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पर्यटन सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल का खटीमा दौरा,, स्थलीय निरीक्षण में विकास योजनाओं को मिली रफ्तार,, सौन्दर्यीकरण, इको-टूरिज्म और जनसुविधाओं पर विशेष जोर

इन्तजार रजा हरिद्वार- पर्यटन सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल का खटीमा दौरा,,
स्थलीय निरीक्षण में विकास योजनाओं को मिली रफ्तार,,
सौन्दर्यीकरण, इको-टूरिज्म और जनसुविधाओं पर विशेष जोर

खटीमा (जनपद ऊधम सिंह नगर) — उत्तराखंड पर्यटन सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल ने रविवार को खटीमा के विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए पर्यटन, सौन्दर्यीकरण और जनसुविधाओं से जुड़ी विकास योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए और नई योजनाओं की रूपरेखा तैयार करने के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

बैठक में बनी ठोस कार्ययोजना

निरीक्षण से पहले पर्यटन सचिव ने विकासखंड कार्यालय में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर क्षेत्र की विकास योजनाओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया। बैठक में खटीमा को पर्यटन और शहरी सौन्दर्यीकरण के क्षेत्र में नई पहचान दिलाने के लिए कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
उन्होंने निर्देश दिया कि खटीमा की मुख्य सड़कों पर फूल लाइटिंग कर रात के समय शहर को आकर्षक और सुरक्षित बनाया जाए। इसके साथ ही खटीमा-पीलीभीत बॉर्डर पर सुंदर प्रवेश द्वार गेट बनाने का प्रस्ताव भी रखा, ताकि आने-जाने वाले पर्यटकों का स्वागत एक विशेष पहचान के साथ हो।

सिटी फॉरेस्ट पार्क और हरित सौन्दर्यीकरण

पर्यटन सचिव ने शहर से लगे पीलीभीत रोड पर 16 हेक्टेयर भूमि पर सिटी फॉरेस्ट पार्क बनाने की योजना का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि इस पार्क में विभिन्न प्रकार के फूल-पौधे, पाथवे, योग एवं मेडिसिन सेंटर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस योजना के तहत एसडीओ वन विभाग को निर्देश दिए गए कि वे एक अनुभवी आर्किटेक्ट से आकर्षक डिजाइन तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत करें।

इको-टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा

निरीक्षण के दौरान उन्होंने शारदा सागर डैम के किनारे स्थित चुका क्षेत्र को इको-टूरिज्म के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चुका फॉरेस्ट कैंप में सोलर पावर, फेंसिंग, सोलर लाइटिंग, हट्स, कैफे और एडवेंचर गतिविधियों की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने प्रभागीय वन अधिकारी को आदेश दिया कि अच्छे आर्किटेक्ट से प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाए, ताकि योजना पर जल्द से जल्द काम शुरू हो सके।

मां पूर्णागिरी मंदिर निर्माण कार्य में तेजी

पर्यटन सचिव ने नगला तराई में 2.54 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे मां पूर्णागिरी मंदिर के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि मंदिर का कार्य सितंबर माह तक हर हाल में पूरा किया जाए
साथ ही मंदिर परिसर में पेयजल, सोलर लाइट, शौचालय और पार्किंग जैसी मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित किया जाए, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी जोर

पर्यटन सचिव ने खटीमा क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर विशेष बल दिया। उन्होंने खटीमा क्षेत्र में पांच नई लाइब्रेरी और तीन विद्यालयों में लाइब्रेरी की व्यवस्था करने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

पर्यटन सचिव की दृष्टि – विकास और पहचान

धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि खटीमा और इसके आसपास का क्षेत्र प्राकृतिक सौन्दर्य और सांस्कृतिक महत्व से भरपूर है, जिसे पर्यटन मानचित्र पर और मजबूत स्थान दिलाने की आवश्यकता है। उन्होंने विश्वास जताया कि योजनाओं के पूर्ण होने से न केवल स्थानीय निवासियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

धीराज सिंह गर्ब्याल, पर्यटन सचिव, उत्तराखंड सरकार

“हमारा प्रयास है कि खटीमा को पर्यटन और सौन्दर्यीकरण के क्षेत्र में नई पहचान दिलाई जाए। शहर की मुख्य सड़कों से लेकर इको-टूरिज्म प्रोजेक्ट्स तक, हर योजना का उद्देश्य स्थानीय लोगों की सुविधा बढ़ाना और पर्यटकों को आकर्षित करना है। सभी विभाग मिलकर समयबद्ध तरीके से कार्य पूरा करें, यही हमारी प्राथमिकता है।”

इस निरीक्षण के बाद स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने उम्मीद जताई कि खटीमा में जल्द ही विकास की तस्वीर बदलेगी और यह क्षेत्र उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों में अपनी जगह बनाएगा।

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