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काठा पीर मेले में दुकानदारों के साथ अन्याय की शिकायत,, वक़्फ़ बोर्ड चेयरमैन शादाब शम्स से प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात,, मौ. सलीम घिस्सुपुरा बोले – गरीबों की रोज़ी-रोटी छीनना सरासर ज़ुल्म

इन्तजार रजा हरिद्वार- काठा पीर मेले में दुकानदारों के साथ अन्याय की शिकायत,,

वक़्फ़ बोर्ड चेयरमैन शादाब शम्स से प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात,,

मौ. सलीम घिस्सुपुरा बोले – गरीबों की रोज़ी-रोटी छीनना सरासर ज़ुल्म

हरिद्वार, 1 जुलाई 2025
हजरत शाह मोहम्मद शाह काठा पीर मेले में स्थानीय गरीब दुकानदारों के साथ किए गए अन्याय और अव्यवस्थाओं को लेकर आज एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स से देहरादून स्थित कार्यालय में भेंट की। प्रतिनिधिमंडल ने चेयरमैन को बताया कि इस बार मेले में कुछ प्रभावशाली लोगों ने नियमों को ताक पर रखकर मनमानी की, जिससे अनेक गरीब दुकानदारों को जबरन हटाया गया और उनकी आजीविका पर संकट खड़ा हो गया।

इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल के साथ मौजूद रहे सामाजिक कार्यकर्ता सलीम घिस्सुपुरा ने कहा,

“काठा पीर मेला गरीबों की रोज़ी-रोटी से जुड़ा है। यह बेहद अफसोसजनक है कि इस साल मेले में कुछ लोगों ने अपने निजी स्वार्थ में गरीब दुकानदारों के साथ नाइंसाफी की। उन्हें जबरन हटाया गया, जबकि कई बाहरी लोगों को दुकानें दे दी गईं। यह वक़्फ़ संपत्ति के सिद्धांतों और इस धार्मिक स्थल की गरिमा के खिलाफ है।”

मौ सलीम ने आगे कहा कि वक़्फ़ संपत्तियों का उपयोग गरीबों और मजलूमों की भलाई के लिए होना चाहिए, न कि किसी एक वर्ग विशेष के हितों के लिए। उन्होंने मांग की कि इस प्रकार की घटनाओं की उच्चस्तरीय जांच हो और भविष्य में पारदर्शी व्यवस्था बनाई जाए।

मौ. मुस्तुफा हुसैन यामीन, क्षेत्र पंचायत सदस्य धनपुरा-2 ने कहा,

“काठा पीर मेला केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि सैकड़ों गरीबों की रोज़ी-रोटी का भी साधन है। इस बार मेले में कुछ लोगों ने अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर स्थानीय गरीब दुकानदारों को हटवाया और बाहरी लोगों को दुकानें दिलवाईं, जो बेहद निंदनीय है। वक़्फ़ संपत्तियों का उद्देश्य गरीबों और स्थानीय जरूरतमंदों की सहायता है, न कि किसी खास वर्ग के हित साधना। मैं मांग करता हूं कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो और भविष्य में मेले के आयोजन में पारदर्शिता और न्याय सुनिश्चित किया जाए।”

प्रतिनिधिमंडल ने चेयरमैन को यह भी बताया कि हरिद्वार शहर में वक़्फ़ बोर्ड की कई संपत्तियों पर अवैध कब्जे, रख-रखाव की कमी, और स्थानीय मुस्लिम समुदाय की अनदेखी जैसी समस्याएं बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि वक़्फ़ बोर्ड को इन मुद्दों पर शीघ्र और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

वक़्फ़ बोर्ड चेयरमैन शादाब शम्स ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि काठा पीर मेले की शिकायतों की सतर्कता से जांच की जाएगी और जिन लोगों ने गरीबों के अधिकारों का हनन किया है, उन पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि वक़्फ़ बोर्ड समाज के कमजोर वर्गों के साथ है और किसी भी प्रकार की अनियमितता, भ्रष्टाचार या पक्षपात को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

शम्स ने यह भी कहा कि जल्द ही पूरे राज्य में वक़्फ़ संपत्तियों का डिजिटल सर्वेक्षण शुरू किया जाएगा और स्थानीय लोगों की भागीदारी से पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

इस मुलाकात को हरिद्वार के समाजसेवियों, दुकानदार संगठनों और आम जनता का समर्थन भी मिला है, जिन्होंने वक़्फ़ बोर्ड से जल्द कार्रवाई की उम्मीद जताई है।

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