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मुख्यमंत्री के निर्देशन में डीएम-एसएसपी का हरिद्वार में बड़ा एक्शन शुरू,, 🔷 मां मनसा देवी व चण्डी देवी मन्दिर में व्यवस्थाओं को लेकर किया पैदल निरीक्षण,, अतिक्रमण हटाने से लेकर एआई कैमरे तक… श्रद्धालुओं के लिए होगा व्यवस्था का नया खाका तैयार

इन्तजार रजा हरिद्वार- मुख्यमंत्री के निर्देशन में डीएम-एसएसपी का हरिद्वार में बड़ा एक्शन शुरू,,
🔷 मां मनसा देवी व चण्डी देवी मन्दिर में व्यवस्थाओं को लेकर किया पैदल निरीक्षण,,
🔷 अतिक्रमण हटाने से लेकर एआई कैमरे तक… श्रद्धालुओं के लिए होगा व्यवस्था का नया खाका तैयार

हरिद्वार, 28 जुलाई 2025।
श्रद्धालुओं को समर्पित उत्तराखंड सरकार अब धार्मिक स्थलों में व्यवस्थाओं को लेकर पहले से कहीं अधिक सतर्क हो गई है। मां मनसा देवी और चण्डी देवी मंदिर में उमड़ रही भारी भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने पैदल यात्रा करते हुए मनसा देवी मंदिर से हरकी पौड़ी तक स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर, पैदल मार्ग और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर मौजूद व्यवस्थाओं की हकीकत जानी और ज़मीनी स्तर पर बड़े बदलावों की रूपरेखा तैयार की।

🔶 अतिक्रमण पर सख्ती: मंदिर परिसर और पैदल मार्ग होंगे अतिक्रमण मुक्त

निरीक्षण के दौरान डीएम व एसएसपी ने सबसे पहले मंदिर परिसर में अतिक्रमण का संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से मंदिर में संचालित दुकानों को हटाने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि पैदल मार्ग पर किसी भी प्रकार की दुकानें, ढाबे या ठेले किसी कीमत पर नहीं चलेंगे।
चण्डी देवी मंदिर परिसर में भी उन्हीं दुकानों को हटाने के निर्देश दिए गए जो मार्ग को अवरुद्ध कर रही थीं।
डीएम ने निर्देश दिए कि प्राथमिक उपचार कक्ष और बैठने की समुचित व्यवस्था के लिए पहले चबूतरों को प्रयोग में लाया जाए और उन्हें श्रद्धालुओं के लिए खाली किया जाए।

🔶 दर्शन की वैज्ञानिक योजना: श्रद्धालुओं की संख्या होगी नियंत्रित

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मंदिर समिति को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की संख्या का वैज्ञानिक आंकलन कर उनकी क्षमता के अनुसार ही दर्शन की अनुमति दी जाए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अनियंत्रित भीड़ से न केवल दर्शन में बाधा आती है बल्कि यह सुरक्षा के लिहाज से भी खतरनाक है।
श्रद्धालुओं की गणना के लिए एआई आधारित कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे समयानुसार भीड़ का आकलन हो सके। मंदिर समिति, वन विभाग, पुलिस और प्रशासन की संयुक्त बैठक कर इस योजना को मूर्त रूप देने के निर्देश भी दिए गए।

🔶 सुरक्षा और सुविधा दोनों प्राथमिकता में: बिजली के झूलते तार, साफ-सफाई और आपातकालीन मार्ग पर फोकस

निरीक्षण के दौरान डीएम और एसएसपी ने मंदिर परिसर में झूलते विद्युत तारों को तत्काल हटाने और दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर और पैदल मार्ग पर साफ-सफाई सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखी जाए।
श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी, शौचालय और बैठने के स्थानों की पहचान कर वहां तात्कालिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा गया।

डीएम ने निर्देश दिया कि आपात स्थिति के लिए सीढ़ियों वाले मार्ग को रिजर्व रखा जाए जबकि आम श्रद्धालुओं को वैकल्पिक पैदल मार्ग से दर्शन हेतु निर्देशित किया जाए।
पुजारियों और मंदिर स्टाफ के वाहनों को मंदिर परिसर में खड़ा करने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। अब वे केवल मनसा देवी चौकी के पास निर्धारित स्थान पर ही वाहन पार्क कर सकेंगे। मंदिर परिसर या सड़क किनारे वाहन खड़े करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई।

🔶 मंदिर समिति और प्रशासनिक समन्वय पर बल: संयुक्त बैठक के निर्देश

डीएम और एसएसपी ने कहा कि व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने के लिए मंदिर समिति, पुलिस, वन विभाग और प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त बैठक तत्काल आयोजित की जाए
इस बैठक में दर्शन प्रक्रिया, भीड़ नियंत्रण, स्वास्थ्य और सुरक्षा उपायों के साथ-साथ सभी मूलभूत सुविधाओं की रणनीति तय की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान निर्देशित किया गया कि दर्शन को सुगम बनाने के लिए हर पहलू को मापा जाए – चाहे वो पैदल मार्ग की स्थिति हो, पानी की उपलब्धता हो या आपातकालीन पहुंच।

🔶 चण्डी देवी मंदिर में भी सख्ती: दर्शन में बाधा डाल रही दुकानों पर कार्रवाई

निरीक्षण टीम जब चण्डी देवी मंदिर पहुंची तो वहां भी अतिक्रमण की समस्या को गंभीरता से लिया गया। एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल ने कहा कि चण्डी देवी मंदिर में भी दर्शन में बाधा डालने वाली दुकानों को तत्काल हटाया जाए।
झूलती विद्युत लाइनों को ठीक करने और मंदिर परिसर की साफ-सफाई को उच्चतम स्तर पर बनाए रखने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए।

🔶 वरिष्ठ अधिकारी मौके पर रहे मौजूद: हर पहलू पर किया गया समीक्षा

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों की पूरी टीम मौके पर मौजूद रही।
इसमें प्रभागीय वनाधिकारी वैभव कुमार, पुलिस अधीक्षक नगर पंकज गैरोला, पुलिस उपाधीक्षक नगर शिशुपाल सिंह नेगी, सीओ एसपी बलूनी, महंत भवानी नन्द गिरी, पुजारी महेश दूबे, कोतवाली प्रभारी रितेश शाह, श्यामपुर एसएचओ नितेश शर्मा, हरकी पौड़ी चौकी प्रभारी संजीत कंडारी सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

🔷 श्रद्धालु सुविधाओं में लापरवाही नहीं, अब होगा सुनियोजित बदलाव

मुख्यमंत्री धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद अब हरिद्वार के दो प्रमुख मंदिरों – मनसा देवी और चण्डी देवी – में दर्शन को लेकर सख्त अनुशासन और तकनीक आधारित व्यवस्थाएं लागू होने जा रही हैं।
भीड़ नियंत्रण, सफाई, बिजली, चिकित्सा, पेयजल और पैदल मार्ग जैसी व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिए अधिकारियों ने जो कदम उठाए हैं, उससे यह स्पष्ट है कि श्रद्धालुओं की सुविधा से कोई समझौता नहीं होगा।
अतिक्रमण के खिलाफ सख्त रुख और एआई तकनीक के इस्तेमाल से हरिद्वार में तीर्थाटन का अनुभव अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित बनेगा।

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