घर से नाराज होकर हरियाणा से हरिद्वार पहुंचे दो नाबालिग,, SSP हरिद्वार की सक्रियता पर पुलिस ने गली-गली और घाट-घाट में चलाया सर्च अभियान,, बच्चों को सकुशल पाकर परिजनों ने जताया पुलिस का आभार

इन्तजार रजा हरिद्वार- घर से नाराज होकर हरियाणा से हरिद्वार पहुंचे दो नाबालिग,,
SSP हरिद्वार की सक्रियता पर पुलिस ने गली-गली और घाट-घाट में चलाया सर्च अभियान,,
बच्चों को सकुशल पाकर परिजनों ने जताया पुलिस का आभार
हरिद्वार, 19 अगस्त 2025।
हरिद्वार पुलिस ने एक बार फिर अपनी सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का परिचय देते हुए दो नाबालिग बच्चों को सकुशल बरामद किया। दोनों बालक अपने घर से नाराज होकर हरियाणा (कुरुक्षेत्र) से हरिद्वार चले आए थे। घर से उनके गायब होने की खबर से परिजन बेहद परेशान थे, जिस पर हरियाणा पुलिस ने तुरंत एसएसपी हरिद्वार से संपर्क साधा।
📍 सूचना पर पुलिस हुई अलर्ट
जानकारी मिलते ही एसएसपी हरिद्वार ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएचओ कोतवाली नगर को आवश्यक निर्देश दिए। आदेश के बाद तुरंत पुलिस की कई टीमें गठित की गईं और हरकी पैड़ी क्षेत्र सहित अन्य स्थानों पर सघन चेकिंग अभियान शुरू किया गया।
पुलिस टीमों ने घाट-घाट और गली-गली में बच्चों की तलाश की। साथ ही कंट्रोल रूम के माध्यम से CCTV फुटेज खंगाले गए। पुलिस की सक्रियता का ही परिणाम रहा कि कुछ ही घंटों की मशक्कत के बाद दोनों नाबालिगों को हर की पैड़ी क्षेत्र से सुरक्षित बरामद कर कोतवाली नगर लाया गया।
📝 बच्चों ने बताई नाराजगी की वजह
प्राथमिक पूछताछ में दोनों बच्चों ने बताया कि परिजनों द्वारा उन्हें पढ़ाई-लिखाई को लेकर डांटा गया था। इसके अलावा, उनकी मोटरसाइकिल की मांग पूरी न होने पर वे नाराज हो गए और घर छोड़कर हरिद्वार आ गए।
पुलिस ने दोनों बच्चों को समझाने-बुझाने के बाद उनके परिजनों को सूचित किया। इसके बाद हरियाणा से परिजन हरिद्वार पहुँचे और कोतवाली नगर में अपने बच्चों को सकुशल पाकर उनकी आंखों से खुशी के आँसू छलक पड़े।
🙏 परिजनों ने जताया आभार
बच्चों को सुरक्षित पाकर परिजनों ने हरिद्वार पुलिस और विशेषकर एसएसपी हरिद्वार का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई और गंभीरता से की गई खोजबीन के कारण ही उनके बच्चों को सुरक्षित वापस पाया जा सका।
📢 SSP हरिद्वार की अपील
घटना के बाद एसएसपी हरिद्वार ने सभी माता-पिता और अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि बच्चों के व्यवहार और आवश्यकताओं पर समय-समय पर संवाद करना बेहद जरूरी है। पढ़ाई-लिखाई के लिए बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालें और उनकी भावनाओं को समझें। ऐसा करने से नाबालिगों द्वारा इस तरह के गलत कदम उठाने से बचाया जा सकता है।
👮 पुलिस टीम का योगदान
इस अभियान में समस्त कोतवाली नगर पुलिस टीम ने सराहनीय भूमिका निभाई। पुलिस की मुस्तैदी और संवेदनशीलता ने एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया।
👉 यह घटना न केवल हरिद्वार पुलिस की सतर्कता को दर्शाती है, बल्कि समाज को भी यह संदेश देती है कि बच्चों की मानसिकता और उनकी छोटी-छोटी इच्छाओं को समझना बेहद आवश्यक है। समय पर संवाद और देखभाल ही बच्चों को ऐसे कदम उठाने से रोक सकती है।