी था या वह किसी और के संपर्क में था।
पुलिस ने ग्रामीणों से यह जानने की कोशिश की कि क्या रकीब की गतिविधियों को लेकर कभी किसी को संदेह हुआ या क्या उसने कभी किसी संदिग्ध व्यक्ति से मुलाकात की। हालांकि गांववालों ने रकीब को सामान्य व्यक्ति बताया और किसी तरह की आपत्तिजनक गतिविधि से इनकार किया।
एसएसपी डोबाल का बयान: “हरिद्वार पुलिस सतर्क, कोई ढील नहीं”
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने इस मामले में पत्रकारों से बात करते हुए स्पष्ट किया,
“रकीब की गिरफ्तारी पंजाब से मिली आधिकारिक सूचना के आधार पर की गई है। वह मूल रूप से डॉसनी गांव का रहने वाला है और पिछले कुछ वर्षों से बठिंडा में रह रहा था। उसके परिवार के सदस्य भी अन्य शहरों में सिलाई का काम करते हैं। हमने गांव में उसके घर पर दबिश दी और परिवारजनों से पूछताछ की है। अभी तक किसी स्थानीय स्तर पर नेटवर्क की पुष्टि नहीं हुई है।”
एसएसपी डोबाल ने यह भी बताया कि जांच एजेंसियों से निरंतर संपर्क बना हुआ है और यदि किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलती है तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि
“हरिद्वार पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े किसी भी मामले में हम कोई ढील नहीं बरतेंगे।”
सेना के आसपास काम करने वाले लोगों की जांच शुरू
रकीब की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सेना की संवेदनशील इकाइयों के आसपास काम करने वाले लोगों की पृष्ठभूमि की जांच शुरू कर दी है। इस जांच के दायरे में दर्ज़ी, सफाईकर्मी, आपूर्ति कर्मी और अन्य असैनिक कर्मचारी शामिल हैं, जो सेना की गतिविधियों से किसी न किसी रूप में जुड़े रहते हैं।
यह मामला एक बार फिर इस बात को रेखांकित करता है कि राष्ट्रविरोधी तत्व अब बेहद सूक्ष्म और सामान्य दिखने वाले रास्तों से सेना की जानकारी चुराने की कोशिश कर रहे हैं। सिलाई जैसे सामान्य काम की आड़ में कोई देश के दुश्मनों का मददगार बन सकता है, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।
गांव में मायूसी और शर्मिंदगी का माहौल
रकीब की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही गांव में फैली, डॉसनी में सन्नाटा छा गया। ग्रामीणों को अब भी इस बात पर यकीन नहीं हो रहा कि उनका अपना बेटा देश के खिलाफ इतनी बड़ी साजिश में शामिल हो सकता है। रकीब के एक रिश्तेदार ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,
“वह बचपन से ही शांत और मेहनती लड़का था। कभी नहीं सोचा था कि वह पाकिस्तान के लिए जासूसी करेगा। यह हमारे गांव के लिए बहुत शर्म की बात है।”
चौकसी ही बचाव है
इस पूरे प्रकरण ने सुरक्षा एजेंसियों को यह सिखा दिया है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। चाहे वो कैंट एरिया में काम करने वाला दर्ज़ी हो या बाहर से सब्जी बेचने वाला, अब हर व्यक्ति की पृष्ठभूमि की गंभीरता से जांच की जाएगी।
रकीब की गिरफ्तारी इस बात का संकेत है कि राष्ट्रविरोधी ताकतें हर जगह सक्रिय हैं और हमें हर समय सतर्क रहना होगा। पुलिस और खुफिया एजेंसियों के बीच तालमेल और चौकसी ही ऐसी घटनाओं को रोकने का एकमात्र उपाय है।
फिलहाल रकीब पंजाब में एजेंसियों की हिरासत में है और उससे गहन पूछताछ की जा रही है। अगला कदम यह होगा कि उसके संपर्कों और नेटवर्क की गहराई तक पहुंचा जाए ताकि यह तय किया जा सके कि वह अकेला था या किसी बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा।