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मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के तहत खानपुर में महिलाओं को मिला नया उद्यम मंच,, स्वयं सहायता समूहों को मिला आत्मनिर्भर बनने का सुनहरा अवसर,, कार्यशाला में योजनाओं,, ऋण सुविधा और छोटे उद्योगों की स्थापना पर विस्तृत मार्गदर्शन

इन्तजार रजा हरिद्वार-  मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के तहत खानपुर में महिलाओं को मिला नया उद्यम मंच,,
स्वयं सहायता समूहों को मिला आत्मनिर्भर बनने का सुनहरा अवसर,,
कार्यशाला में योजनाओं,, ऋण सुविधा और छोटे उद्योगों की स्थापना पर विस्तृत मार्गदर्शन

12 अगस्त 2025, हरिद्वार – जनपद हरिद्वार के खानपुर विकासखंड में आज मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के अंतर्गत एक भव्य ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र की महिलाओं, विशेष रूप से स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) से जुड़ी सदस्यों को उद्यमिता की दिशा में प्रेरित करना, उन्हें योजनाओं से जोड़ना और बैंक ऋण के माध्यम से छोटे उद्योग स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना रहा।

महिलाओं को मिली योजनाओं की विस्तृत जानकारी

कार्यशाला की शुरुआत में उपस्थित महिला प्रतिभागियों का स्वागत किया गया और उन्हें मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना, एनआरएलएम और ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के जिला परियोजना प्रबंधक श्री संजय सक्सेना ने योजनाओं के उद्देश्यों, लाभों और पात्रता के मानकों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह योजना ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें स्थायी आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने का एक प्रभावी माध्यम है।

संजय सक्सेना ने यह भी समझाया कि महिलाएं किस प्रकार योजना के तहत बैंक से ऋण लेकर डेयरी, सिलाई-कढ़ाई, खाद्य प्रसंस्करण, हस्तशिल्प, सब्जी उत्पादन, बागवानी और अन्य लघु उद्योग स्थापित कर सकती हैं। उन्होंने महिलाओं को आश्वस्त किया कि प्रशासन, बैंक और परियोजना टीम हर स्तर पर उनका सहयोग करेगी।

बैंक अधिकारियों और विशेषज्ञों का मार्गदर्शन

कार्यशाला में उपस्थित विभिन्न बैंकों के अधिकारियों ने भी महिलाओं को ऋण प्रक्रिया, ब्याज दर, पुनर्भुगतान अवधि और आवश्यक दस्तावेजों के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के बिज़नेस प्लानिंग एंड डेवलपमेंट एक्सपर्ट राव आशकर ने बताया कि व्यवसाय शुरू करने से पहले एक ठोस बिज़नेस प्लान बनाना क्यों ज़रूरी है और इसे तैयार करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि किस तरह छोटे-छोटे विचार सही मार्गदर्शन और योजना से बड़े व्यवसाय का रूप ले सकते हैं। कार्यशाला के दौरान महिलाओं को व्यावसायिक संभावनाओं का आकलन करने, स्थानीय बाजार की जरूरतों को समझने और अपने उत्पाद की ब्रांडिंग व विपणन रणनीति अपनाने के टिप्स भी दिए गए।

नामांकन और योजना से जुड़ाव

कार्यशाला का एक अहम हिस्सा प्रतिभागियों का नामांकन (रजिस्ट्रेशन) रहा। मौके पर ही कई महिलाओं का नामांकन कर उन्हें योजना से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की गई, ताकि वे तुरंत प्रशिक्षण और अन्य सुविधाओं का लाभ ले सकें। एनआरएलएम के ब्लॉक मिशन मैनेजर (बीएमएम), एरिया कॉर्डिनेटर और रीप परियोजना के लाइवलीहुड कॉर्डिनेटर ने भी महिलाओं को प्रशिक्षण मॉड्यूल, सहायता संसाधन और फील्ड विजिट के बारे में जानकारी दी।

इसके अलावा, एग्रीकल्चर एक्टेंशन, आईपीआरपी, सीएलएफ स्टाफ और सीएलएफ के बीओडी सदस्य भी कार्यक्रम में मौजूद रहे, जिन्होंने ग्रामीण महिलाओं को कृषि आधारित उद्यमों और आधुनिक तकनीक अपनाने के लाभों के बारे में प्रेरित किया।

आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त कदम

इस कार्यशाला के माध्यम से खानपुर क्षेत्र की महिलाओं को न सिर्फ योजनाओं और ऋण सुविधा की जानकारी मिली, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी मिला कि सही मार्गदर्शन और निरंतर प्रयास से वे अपने पैरों पर खड़ी होकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकती हैं।

महिलाओं ने कार्यक्रम के बाद कहा कि ऐसे आयोजन उन्हें नई सोच और आत्मविश्वास देते हैं। कई प्रतिभागियों ने अपने उद्यम शुरू करने के इरादे भी व्यक्त किए और बताया कि अब उन्हें पता है कि कहां से और कैसे शुरुआत करनी है।

प्रशासन और समुदाय की संयुक्त पहल

जिला प्रशासन, बैंक, स्वयं सहायता समूह और विभिन्न विकास परियोजनाओं का यह संयुक्त प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण का मजबूत आधार बन रहा है। इस पहल से न सिर्फ महिलाओं को रोज़गार के अवसर मिलेंगे, बल्कि स्थानीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और सामुदायिक विकास को भी गति मिलेगी।

खानपुर की यह कार्यशाला मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के उद्देश्यों की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाले समय में और अधिक महिलाओं को उद्यमिता की राह पर अग्रसर करेगा। ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण का यह संगम भविष्य में पूरे जनपद के सामाजिक और आर्थिक ढांचे को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभाएगा।

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