नन्ही उम्र, बड़ी जिम्मेदारी,, कांवड़ ड्यूटी के बीच कप्तान की संवेदनशील पहल,, करतब दिखाते बच्चे को मिला प्यार और प्रोत्साहन

इन्तजार रजा हरिद्वार- नन्ही उम्र, बड़ी जिम्मेदारी,,
कांवड़ ड्यूटी के बीच कप्तान की संवेदनशील पहल,,
करतब दिखाते बच्चे को मिला प्यार और प्रोत्साहन
हरिद्वार, 22 जुलाई।
कांवड़ मेले की निगरानी के दौरान एक मार्मिक दृश्य ने सभी का दिल छू लिया। हरिद्वार के अलकनंदा तिराहे से सीसीआर की ओर जाते समय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल की नजर एक नन्हे बच्चे पर पड़ी, जो सड़क किनारे रस्सियों के सहारे करतब दिखा रहा था। कांवड़ मेला जैसे विशाल आयोजन के बीच यह मासूम चेहरा कठिन परिस्थितियों में घर चलाने की जिम्मेदारी निभा रहा था।
जैसे ही कप्तान डोभाल की नजर इस बच्चे पर पड़ी, उन्होंने अपना काफिला वहीं रुकवा दिया। वे खुद बच्चे के पास पहुंचे, उसे पुचकारा, हालचाल पूछा और उसकी हिम्मत की सराहना करते हुए उसे नगद इनाम देकर सम्मानित किया। यह दृश्य देखकर वहां मौजूद लोग भी भावुक हो गए।
एसएसपी डोभाल ने कहा कि यह सिर्फ एक करतब नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का एक जीवंत उदाहरण है। “कुछ बच्चे परिस्थितियों के आगे समय से पहले बड़े हो जाते हैं। हमें ऐसे बच्चों को प्रोत्साहन देने की जरूरत है ताकि वे मेहनत और ईमानदारी की राह पर आगे बढ़ते रहें,” उन्होंने कहा।
कांवड़ मेला व्यवस्था में ड्यूटी निभा रहे अधिकारियों में यह दृश्य चर्चा का विषय बन गया। यह वाकया जहां एक ओर मानवीय संवेदना का उदाहरण बना, वहीं दूसरी ओर पुलिस अधिकारियों के संवेदनशील पक्ष को भी उजागर करता है।
इस छोटे से बच्चे का साहस और कप्तान डोभाल की संवेदनशीलता आने वाले कई लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है। वाकई, कांवड़ जैसे धार्मिक आयोजन के बीच भी इंसानियत की डोर मजबूत हो रही है, जो प्रशासन और जनता के बीच एक नए विश्वास की नींव रखती है।