दिल्ली एजेंसी से आई नेपाली नौकरानियां बनीं लूट की साजिशकर्ता,, जहरीली चाय पिलाकर पूरे ज्वेलर्स परिवार को अस्पताल पहुंचाया,, ज्वालापुर में मचा हड़कंप,, पुलिस की कई टीमें आरोपितों की तलाश में,, प्लेसमेंट एजेंसी की भूमिका पर भी सवाल
दिल्ली एजेंसी से आई नेपाली नौकरानियां बनीं लूट की साजिशकर्ता नशीली चाय पिलाकर ज्वेलर्स परिवार को पहुंचाया अस्पताल, मौके से हुईं फरार पुलिस का घेरा सख्त, एजेंसी और मास्टरमाइंड की तलाश जारी

इन्तजार रजा हरिद्वार- दिल्ली एजेंसी से आई नेपाली नौकरानियां बनीं लूट की साजिशकर्ता,,
जहरीली चाय पिलाकर पूरे ज्वेलर्स परिवार को अस्पताल पहुंचाया,, ज्वालापुर में मचा हड़कंप,,
पुलिस की कई टीमें आरोपितों की तलाश में,, प्लेसमेंट एजेंसी की भूमिका पर भी सवाल
इन्तजार रजा हरिद्वार =.==ज्वालापुर के प्रतिष्ठित ज्वेलर्स परिवार के घर गुरुवार शाम एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया, जिसमें दिल्ली की एक एजेंसी के जरिये भेजी गई दो नेपाली नौकरानियों ने पूरे परिवार को नशीली चाय पिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद घर में लूट की साजिश रची गई, लेकिन मालिक की बेटी के अचानक घर पहुंचने से यह मंसूबा बीच में ही ध्वस्त हो गया। हालांकि, नशीला पदार्थ असर कर चुका था और पूरा परिवार अस्पताल में भर्ती हो गया। दोनों नौकरानियां मौके से फरार हो गईं, जबकि पुलिस ने अब उनकी गिरफ्तारी के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू कर दिया है।
चार दिन पहले ही रखी गई थीं दोनों नौकरानियां

जहरीली चाय और अचानक पहुंची बेटी
गुरुवार शाम करीब 5:30 बजे, यशपाल मल्होत्रा, उनकी पत्नी जीत मल्होत्रा और दोनों पोते अव्यय व हर्षित को नौकरानियों ने चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। कुछ ही देर में सभी की तबीयत बिगड़ने लगी और वे अचेत हो गए। इस बीच, यशपाल मल्होत्रा की बेटी लवली, जो हरिलोक आर एनक्लेव में रहती हैं, अचानक घर पहुंचीं।
लवली को देखते ही दोनों नौकरानियां घबरा गईं और बिना चोरी किए भाग निकलीं। भागते हुए उनकी तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गईं। लवली ने तत्काल अपने भाई सनी मल्होत्रा को फोन किया। सनी ने परिजनों को तुरंत सिटी हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें फायर सेंटर रेफर कर दिया गया। फिलहाल पूरा परिवार चिकित्सकों की निगरानी में है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
कोतवाल अमरजीत सिंह के अनुसार, आरोपित अनीशा राय और पुष्पा के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस टीम दिल्ली रवाना की गई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि ये दोनों महिलाएं पहले भी ऐसे अपराधों में शामिल रह चुकी हैं।
संयुक्त जांच में यह भी सामने आया कि घर से कोई कीमती सामान चोरी नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस सूरज प्लेसमेंट एजेंसी की भूमिका पर गंभीरता से जांच कर रही है। शक है कि एजेंसी को इस पूरी साजिश की जानकारी थी या उन्होंने गिरोह के इशारे पर ही इन नौकरानियों को भेजा।
मास्टरमाइंड की तलाश
पुलिस सूत्रों का मानना है कि यह सिर्फ दो महिलाओं का खेल नहीं, बल्कि इसके पीछे एक संगठित गिरोह और मास्टरमाइंड सक्रिय है। कॉल डिटेल्स, एजेंसी के रिकॉर्ड और अन्य राज्यों में इनके आपराधिक नेटवर्क की जांच की जा रही है। इसके लिए दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस से भी समन्वय किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों में चिंता
इस घटना के बाद ज्वालापुर और आस-पास के क्षेत्रों के लोग घरेलू सहायकों की नियुक्ति को लेकर सतर्क हो गए हैं। पुलिस ने अपील की है कि किसी भी नए कर्मचारी को रखने से पहले स्थानीय थाने में उसका सत्यापन कराएं और पहचान पत्र की कॉपी अनिवार्य रूप से जमा करें।
पुलिस का दावा – जल्द होगा खुलासा
कोतवाल अमरजीत सिंह ने दावा किया कि कई अहम सुराग हाथ लगे हैं और दोनों आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में बिना पुलिस वेरिफिकेशन के कोई भी एजेंसी घरेलू सहायकों को नियुक्त न कर सके।
