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सुमन नगर हादसे में नया खुलासा: अफजल को लालच देकर हाईटेंशन लाइन के नीचे कराया गया काम,, मकान मालिक ने ज्यादा पैसे का लालच देकर कराया प्लास्टर, पैड सीढ़ी बांधते वक्त करंट से हुई मौत,, आज सोमवार को इलाके में गहरा शोक, परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप – “जानबूझकर मौत में धकेला गया मजदूर अफजल”

इन्तजार रजा हरिद्वार- सुमन नगर हादसे में नया खुलासा: अफजल को लालच देकर हाईटेंशन लाइन के नीचे कराया गया काम,,
मकान मालिक ने ज्यादा पैसे का लालच देकर कराया प्लास्टर, पैड सीढ़ी बांधते वक्त करंट से हुई मौत,,
आज सोमवार को इलाके में गहरा शोक, परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप – “जानबूझकर मौत में धकेला गया मजदूर अफजल”

इन्तजार रजा, हरिद्वार।
हरिद्वार के सुमन नगर में हुए दर्दनाक हादसे में एक नया और गंभीर खुलासा हुआ है। 25 वर्षीय गढ़मीरपुर निवासी अफजल की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर हुई मौत के पीछे सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि कथित तौर पर मकान मालिक की लालच भरी प्रवृत्ति भी सामने आई है। सोमवार को जब परिजनों और स्थानीय लोगों ने मामले को लेकर आवाज़ उठाई, तो चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि अफजल को अतिरिक्त पैसे का लालच देकर जानबूझकर खतरनाक जगह पर काम करने के लिए उकसाया गया।

घटना शुक्रवार को सुमन नगर की गली नंबर 2 में घटी थी, जब अफजल एक दोमंजिला मकान पर प्लास्टर का काम कर रहा था। वह पैड सीढ़ी बांध रहा था, जो कि दीवार के सहारे अस्थायी तौर पर प्लास्टर करने के लिए लगाई जाती है। उसी समय मकान के ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया और करंट लगते ही झुलस कर नीचे गिर पड़ा। अस्पताल ले जाते वक्त उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

लालच ने ले ली जान: मजदूर परिवार का दर्द छलका

परिजनों और स्थानीय लोगों का कहना है कि अफजल शुरू में उस स्थान पर काम करने से मना कर रहा था, क्योंकि वहां बिजली की लाइन बेहद नजदीक थी। लेकिन मकान मालिक ने उसे “कुछ अतिरिक्त पैसे” देने का लालच देकर यह खतरनाक कार्य करने को मजबूर किया। इस आरोप ने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया है।

परिवार का कहना है कि यह सिर्फ हादसा नहीं, बल्कि सोची-समझी आपराधिक लापरवाही और लालच का परिणाम है, जिसमें एक गरीब मेहनतकश युवक को जानबूझकर मौत के मुंह में धकेला गया।

सुरक्षा मानकों की अनदेखी: न हेलमेट, न दस्ताने, न निरीक्षण

हादसे की एक और बड़ी वजह निर्माण स्थल पर सुरक्षा मानकों की पूरी तरह अनदेखी है। अफजल को न तो हेलमेट दिया गया था, न रबर के दस्ताने और न ही किसी तरह का इंसुलेटेड सुरक्षा उपकरण। जिस जगह काम कराया जा रहा था, वहां कोई चेतावनी बोर्ड तक नहीं लगाया गया था। पैड सीढ़ी को दीवार पर अस्थायी रूप से लगाया गया था, जबकि ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह क्षेत्र कोई अपवाद नहीं, बल्कि हरिद्वार के कई इलाकों में ऐसे ही हालात हैं—जहां बिजली विभाग, ठेकेदार और प्रशासन तीनों आंखें मूंदे बैठे हैं।

सोमवार को गढ़मीरपुर में गम का माहौल, परिजनों में आक्रोश

अफजल की मौत के बाद सोमवार सुबह जब उसका शव घर पहुंचा, तो माहौल गमगीन हो गया। मां-बाप बेसुध हैं, छोटे भाई-बहन रो-रो कर बेहाल हैं। मोहल्ले के लोगों में आक्रोश है। सभी ने एक सुर में कहा—“अफजल की मौत हादसा नहीं, हत्या है, जिसमें जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”


जनता की पांच बड़ी मांगें:

  1. मकान मालिक पर गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए।
  2. बिजली विभाग के अधिकारियों की भूमिका की निष्पक्ष जांच हो।
  3. सभी निर्माण स्थलों पर सुरक्षा निरीक्षण अनिवार्य किया जाए।
  4. पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता के साथ स्थायी मुआवजा मिले।
  5. हाईटेंशन लाइन के आसपास के निर्माण कार्यों पर तत्काल रोक लगे।

अब जवाबदेही तय करनी होगी

गढ़मीरपुर निवासी अफजल की मौत केवल लापरवाही नहीं, बल्कि सामूहिक विफलता और एक लालची प्रवृत्ति का नतीजा है। जब तक प्रशासन, बिजली विभाग और भवन स्वामी जैसे तत्वों को जवाबदेह नहीं बनाया जाएगा, तब तक अफजल जैसे मेहनतकश युवा यूं ही बेवजह मरते रहेंगे।

सरकार और प्रशासन से यह अपेक्षा है कि वह इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, न केवल दोषियों पर कार्रवाई करे, बल्कि मजदूरों की सुरक्षा के लिए एक ठोस और व्यवहारिक नीति लागू करे।

👉 गढ़मीरपुर और सुमन नगर के लोग एक ही बात कह रहे हैं – अफजल को न्याय दो, नहीं तो यही लापरवाही कल किसी और का बेटा छीन लेगी।

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