शव शिनाख्त अभियान में हरिद्वार पुलिस को बड़ी सफलता: गुमशुदा धर्मेंद्र की हुई पहचान,, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित टीम ने 280 से अधिक गुमशुदाओं को ढूंढा, 28 अज्ञात शवों की की गई पहचान,, थाना कनखल में मिले शव की हुई श्यामपुर के धर्मेंद्र से मेल, परिजनों ने की पुष्टि

इन्तजार रजा हरिद्वार- शव शिनाख्त अभियान में हरिद्वार पुलिस को बड़ी सफलता: गुमशुदा धर्मेंद्र की हुई पहचान,,
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित टीम ने 280 से अधिक गुमशुदाओं को ढूंढा, 28 अज्ञात शवों की की गई पहचान,,
थाना कनखल में मिले शव की हुई श्यामपुर के धर्मेंद्र से मेल, परिजनों ने की पुष्टि
हरिद्वार, 26 जून 2025।
जनपद हरिद्वार में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशन में चलाए जा रहे “अज्ञात शव शिनाख्त/गुमशुदा तलाश अभियान” के तहत एक और बड़ी सफलता पुलिस को हाथ लगी है। इस अभियान को विशेष रूप से श्रीमान एसपी क्राइम महोदय द्वारा गठित टीम एवं श्रीमान सीओ (नोडल शव शिनाख्त टीम) के कुशल मार्गदर्शन में संचालित किया जा रहा है।
इस क्रम में, दिनांक 11 मई 2025 को थाना कनखल क्षेत्र में मिले एक अज्ञात शव की शिनाख्त, थाना श्यामपुर में दर्ज गुमशुदगी संख्या 08/25 के गुमशुदा धर्मेंद्र पुत्र स्व. श्री हुकम सिंह, निवासी ग्राम कांगड़ी, थाना श्यामपुर, जनपद हरिद्वार के रूप में की गई।
जांच और शिनाख्त की विस्तृत कार्यवाही
प्रारंभिक जांच में, गुमशुदगी की वादिनी माया देवी द्वारा दिए गए मोबाइल नंबरों पर संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया गया, लेकिन दोनों नंबर “नॉट रीचेबल” पाए गए। तत्पश्चात शव शिनाख्त टीम ने थाना श्यामपुर कार्यालय से संपर्क कर संबंधित जांच अधिकारी के माध्यम से वादिनी का वैकल्पिक संपर्क नंबर प्राप्त किया।
वादिनी से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि तहरीर में गुमशुदगी की दिनांक त्रुटिवश 3 जून 2025 अंकित कर दी गई थी, जबकि वास्तविक गुमशुदगी की तिथि 3 मई 2025 थी। इस अहम सूचना के बाद, जनपद में अब तक मिले अज्ञात शवों की सुनियोजित तुलना की गई।
तलाश में यह स्पष्ट हुआ कि थाना कनखल में दिनांक 11 मई 2025 को मिला अज्ञात शव, वादिनी के पति धर्मेंद्र से मेल खाता है। इसके बाद शव की फोटो वादिनी को भेजी गई, जिसे देखकर उन्होंने और उनके परिजनों ने शव की पुष्टि धर्मेंद्र के रूप में की।
अभियान की बड़ी उपलब्धि
हरिद्वार पुलिस की गठित शव शिनाख्त टीम द्वारा अब तक 280 से अधिक गुमशुदाओं का सफल सत्यापन एवं 28 अज्ञात शवों की पहचान की जा चुकी है, जो कि इस अभियान की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। यह सफलता न केवल तकनीकी दक्षता का प्रमाण है, बल्कि हरिद्वार पुलिस की मानवीय संवेदनशीलता और जवाबदेही का भी उदाहरण है।
गठित टीम में सम्मिलित रहे पुलिसकर्मी:
इस सफल पहचान अभियान में जिन अधिकारियों और कर्मचारियों ने अहम भूमिका निभाई, उनके नाम इस प्रकार हैं—
- इंस्पेक्टर विजय सिंह
- सब इंस्पेक्टर नंदकिशोर
- कांस्टेबल अजयराज
- कांस्टेबल खेम सिंह
- कांस्टेबल राजेश डोभाल
- कांस्टेबल महेंद्र
- कांस्टेबल राजीव बिष्ट
- कांस्टेबल रघुवीर
इन सभी ने अत्यंत सतर्कता, धैर्य और मानवीय संवेदना के साथ कार्य करते हुए परिजनों को वर्षों से लापता अपने सदस्य की जानकारी देकर न सिर्फ एक परिवार को closure दिया बल्कि पुलिस के प्रति विश्वास भी और गहरा किया।
यह अभियान हरिद्वार पुलिस की उन कोशिशों का प्रतीक है, जिसमें प्रत्येक गुमशुदा व्यक्ति की पहचान और परिजनों को न्याय दिलाने हेतु ठोस व सघन प्रयास किए जा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के कुशल नेतृत्व में ऐसे अभियानों से यह उम्मीद की जाती है कि भविष्य में और अधिक मामलों को सुलझाया जाएगा।