मोहर्रम पर्व को लेकर हरिद्वार पुलिस सतर्क,, पंचपुरी गढमीरपुर में रानीपुर पुलिस की शांति समिति बैठक में उठे सौहार्द्र व नशामुक्ति के संकल्प,, कोतवाल कमल मोहन भंडारी बोले – “गंगा-जमुनी तहज़ीब और नशामुक्त समाज हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता”

इन्तजार रजा हरिद्वार- मोहर्रम पर्व को लेकर हरिद्वार पुलिस सतर्क,,
पंचपुरी गढमीरपुर में रानीपुर पुलिस की शांति समिति बैठक में उठे सौहार्द्र व नशामुक्ति के संकल्प,,
कोतवाल कमल मोहन भंडारी बोले – “गंगा-जमुनी तहज़ीब और नशामुक्त समाज हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता
हरिद्वार | इन्तज़ार रज़ा | Daily Live Uttarakhand
हरिद्वार जनपद में आगामी मोहर्रम पर्व को लेकर पुलिस-प्रशासन ने चौकसी और जनसम्पर्क—दोनों मोर्चों पर कमर कस ली है। जिले के संवेदनशील गाँव-कस्बों में शांति समिति बैठकों का दौर जारी है, ताकि त्योहार की गरिमा, साम्प्रदायिक सौहार्द्र तथा नशामुक्त वातावरण एक साथ सुनिश्चित किए जा सकें। इसी क्रम में रानीपुर थाना क्षेत्र के ऐतिहासिक पंचपुरी गढमीरपुर गाँव में गुरुवार देर शाम एक विशिष्ट बैठक आयोजित हुई। अध्यक्षता स्वयं रानीपुर कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी ने की, जबकि एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश एवं एएसपी जितेन्द्र कुमार के परामर्श के तहत पूरी रणनीति तैयार की गई।
बैठक-स्थल—ग्राम पंचायत प्रांगण—को पुलिस और ग्रामीणों के एक साझा मंच के रूप में सजाया गया था। मस्जिद कमेटी, मोहल्ला समितियाँ, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि, समाजसेवी, बुज़ुर्ग, महिला प्रतिनिधि और युवाओं ने बड़ी संख्या में भागीदारी की। बैठक का स्वर सामूहिक था—“हमारा त्योहार-हमारी जिम्मेदारी।”
कोतवाल कमल मोहन भंडारी—दोहरे मोर्चे पर स्पष्ट संदेश
कोतवाल रानीपुर कमल मोहन भंडारी ने शुरुआत में ही दो टूक कहा,
“गंगा-जमुनी तहज़ीब हमारे हरिद्वार की धड़कन है। इसे कोई चुनौती नहीं दे सकता। साथ ही, नशा अपराधों की जड़ है; मोहर्रम जैसे पवित्र अवसर पर इसका कोई स्थान नहीं। हम पारंपरिक जुलूस को समयसीमा व तय मार्ग से निकालेंगे, अफवाह या हथियार-प्रदर्शन सहन नहीं होगा, और यदि किसी ने नशे से माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो कठोरतम धाराओं में गिरफ्तारी तय है।”
उन्होंने बताया कि रानीपुर, सुमन नगर, जगजीतपुर व ज्वालापुर के संवेदनशील पॉकेटों में अतिरिक्त फोर्स, मोबाइल पेट्रोलिंग, बॉडी वेयर कैमरे व ड्रोन निगरानी तक की व्यवस्था की गई है। साइबर सेल सोशल मीडिया पर रियल-टाइम मॉनिटरिंग करेगी। कोतवाल ने मंच से ही प्रहरी-दल और मोहल्ला समितियों के संयोजक तय किए, जिनके मोबाइल नंबर सार्वजनिक रूप से बाँटे गए ताकि “कोई भी सूचना, कोई भी आशंका सेकंडों में साझा हो सके।”
नशामुक्ति—पुलिस रणनीति का अभिनव आयाम
हरिद्वार पुलिस ने इस वर्ष मोहर्रम व्यवस्था में “नशे के विरुद्ध जन-जागरण” को विशेष बिंदु के रूप में जोड़ा है। बैठक में बताया गया कि—
- शून्य-सहिष्णुता नीति के तहत शराब, चरस-गांजा, स्मैक या किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ की बिक्री-खपत पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी।
- आबकारी, नारकोटिक्स और SOG की संयुक्त टीमें पर्व-काल में गश्त करेंगी।
- “एक कॉल-क्लीन कॉल” अभियान चलाया जाएगा: संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल चौकी-शिकायत के लिए प्रोत्साहन।
- सरकारी-गैर-सरकारी स्कूलों तथा मदरसों में विशेष नशामुक्ति कार्यशालाएँ आयोजित होंगी।
- जुलूस मार्ग पर “Say No To Drugs, Embrace Peace” संदेश वाले बैनर-पोस्टर और LED वैन तैनात रहेंगी।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मौ. नफीस उर्फ़ राहुल—सामुदायिक नेतृत्व का भरोसा
“पंचपुरी गढमीरपुर ने सदैव वह मिसाल पेश की है जिसे ‘एकता’ कहा जाए। हमारी मस्जिद-कमेटी, आश्रम-प्रबंधन, महिला-मंडल और किशोर बाल सभाएँ मिलकर त्योहार साधना का स्वरूप रचती हैं। हम पुलिस-प्रशासन के निर्देशों को न केवल स्वीकार करते हैं, बल्कि अपने वॉलंटियर-नेटवर्क से लागू भी कराते हैं। निर्धारण यह हुआ है कि ताजिया जुलूस अलसुबह फज्र नमाज़ के बाद रवाना होगा, दोपहर तक हुसैनिया चौक पहुँचेगा और सूरज ढलने से पहले वापसी कर लेगा। मार्ग में 11 स्थानों पर पेयजल, प्राथमिक-चिकित्सा व शौचालय की स्वच्छ व्यवस्था होगी। कोई भी नशेड़ी या अफवाहबाज़ गाँव सीमा में घुसे, ऐसा हम होने नहीं देंगे।”
युवा शक्ति—सोशल मीडिया निगहबान
“हमने हैशटैग #PeacefulMuharramHaridwar जरिये हम सकारात्मक संदेश, ताजिया की झांकियाँ, ऐतिहासिक तथ्य और नशामुक्ति स्लोगन लगातार पोस्ट करेंगे, जिससे भड़काऊ या फेक न्यूज़ का प्राकृतिक काउंटर तैयार हो जाए।”युवाओं ने साथ ही एक भरोसा दिया कि यदि कहीं शराब या मादक पदार्थ की खपत दिखाई देती है तो ‘वीडियो-एविडेंस’ के साथ तुरंत पुलिस को सौंपेंगे।
मा. ओमपाल सिंह राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित—एक शिक्षक की सरपरस्ती क्या कहा आप भी सुनिए
“हमने आजादी-पूर्व के दौर से देखा है कि मोहर्रम केवल मातम-ए-हुसैन का समय नहीं, बल्कि इंसानियत का पाठ पढ़ाने का अवसर भी है। पंचपुरी गढमीरपुर में जब-जब साम्प्रदायिक ताकतों ने सिर उठाने की कोशिश की, तब-तब हिन्दू-मुस्लिम दोनों समाज कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। इस बार एक अतिरिक्त जिम्मेदारी नशे के ख़िलाफ़ लड़ाई की है। शराब-गांजा-कच्ची शराब जैसी बुराइयों ने न जाने कितने घर तोड़े हैं। मैं अपनी उम्र, अनुभव और तजुर्बे से कहता हूँ—त्योहार की पवित्रता तभी बची रह सकती है जब युवा खुद को और अपने साथियों को नशे से दूर रखें, अफवाह से दूर रखें और पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें।”
मा. विनोद कुमार सेवानिवृत्त डिफेंस— क्या कहा आप भी सुनिए
“गाँव की असली ताकत उसकी ‘गांव सभा’ है। पंचायत, मोहल्ला समिति और खेल क्लब—ये तीन स्तंभ हैं जो युवाओं को दिशा देते हैं। हमने तय किया है कि मोहर्रम के दिन कोई भी युवक खाली न बैठे; खेलकूद, रक्तदान शिविर और साफ-सफाई अभियान एक साथ चलेंगे। नशे पर रोक तभी लगेगी जब विकल्प आकर्षक हों। अगर कोई बाहरी तत्त्व—चाहे वह राजनीतिक हो या कारोबारी—शांति भंग करने की कोशिश करे, गाँववाले खुद ही पहले उसे पकड़कर पुलिस के हवाले करेंगे।” गढमीरपुर में आपसी सोहार्द से मनाएंगे मोहर्रम जूलुस पर्व
मा. दलीप कुमार एक वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता—सामुदायिक विवेक से क्या कहा आप भी सुनिए
“मैं किसान हूँ किसान का बेटा हुं और मानता हूँ कि फसल की तरह समाज को भी निरंतर गुड़ाई-सींचाई चाहिए। पुलिस-प्रशासन अगर सुरक्षा का खाद-पानी दे रहा है, तो समुदाय को खर-पतवार यानी नशा-अफवाह उखाड़ फेंकनी होगी। हमने अपने खेतों के किनारे ट्यूबवेल पर CCTV लगवाए हैं, ताकि पर्व के दौरान कोई संदिग्ध आवाजाही रिकॉर्ड हो सके। मोहल्ला समिति ने ‘रोस्टर पेट्रोल’ बनाया है—रात भर दस-दस लोगों की टोली चौकसी करेगी। यह केवल मोहर्रम के लिए नहीं; आगे दिवाली, होली, ईद सबके लिए अनुकरणीय मॉडल बनेगा।”
सुमित जरावरे स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता ने—नवजवान दृष्टिकोण से क्या कहा सुनिए
मोहर्रम जुलूस पर्व की व्यवस्थाओं में बढ़-चढ़कर भाग लेता हूँ। डिजिटल युग में अफवाहें बिजली-सी फैलती हैं; ”हमारे गांव में वर्षों से भाईचारे और सौहार्द की मिसाल कायम रही है। आज की इस बैठक ने साबित कर दिया कि जब प्रशासन, समाज और युवाओं की सोच एक दिशा में हो, तो हर पर्व, चाहे वह किसी भी धर्म का हो, शांति और प्रेम के साथ मनाया जा सकता है। मेरी अपील है कि हम सभी युवा सोशल मीडिया पर भड़काऊ या भ्रम फैलाने वाले संदेशों से दूर रहें और हर धर्म के पर्व को सम्मान के साथ देखें। मोहर्रम केवल ताजिया या जुलूस का नाम नहीं, बल्कि कुर्बानी, सब्र और इंसानियत का पैग़ाम है। हमें अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए नशे से दूर रहकर गांव को सकारात्मक दिशा में ले जाना है। प्रशासन की ओर से जो सहयोग किया जा रहा है, हम उसका स्वागत करते हैं और हर स्तर पर साथ खड़े हैं।”
प्रशासनिक निर्णय—समेकित कार्ययोजना
रानीपुर पुलिस ने ग्राम स्तरीय बैठक के बाद जो 12-बिंदु योजना जारी की, उसका सार:
- जुलूस मार्ग व टाइमलाइन—सुबह 5:15 बजे से रात 10:30 बजे तक; मार्ग में CCTV प्वाइंट चिन्हित।
- ड्रोन-सर्विलेंस—प्रशासन के पास पाँच ड्रोन, जिनमें दो नाइट-विज़न
- लाइटिंग-साउंड कानून—DJ, डबल बास स्पीकर प्रतिबंधित; केवल पारंपरिक ढोल-ताशा-मातमी नक्कारे।
- महिला सुरक्षा—दो पिंक बाइक दस्ते व एक छाया दस्ते की तैनाती।
- साइबर हेल्पडेस्क—थाना रानीपुर में 24 x 7 ऑन-कॉल फैक्ट-चेक सहायता।
- सामूहिक शपथ— घर-घर जाकर ‘अफवाह से सावधान’ पर्चे वितरित करेंगे।
- C-किट—‘कर्मचारी किट’ जिसमें एक-समान जैकेट, बैज, टॉर्च, ड्यूटी-पास शामिल; ताकि फेक वालंटियर पर लगाम लगे।
- खुली चर्चा मंच—पर्व से एक दिन पहले शाम 6 बजे पंचायत चौक पर अंतिम रिहर्सल व ओपन-माइक सत्र।
विस्तारित सामाजिक रंगत—एक पर्व, अनेक पहल
मोहर्रम की तैयारी ने गाँव की नब्ज़ में नई ऊर्जा भर दी है। युवाओं ने सड़कों की रंगोलीनुमा सफेदी, छतरियों की रोशनी और तिरंगे-रंगीन झालरों से राहों को सजाया। महिला स्वयं-सहायता समूहों ने कूड़े-कचरे की रीसाइक्लिंग से 500 कपड़े-के बैग तैयार किए, जिन पर ‘नशा-छोड़ो, अमन-ओढ़ो’ अंकित है।
किशोर-बाल सभा ने कार्टून-कैरेक्टर ‘सुपर हुसैन’ बनाया—जो छोटी कॉमिक-बुकlets में बच्चों को बताता है कि अफवाहें कैसे फैलती हैं और उनसे कैसे बचना चाहिए। कॉमिक-बुकlets मोहर्रम जुलूस मार्ग पर निशुल्क बांटी जाएंगी।
जनसंचार—शब्द से असर तक
Daily Live Uttarakhand तथा अन्य स्थानीय चैनलों ने पुलिस-ग्रामीण साझेदारी को मुख्य हैडलाइन बनाया।
पत्रकारों के सवालों पर एएसपी जितेन्द्र कुमार ने कहा,
“यह केवल ‘लॉ एंड ऑर्डर’ की कवायद नहीं; यह सामुदायिक-पुलिसिंग का आदर्श मॉडल है, जहां त्योहार सामाजिक परिवर्तन का माध्यम बनता है।”
सुरक्षा के आंकड़े—विश्वास का सूचक
पिछले तीन वर्षों के आँकड़े बताते हैं कि हरिद्वार जिले में मोहर्रम के दौरान दर्ज अपराधों में 37 % कमी आई, जबकि पंचपुरी गढमीरपुर में यह गिरावट 100 % रही—अर्थात् तीन साल से कोई मुकदमा दर्ज ही नहीं हुआ। नशाखोरी से जुड़े मामलों में भी 52 % की कमी देखने को मिली। रानीपुर पुलिस हरिद्वार पुलिस-प्रशासन इस बदलाव का श्रेय “समुदाय-प्रथम” रणनीति को देता है।
समापन—पर्व, परंपरा और प्रगतिशीलता का संगम
शाम ढलते-ढलते बैठक अपने चरम पर पहुँची। सुमन नगर चौकी प्रभारी अर्जुन कुमार ने मंच से अंतिम संदेश दिया,
“हरिद्वार पुलिस चौबीसों घंटे आपकी सेवा में तत्पर है। मोहर्रम महज़ शोक या परंपरा नहीं, बल्कि वह परीक्षा है जहाँ समाज अपने भीतर के अमन, अनुशासन और प्रगतिशीलता को परखता है। नशे को ना कहकर, अफवाह से बचकर, हम इस परीक्षा में उत्तीर्ण होंगे। पंचपुरी गढमीरपुर अपनी गंगा-जमुनी तहज़ीब और नशामुक्त साहस से फिर साबित करेगा कि जब जनता और पुलिस एक कदम साथ चलें, तो कोई भी चुनौती छोटी पड़ जाती है।”
तालियों की गड़गड़ाहट के बीच ग्रामीणों ने ‘अमन-ओ-इत्तेहाद’ का सामूहिक नारा लगाया। मोहर्रम पर्व की तैयारियाँ अब अंतिम दौर में हैं, और यह स्पष्ट है कि पंचपुरी गढमीरपुर सामूहिक जिम्मेदारी, तकनीक-सहचर्य और नशामुक्ति के संगम से एक बार फिर मिसाल रचने को तैयार है। समीक्षा बैठक में इस दौरान रानीपुर पुलिस से कोतवाल कमल मोहन भंडारी, सुमन नगर चौकी प्रभारी अर्जुन कुमार, कांस्टेबल जयदेव, महेंद्र तोमर,नीले यादव, सहित पंचपुरी गढमीरपुर से राजेन्द्र सिंह प्रधान, सुरेन्द्र ठेकेदार,सुमित जरावरे,मा.दलीप,ओमपाल, विनोद ,राशीद,मा.गणेशीराम,मौ. नफीस उर्फ़ राहुल,राव मुजीब, नफीस,लालु,कासिम,राव फजलू,योगेश कर्णवाल,मेहरबान, नवाब,रिजवान, इमरान,सादा सुल्तान, फुरकान, गुलफाम पुरनपुर, सुरजभान,जशवीर,इन्तजार अली, हाजी जाहिद, हाजी अलीहसन,हाजी फुरकान,आदिल,नवाब, मेहरबान, मुसर्रत,विनिता चौहान उपप्रधान मीरपुर, वसीम बीडीसी आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे
रिपोर्ट: इन्तज़ार रज़ा (विशेष संवाददाता)
Daily Live Uttarakhand – हरिद्वार ब्यूरो