हरिद्वार पुलिस का सैनिक सम्मेलन—संवाद, समाधान और सम्मान का प्रेरणादायक संगम,, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में जवानों की समस्याएं सुनी गईं, 31 जवान और 5 महिला पुलिसकर्मी हुए सम्मानित,, “मैन ऑफ द मंथ” और “वूमेन ऑफ द मंथ” को मिला विभागीय सम्मान, फील्ड में बेहतर प्रदर्शन की खुलकर सराहना

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार पुलिस का सैनिक सम्मेलन—संवाद, समाधान और सम्मान का प्रेरणादायक संगम,,
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में जवानों की समस्याएं सुनी गईं, 31 जवान और 5 महिला पुलिसकर्मी हुए सम्मानित,,
“मैन ऑफ द मंथ” और “वूमेन ऑफ द मंथ” को मिला विभागीय सम्मान, फील्ड में बेहतर प्रदर्शन की खुलकर सराहना
हरिद्वार | Daily Live Uttarakhand ब्यूरो
हरिद्वार जिला पुलिस कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित सैनिक सम्मेलन एक प्रेरणादायक अवसर साबित हुआ। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में आयोजित इस सम्मेलन में जहां जवानों की समस्याएं सुनी गईं, वहीं उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को “मैन ऑफ द मंथ” और “वूमेन ऑफ द मंथ” के सम्मान से नवाजा गया।
सम्मेलन में जिलेभर से पुलिसकर्मियों की भागीदारी रही। एसएसपी डोबाल ने जवानों से सीधे संवाद स्थापित करते हुए उनकी व्यक्तिगत और ड्यूटी से जुड़ी समस्याएं सुनीं और त्वरित समाधान के लिए संबंधित शाखाओं को निर्देशित किया।
सम्मेलन का उद्देश्य—पुलिसिंग में संवाद और प्रेरणा को बढ़ावा देना
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने कहा,
“हर पुलिसकर्मी हमारी टीम का अनमोल सदस्य है। जब जवान फील्ड में अच्छा काम करते हैं, तो उसे न सिर्फ पहचाना जाना चाहिए, बल्कि प्रोत्साहित भी किया जाना चाहिए। इसी दिशा में हम हर महीने सैनिक सम्मेलन के जरिए संवाद और सम्मान की इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।”
सम्मानित जवानों की सूची: “पुलिस मैन ऑफ द मंथ – जून 2025”
जून माह में फील्ड पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले निम्न 31 पुलिसकर्मियों को “पुलिस मैन ऑफ द मंथ” के रूप में चयनित किया गया और उन्हें प्रशस्तिपत्र भेंट कर सम्मानित किया गया:
कोतवाली नगर, हरिद्वार
- अवर निरीक्षक संदीप वर्मा – गंभीर मामलों की विवेचना और समयबद्ध खुलासे में उत्कृष्ट योगदान।
थाना श्यामपुर
- कांस्टेबल राहुल देव – गश्त और सतर्क उपस्थिति से क्षेत्र में शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका।
थाना कनखल
- कांस्टेबल संजू सैनी – चोरी की वारदातों पर काबू पाने में सक्रिय भागीदारी।
कोतवाली ज्वालापुर
- अवर निरीक्षक गम्भीर तोमर – अपराधियों की धरपकड़ और मादक पदार्थों की जब्ती में प्रभावी कार्य।
थाना बहादराबाद
- कांस्टेबल वीरेंद्र चौहान – गश्त के दौरान सक्रिय रहकर कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया।
कोतवाली रानीपुर
- अवर निरीक्षक विजय नेगी – क्षेत्र में लॉ एंड ऑर्डर की बेहतरीन निगरानी।
- हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार – जन संवाद और अपराध रोकथाम में उत्कृष्ट।
थाना सिडकुल
- उप निरीक्षक इन्द्रजीत राणा – औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने में विशेष योगदान।
कोतवाली रुड़की
- हेड कांस्टेबल प्रवीन कुमार – वाहन चेकिंग और शांति व्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान।
कोतवाली गंगनहर
- उप निरीक्षक प्रवीण बिष्ट – लूट के मामले में त्वरित गिरफ्तारी।
- कांस्टेबल नितिन – चेकिंग अभियान में विशेष योगदान।
थाना कलियर
- हेड कांस्टेबल सोनू कुमार – धार्मिक आयोजनों में भीड़ नियंत्रण में उत्कृष्ट।
कोतवाली मंगलौर
- हेड कांस्टेबल श्याम बाबू – क्षेत्र में क्राइम पेट्रोलिंग में सक्रिय।
थाना भगवानपुर
- कांस्टेबल राहुल – शांति व्यवस्था व बीट ड्यूटी में सजग।
थाना झबरेड़ा
- उप निरीक्षक जयसिंह राणा – गैंग गतिविधियों पर नजर रख कर ठोस कार्रवाई।
कोतवाली लक्सर
- कांस्टेबल राजेन्द्र सिंह – अवैध शराब तस्करी रोकने में सफलता।
थाना पथरी
- कांस्टेबल अजीत तोमर – गश्त व जांच अभियान में सक्रिय भागीदारी।
थाना खानपुर
- हेड कांस्टेबल संजीव कुमार – बीट एरिया में जन सहभागिता से अपराध नियंत्रण।
थाना बुग्गावाला
- कांस्टेबल दिलीप सिंह – डकैती के प्रयास को विफल करने में विशेष भूमिका।
कार्यालय क्षेत्राधिकारी लक्सर
- कांस्टेबल महेन्द्र सिंह (148) – शाखा में दक्ष तकनीकी सहयोग।
सीआईयू रुड़की
- कांस्टेबल अजय काला – खुफिया सूचना संकलन और नेटवर्क तोड़ने में दक्ष।
साइबर सेल हरिद्वार
- हेड कांस्टेबल योगेश कैन्थोला – ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में तकनीकी दक्षता।
सीपीयू हरिद्वार
- उप निरीक्षक रमेश कुमार – हाईवे सुरक्षा और रेस्क्यू कार्य में सजग।
यातायात हरिद्वार
- हेड कांस्टेबल टीपी संजय कुमार – ट्रैफिक नियंत्रण में तत्परता।
यातायात रुड़की
- होमगार्ड आजाद – जिम्मेदारी से यातायात नियम लागू कराना।
फायर स्टेशन मायापुर
- चालक संजय कैन्तुरा – समय पर पहुंच कर आग पर काबू पाने में कुशल।
फायर स्टेशन रुड़की
- एलएफएम अतर सिंह राणा – फायर रेस्क्यू मिशन में तत्परता।
एएनटीएफ
- हेड कांस्टेबल राजवर्धन – ड्रग्स नेटवर्क पर प्रहार करने में भूमिका।
दूरसंचार शाखा
- हेड कांस्टेबल अमन सती – तकनीकी उपकरणों की सुचारू सेवा।
पुलिस लाइन, हरिद्वार
- अवर निरीक्षक विक्रम तोमर – प्रशासनिक सहयोग और अनुशासन में प्रमुख।
पीएसी
- पीसी मोहम्मद इखलाक मलिक – भीड़ प्रबंधन और बल समर्थन कार्य में दक्षता।
“पुलिस वूमेन ऑफ द मंथ – जून 2025”: पांच महिला प्रहरी बनीं प्रेरणा का स्रोत
हरिद्वार जिले की पांच महिला पुलिसकर्मियों को जून माह में ‘वूमेन ऑफ द मंथ’ के सम्मान से नवाजा गया। महिला सुरक्षा, अनैतिक कार्यों पर छापेमारी, तकनीकी मामलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली इन पुलिसकर्मियों को प्रशस्तिपत्र और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
सम्मानित महिला पुलिसकर्मी:
- म.उ.नि. राखी रावत (A.H.T.U.)
– होटल में संचालित देह व्यापार पर ताबड़तोड़ छापेमारी की अगुवाई। - म.कानि. वर्षा उनियाल (R.L.V.D.)
– महिला अपराध जांच में सूझबूझ और संवेदनशीलता का परिचय। - म.कानि. प्रीति राणा (CCTNS)
– डाटा विश्लेषण और केस लिंकिंग में सटीक कार्य। - म.कां. हेमा धस्माना (Cyber Cell, Roorkee)
– डिजिटल अपराधों में त्वरित कार्रवाई और पीड़िता की सहायता। - होमगार्ड सुनीता (कोतवाली रुड़की)
– महिला बीट और जनसंपर्क कार्य में प्रेरक भूमिका।
सम्मेलन का समापन—फोटो सेशन, प्रेरणा और भविष्य के लिए आह्वान
सम्मान समारोह के बाद एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल एवं अन्य अधिकारियों ने सभी चयनित जवानों के साथ ग्रुप फोटो खिंचवाया और उन्हें बधाई दी। एसएसपी डोबाल ने कहा,
“यह सम्मेलन सिर्फ पुरस्कार वितरण नहीं, बल्कि पुलिसिंग की उस भावना को जीवंत करता है जिसमें सेवा, समर्पण और प्रेरणा तीनों समाहित होते हैं।”
हर महीने होगा मूल्यांकन, प्रेरणा और प्रतिस्पर्धा दोनों को बढ़ावा
हर महीने पुलिस मैन ऑफ द मंथ और वूमेन ऑफ द मंथ जैसे कार्यक्रमों से न केवल विभागीय आत्ममूल्यांकन की परंपरा बनती है, बल्कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी उत्पन्न होती है। इससे फील्ड में सक्रिय कर्मियों को नई ऊर्जा मिलती है और जनता का भरोसा भी मजबूत होता है।
हरिद्वार पुलिस सेवा और सम्मान का नया मानक गढ़ रही है
हरिद्वार पुलिस का यह सैनिक सम्मेलन साबित करता है कि यदि नेतृत्व सकारात्मक हो, संवाद खुला हो और मेहनत की कद्र हो—तो हर विभाग की कार्यक्षमता कई गुना बढ़ाई जा सकती है। एसएसपी डोबाल की यह पहल अन्य जनपदों के लिए भी प्रेरणादायक है।
रिपोर्ट: इंतजार रज़ा, विशेष संवाददाता
मीडिया नेटवर्क: Daily Live Uttarakhand