हर कदम पर मुस्तैद प्रशासन, हर मोड़ पर सुरक्षा का भरोसा,, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के निर्देशन में सफल हो रही कांवड़ यात्रा,, एसपी ट्रैफिक जितेंद्र मेहरा की अगुवाई में दुरुस्त हो रही यातायात व्यवस्था

इन्तजार रजा हरिद्वार- हर कदम पर मुस्तैद प्रशासन, हर मोड़ पर सुरक्षा का भरोसा,,
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के निर्देशन में सफल हो रही कांवड़ यात्रा,,
एसपी ट्रैफिक जितेंद्र मेहरा की अगुवाई में दुरुस्त हो रही यातायात व्यवस्था
हरिद्वार, 17 जुलाई 2025:
हरिद्वार में कांवड़ यात्रा 2025 का संचालन इस बार एक नई कार्यशैली, तत्परता और अनुशासन की मिसाल बनकर सामने आ रहा है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल के संयुक्त नेतृत्व में न केवल व्यवस्थाएं सशक्त की गई हैं, बल्कि स्वयं अधिकारी फील्ड में उतरकर कांवड़ यात्रियों की सुविधाओं का गहन निरीक्षण भी कर रहे हैं। इस ऐतिहासिक यात्रा को सुगम, सुरक्षित और शांति पूर्ण ढंग से संचालित करने के लिए पूरा प्रशासनिक अमला पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य कर रहा है।
कांवड़ पटरी पर डीएम और एसएसपी की लगातार निगरानी
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एवं एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल स्वयं कांवड़ यात्रा मार्गों पर लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने पिछले 24 घंटों में शिवमूर्ति, भीमगोडा, सुभाषघाट, कनखल रोड, नीलधारा पटरी और भूपतवाला क्षेत्र में पैदल भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने साफ-सफाई, पेयजल आपूर्ति, चिकित्सा सुविधा, मोबाइल टॉयलेट्स की उपलब्धता, लाउडस्पीकर व्यवस्था, जनरेटर की उपलब्धता और सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की।
कांवड़ियों से सीधे संवाद करते हुए जिलाधिकारी ने जाना कि उन्हें किन-किन सुविधाओं की आवश्यकता है और अब तक की व्यवस्थाओं से वे कितने संतुष्ट हैं। इस दौरान कई कांवड़ यात्रियों ने जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं की खुले दिल से सराहना की और बताया कि इस बार पहले से बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं।
दिन-रात ट्रैफिक व्यवस्था में जुटी पुलिस टीम
कांवड़ मेले के दौरान सबसे बड़ी चुनौती होती है यातायात को सुचारू बनाए रखना। इस बार यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी एसपी ट्रैफिक जितेंद्र मेहरा को सौंपी गई है, जो अपनी पूरी टीम के साथ दिन-रात मुस्तैदी से डटे हुए हैं। बीती रात ट्रैफिक पुलिस द्वारा शंकराचार्य चौक से हरीलोक और हरीलोक से टोल प्लाजा तक सड़क पर खड़े वाहनों को हटवाया गया, ताकि आपात स्थिति में एंबुलेंस या फायर ब्रिगेड की आवाजाही बाधित न हो।
कांवड़ियों द्वारा सड़क पर रखी गई कांवड़ को भी हटवाया गया और उन्हें नियत नहर पटरी मार्ग पर भेजा गया ताकि पैदल यात्रियों व वाहनों के बीच टकराव की संभावना को रोका जा सके। इस कार्य में भारी पुलिस बल की तैनाती रही और ड्रोन कैमरों के माध्यम से भी ट्रैफिक पर नजर रखी जा रही है।
हर व्यवस्था को जमीनी स्तर पर उतार रहा प्रशासन
कांवड़ यात्रा में लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचते हैं, ऐसे में इतनी बड़ी भीड़ को संभालना आसान कार्य नहीं होता। लेकिन इस बार प्रशासन ने हर व्यवस्था को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित कर यह साबित कर दिया है कि इच्छाशक्ति हो तो हर चुनौती आसान बन सकती है।
शहर में प्रवेश करने वाले सभी प्रमुख बिंदुओं पर पुलिस बैरिकेडिंग, सीसीटीवी कैमरे, सूचना केंद्र और रूट डायवर्जन बोर्ड लगाए गए हैं। साथ ही, मेला क्षेत्र में हेल्प डेस्क, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, एंबुलेंस स्टैंड और वॉलंटियर की टीम 24 घंटे कार्य कर रही है।
कई स्थानों पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जल पुलिस की तैनाती भी सुनिश्चित की गई है ताकि आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके। बिजली, पानी और साफ-सफाई के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं जो शिफ्टवार कार्य कर रही हैं।
श्रद्धालुओं को मिल रहा है सम्मान और सुरक्षा
इस बार यात्रा में प्रशासन ने “श्रद्धालु प्रथम” की नीति अपनाई है। हरिद्वार पहुंचने वाले शिव भक्तों को सम्मानजनक सुविधा प्रदान करने के लिए अधिकारीगण स्वयं स्वागत करते नजर आ रहे हैं। जिलाधिकारी और एसएसपी ने कई शिविरों में जाकर जलपान और चिकित्सा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और स्वयं कांवड़ियों को फल, पानी एवं औषधि वितरित की।
यात्रा मार्गों पर जगह-जगह पर ‘भाषा मित्र’ और ‘सेवाभावी स्वयंसेवकों’ की भी तैनाती की गई है जो बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को दिशा-निर्देश देने, रूट समझाने और सहायता पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।
प्रशासनिक तत्परता से बन रही मिसाल
हरिद्वार जिला प्रशासन एवं पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली और फील्ड में अधिकारियों की मौजूदगी इस बार यात्रा को विशेष बना रही है। सैकड़ों अधिकारी, कर्मचारी, पुलिस जवान और स्वयंसेवक पूरी निष्ठा से कार्य कर रहे हैं। यात्रा क्षेत्र में विशेष रूप से चिह्नित “रेड जोन” और “सेंसिटिव पॉइंट्स” पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
वहीं, सोशल मीडिया और आईटी सेल के जरिए अफवाहों पर नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अफरा-तफरी न हो। इसके अलावा पुलिस द्वारा “मेसेजिंग आउटरीच” प्रणाली भी अपनाई गई है जिसके माध्यम से श्रद्धालुओं को मोबाइल संदेशों द्वारा सूचनाएं दी जा रही हैं।
कुशल नेतृत्व में सुरक्षित कांवड़ यात्रा
कांवड़ मेला 2025 हरिद्वार प्रशासन के लिए केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी और कर्तव्य का प्रतीक बनकर सामने आया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल और एसपी ट्रैफिक जितेंद्र मेहरा के नेतृत्व में यह यात्रा न केवल शांतिपूर्ण ढंग से संचालित हो रही है, बल्कि एक नई व्यवस्था और अनुशासन की मिसाल भी कायम कर रही है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और श्रद्धा की रक्षा करते हुए प्रशासन ने यह दिखा दिया है कि उत्तराखंड सरकार का “देवभूमि दर्शन – सुरक्षित यात्रा” का संकल्प जमीन पर कैसे उतारा जाता है। इसी प्रकार की तत्परता और सेवा भावना से हर यात्रा सफल होती है और प्रशासनिक प्रणाली पर जनविश्वास और मजबूत होता है।
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