उत्तराखंड के भविष्य का सम्मान, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 75 मेधावी छात्रों को किया सम्मानित, धामी सरकार की शिक्षा योजनाओं से छात्रों को मिल रही नई उड़ान

इन्तजार रजा हरिद्वार- उत्तराखंड के भविष्य का सम्मान,
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 75 मेधावी छात्रों को किया सम्मानित,
धामी सरकार की शिक्षा योजनाओं से छात्रों को मिल रही नई उड़ान
देहरादून, 27 मई:
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित मेधावी छात्र सम्मान समारोह में उत्तराखंड बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 75 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। यह कार्यक्रम अमर उजाला समाचार पत्र द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों की उपलब्धियों को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाया गया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि,
“यह सभी प्रतिभाशाली विद्यार्थी हमारे राज्य के उज्ज्वल भविष्य की नींव हैं। इन्होंने अपने माता-पिता, शिक्षकों और विद्यालय के साथ-साथ पूरे उत्तराखंड का मान बढ़ाया है।”
शिक्षा की गुणवत्ता पर सरकार का विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए सरकार लगातार गंभीर प्रयास कर रही है। शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से कई ठोस कदम उठाए गए हैं:
- एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्य पुस्तकें अनिवार्य कर दी गई हैं ताकि शिक्षा का स्तर राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो सके।
- कक्षा 1 से 12 तक निःशुल्क पुस्तकें सभी राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों में छात्रों को प्रदान की जा रही हैं।
- 226 विद्यालय पीएम श्री स्कूल के रूप में विकसित किए जा रहे हैं, जहाँ आधुनिक बुनियादी ढांचा और तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
- 500 विद्यालयों में वर्चुअल कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
- 840 नए स्कूलों में हाइब्रिड स्मार्ट क्लासरूम स्थापित किए जा रहे हैं, जो डिजिटल शिक्षा को नई दिशा देंगे।
मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना की प्रशंसा
श्री धामी ने बताया कि सरकार मेधावी छात्रों को आगे बढ़ने के लिए हर संभव सहायता दे रही है। इस क्रम में मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत कक्षा 6 से 12वीं तक के सरकारी और अशासकीय विद्यालयों के मेधावी छात्रों को हर महीने छात्रवृत्ति दी जा रही है।
इसके अलावा, देश की सांस्कृतिक विविधता से परिचय कराने के लिए प्रत्येक विकासखंड के कक्षा 10वीं और 12वीं के मेधावी छात्रों को भारत भ्रमण पर भेजने की योजना भी शुरू की गई है, जिससे छात्रों का आत्मविश्वास और दृष्टिकोण दोनों विकसित होंगे।
संस्कृति, कौशल और ज्ञान परंपरा का संगम
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार स्थानीय भाषाओं और संस्कृति के संरक्षण हेतु सक्रिय है। इसके लिए गढ़वाली, कुमाऊँनी और जौनसारी भाषाओं में पुस्तकें तैयार की गई हैं। साथ ही, ‘हमारी विरासत’ नामक पुस्तक के माध्यम से कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को भारत की महान सांस्कृतिक परंपराओं और विभूतियों से परिचित कराया जा रहा है।
शिक्षा के साथ कौशल और उद्यमिता को भी बढ़ावा देने के लिए ‘कौशलम कार्यक्रम’ प्रारंभ किया गया है, जिसमें छात्रों को भारतीय ज्ञान परंपरा और व्यावसायिक क्षमताओं से जोड़ने की पहल की गई है।
सम्मान समारोह में विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी, अमर उजाला के सलाहकार संपादक श्री उदय कुमार, देहरादून संपादक श्री अनूप वाजपेयी, और यूनिट हेड श्री पंकज शर्मा उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने मेधावी छात्रों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और उनकी उपलब्धियों को सराहा।
उत्तराखंड सरकार का यह प्रयास न केवल छात्रों का उत्साहवर्धन कर रहा है, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता और समग्र विकास को भी नई दिशा दे रहा है। मेधावी छात्रों का यह सम्मान समाज में शिक्षा के प्रति नई चेतना और प्रेरणा का स्रोत बनेगा।