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सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत की पहल – हरिद्वार के छात्रों को मिलेगी राहत,, केंद्रीय शिक्षा मंत्री से पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय IIP मोहकमपुर को दो पालियों में संचालन की मांग,, शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच को और मजबूत करने का प्रयास

इन्तजार रजा हरिद्वार- सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत की पहल – हरिद्वार के छात्रों को मिलेगी राहत,,

केंद्रीय शिक्षा मंत्री से पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय IIP मोहकमपुर को दो पालियों में संचालन की मांग,,

शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच को और मजबूत करने का प्रयास

नई दिल्ली। हरिद्वार सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शिक्षा क्षेत्र से जुड़े एक अहम मुद्दे को केंद्र में उठाते हुए बुधवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने हरिद्वार स्थित पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, IIP मोहकमपुर के संचालन को दो पालियों में शुरू करने का आग्रह किया।

श्री रावत ने कहा कि विद्यालय में छात्र संख्या तेजी से बढ़ रही है और प्रवेश की मांग लगातार अधिक होती जा रही है, ऐसे में वर्तमान व्यवस्था अपर्याप्त साबित हो रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि विद्यालय को दो पालियों में संचालित किया जाए तो बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सकेगी।

उन्होंने कहा कि विद्यालय के मौजूदा संसाधनों का समुचित और प्रभावी उपयोग तभी संभव है जब उन्हें अधिक से अधिक छात्रों के हित में लगाया जाए। इस कदम से न केवल छात्रों को बल्कि अभिभावकों को भी बड़ी राहत मिलेगी, जो अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए संघर्षरत रहते हैं।

सांसद त्रिवेन्द्र रावत ने शिक्षा को समाज और राष्ट्र की प्रगति का मूल आधार बताते हुए कहा कि –
“शिक्षा ही वास्तविक सामाजिक परिवर्तन और समान अवसर का माध्यम है। जब ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के विद्यार्थी एक समान अवसर पाएंगे, तभी देश की प्रगति सुनिश्चित होगी।”

उन्होंने आशा व्यक्त की कि केंद्रीय विद्यालय मोहकमपुर को दो पालियों में संचालित करने की अनुमति मिलते ही हरिद्वार के हजारों छात्रों को इसका लाभ मिलेगा। विशेषकर उन परिवारों को जो बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के लिए निजी विद्यालयों का खर्च उठाने में असमर्थ रहते हैं।

इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सांसद रावत की मांग को सकारात्मक रूप से लिया और आश्वासन दिया कि मंत्रालय इस विषय पर गंभीरतापूर्वक विचार करेगा। यदि यह पहल लागू होती है तो विद्यालय में शिक्षा की पहुंच और अधिक व्यापक होगी और विद्यार्थियों का शैक्षिक विकास मजबूत आधार पर स्थापित हो सकेगा।

यह पहल न केवल हरिद्वार के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणादायी साबित हो सकती है। यह संदेश जाएगा कि संसाधनों के अधिकतम उपयोग और प्रबंधन से शिक्षा व्यवस्था को और सशक्त बनाया जा सकता है।

हरिद्वार के छात्र-छात्राओं और अभिभावकों ने भी सांसद त्रिवेन्द्र रावत की इस मांग का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार जल्द ही इस पर निर्णय लेकर विद्यार्थियों को राहत प्रदान करेगी।

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