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श्रावण कांवड़ मेला 2025 को लेकर अंतरराज्यीय समन्वय बैठक सम्पन्न,, जीआरपी उत्तराखंड पूरी तरह अलर्ट,, कांवड़ियों की सुरक्षा,, सुविधा और निगरानी के लिए बनी व्यापक रणनीति,, हरिद्वार रेलवे स्टेशन से ऋषिकेश तक 300 से अधिक CCTV, सुपर जोन और सेक्टरवार प्लानिंग से चलेगा मेला प्रबंधन

इन्तजार रजा हरिद्वार- श्रावण कांवड़ मेला 2025 को लेकर अंतरराज्यीय समन्वय बैठक सम्पन्न,,
जीआरपी उत्तराखंड पूरी तरह अलर्ट,, कांवड़ियों की सुरक्षा,, सुविधा और निगरानी के लिए बनी व्यापक रणनीति,,
हरिद्वार रेलवे स्टेशन से ऋषिकेश तक 300 से अधिक CCTV, सुपर जोन और सेक्टरवार प्लानिंग से चलेगा मेला प्रबंधन

 

हरिद्वार, 8 जुलाई 2025।
श्रावण मास में आयोजित होने वाले कांवड़ मेले 2025 की व्यवस्थाओं को लेकर आज जीआरपी मुख्यालय हरिद्वार में “अंतरराज्यीय समन्वय बैठक (INTERSTATE CO-ORDINATION MEETING)” का आयोजन हुआ। इस उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता एसपी रेलवेज तृप्ति भट्ट ने की। बैठक में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व रेलवे के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभाग किया और कांवड़ यात्रा के दौरान रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा, यातायात नियंत्रण, अपराध नियंत्रण, महिला सुरक्षा, मेला स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था, तथा इंटरस्टेट को-ऑर्डिनेशन को लेकर रणनीतिक चर्चा की गई।

बैठक में तय किया गया कि कांवड़ मेले के दौरान जीआरपी उत्तराखंड द्वारा हरिद्वार, ऋषिकेश, लक्सर, रूड़की, काठगोदाम आदि रेलवे स्टेशनों को सुपर जोन, जोन और सैक्टरों में बांटकर निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की मदद से स्टेशन परिसर और उसके आसपास की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।

रेलवे स्टेशनों को सुपर ज़ोन और सेक्टर में बांटकर होगी निगरानी

कांवड़ मेला 2025 में रेलवे से आने-जाने वाले कांवड़ियों की भारी भीड़ को देखते हुए जीआरपी ने मेला प्रभावित रेलवे स्टेशनों को 02 सुपर जोन, 03 जोन और 06 सेक्टरों में विभाजित कर दिया है। इन सभी क्षेत्रों में पुलिस बल की तैनाती के साथ ही महिला सुरक्षा के लिए महिला पुलिस कर्मी और सादी वर्दी में खुफिया जवान भी लगाए जाएंगे। मेला क्षेत्र के रेलवे स्टेशनों पर दिन-रात सतर्कता बनी रहे इसके लिए बीडीएस, डॉग स्क्वाड, एंटी सबोटाज टीमों की नियमित चेकिंग व्यवस्था रहेगी।

एसपी जीआरपी तृप्ति भट्ट ने बताया कि “इस बार कांवड़ मेला बेहद चुनौतीपूर्ण है, पर हम पूरी तरह तैयार हैं। रेलवे स्टेशन पर हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने के लिए प्रत्येक जोन में अनुभवी अधिकारी तैनात रहेंगे। यात्रियों की संख्या की पूर्व सूचना साझा करने के लिए इंटरस्टेट को-ऑर्डिनेशन ग्रुप बनाया गया है जिससे हर निर्णय त्वरित हो सकेगा।”

महिला सुरक्षा, ह्यूमन ट्रैफिकिंग और नशे की तस्करी पर रहेगी सख्ती

कांवड़ यात्रा के दौरान महिलाओं के साथ छेड़छाड़ जैसी घटनाओं की आशंका के दृष्टिगत जीआरपी ने विशेष रणनीति बनाई है। हर प्रमुख रेलवे स्टेशन पर महिला पुलिस बल की प्रभावी तैनाती की जाएगी। साथ ही ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर नियंत्रण के लिए सादी वर्दी में खुफिया पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।

इसके अतिरिक्त नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने के लिए ANTIF (Anti Narcotics Task Force) के साथ नियमित समन्वय स्थापित किया जाएगा। रेलवे प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेन के अंदर तक संदिग्ध गतिविधियों की पहचान और रोकथाम हेतु गहन चेकिंग अभियान लगातार जारी रहेंगे।

सुरक्षा के लिए होगा एटीएस, आरपीएफ, आईआरबी व ATC का समन्वित बल

कांवड़ मेला ड्यूटी के लिए इस बार का बल गठन भी पहले से ज्यादा संगठित और सतर्क होगा। जीआरपी उत्तराखंड से 200 से अधिक अधिकारी/कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। आईआरबी द्वितीय से प्लाटून और आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) की सहायता से ट्रेनों में एस्कॉर्ट ड्यूटी लगाई जाएगी।

इसके साथ ही एटीएस की कई टीमें, दो दर्जन से अधिक ATC अधिकारी, डॉग स्क्वाड, मेटल डिटेक्टर और मोबाइल निगरानी यूनिट्स तैनात की जाएंगी ताकि भीड़ में कोई असामाजिक तत्व घुल न पाए।

मेला स्पेशल ट्रेनें और इंटरस्टेट ट्रेन चेकिंग का बनेगा विशेष प्लान

कांवड़ मेले में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान सहित अन्य सीमावर्ती राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु ट्रेन से पहुंचते हैं। इसे देखते हुए रेलवे विभाग द्वारा मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।

साथ ही सीमावर्ती जिलों से आने वाली ट्रेनों में इंटरस्टेट को-ऑर्डिनेशन के माध्यम से सघन चेकिंग अभियान चलाया जाएगा, ताकि किसी भी तरह के गैरकानूनी तत्वों की रेलवे स्टेशन तक पहुंच को रोका जा सके।


क्राइम कंट्रोल और डाटा शेयरिंग से अपराधियों पर सख्ती

बैठक में एक अहम निर्णय यह भी लिया गया कि पिछले पांच वर्षों के कांवड़ मेलों में संलिप्त अपराधियों का डाटा सभी राज्यों के अधिकारियों के साथ साझा किया जाएगा। इससे हर क्षेत्र में लाभप्रद सत्यापन अभियान चलाया जा सकेगा। बैठक में अपराधियों की प्रोफाइलिंग, गिरफ्तारी इतिहास और वर्तमान गतिविधियों पर भी विमर्श किया गया।


अंतरराज्यीय समन्वय बैठक में शामिल रहे वरिष्ठ अधिकारीगण

इस महत्वपूर्ण बैठक में कई राज्यों और जनपदों से वरिष्ठ अधिकारी हरिद्वार पहुंचे। उनमें प्रमुख नाम हैं:

  • उत्तराखंड से: तृप्ति भट्ट (एसपी जीआरपी), अरुणा भारती (एएसपी रेलवेज), स्वप्निल मुयाल (डीएसपी), अशोक कुमार (निरीक्षक देहरादून), अनुज सिंह (थानाध्यक्ष हरिद्वार), संजय शर्मा (लक्सर), नरेश कोहली (काठगोदाम), सतीश घिल्डियाल (लक्सर), रचना देवरानी (लक्सर), प्रीति कर्णवाल (रुड़की) आदि।
  • उत्तर प्रदेश से: श्वेता आशुतोष ओझा (डीएसपी सहारनपुर), पवन चौधरी (प्रभारी निरीक्षक नजीबाबाद), संजीव कुमार (सहारनपुर), राजेश कुमार (टपरी चौकी प्रभारी)।
  • हरियाणा से: राजेश कुमार (डीएसपी जीआरपी फरीदाबाद), नवीन कुमार (प्रभारी निरीक्षक जगाधरी), सुरेन्द्र मीणा (अम्बाला), मोहित त्यागी (यमुनानगर), रवि कुमार सिवाच (लक्सर)।
  • रेलवे विभाग से: उत्कर्ष नारायण (मंडल सुरक्षा आयुक्त, मुरादाबाद), नागेश नौटियाल (सहायक सुरक्षा आयुक्त, हरिद्वार), दिनेश कुमार (स्टेशन अधीक्षक, हरिद्वार), बिजेंद्र रावत (हरिद्वार), सरोज कुमार (ऋषिकेश), पंकज यादव (देहरादून) आदि।

फील्ड रिपोर्टिंग से लेकर प्लानिंग तक, हर मोर्चे पर सक्रिय है जीआरपी

बैठक के दौरान इंटरस्टेट को-ऑर्डिनेशन ग्रुप बनाने की सहमति बनी जो पल-पल की महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा करेगा। स्टेशनवार ट्रैफिक कंट्रोल, यात्री आंकड़े, संभावित खतरे, और हर इमरजेंसी रिस्पॉन्स को डिजिटल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।

“हर स्तर पर निगरानी, हर स्थान पर सतर्कता, और हर परिस्थिति के लिए तत्परता” – यही सूत्र वाक्य इस बार के कांवड़ मेला 2025 की रेलवे सुरक्षा व्यवस्था का मूल होगा।


Daily Live Uttarakhand की टीम कांवड़ मेला 2025 से जुड़ी हर महत्वपूर्ण बैठक, निर्णय और व्यवस्था को आपके सामने लाने के लिए संकल्पित है। हमारी विशेष रिपोर्टिंग जारी रहेगी।

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