महिला कल्याण विभाग की पहल – 18 वर्ष पूर्ण कर संस्थाओं से मुक्त किशोर-किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम,, हल्दीराम स्किल अकादमी में तीन माह का मल्टीक्यूज़ीन कोर्स, नौकरी और पुनर्वास की होगी व्यवस्था,, अधिकारियों ने बच्चों को दिया मार्गदर्शन, कहा – मेहनत और ईमानदारी से सफलता के नए आयाम छूएं

इन्तजार रजा हरिद्वार- महिला कल्याण विभाग की पहल – 18 वर्ष पूर्ण कर संस्थाओं से मुक्त किशोर-किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम,,
हल्दीराम स्किल अकादमी में तीन माह का मल्टीक्यूज़ीन कोर्स, नौकरी और पुनर्वास की होगी व्यवस्था,,
अधिकारियों ने बच्चों को दिया मार्गदर्शन, कहा – मेहनत और ईमानदारी से सफलता के नए आयाम छूएं
हरिद्वार, 22 अगस्त 2025।
महिला कल्याण विभाग उत्तराखंड ने बाल देखरेख संस्थाओं से 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद मुक्त हो रहे किशोर-किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सराहनीय पहल शुरू की है। इसी क्रम में विकास भवन ऑडिटोरियम हॉल, हरिद्वार में केयरलीवर इनर सर्किल (CLIC) एवं हल्दीराम स्किल अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई।
इस कार्यशाला का उद्देश्य संस्थाओं से बाहर आ रहे किशोर-किशोरियों को जीवन के नए पड़ाव के लिए तैयार करना और उन्हें रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण से जोड़ना है।
अधिकारियों ने दिया मार्गदर्शन
कार्यक्रम में निदेशक महिला कल्याण विभाग बी.एल. राणा ने कहा कि यह पहल इन बच्चों को नया जीवन देने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि “संस्था छोड़ने के बाद बच्चों के सामने सबसे बड़ी चुनौती आत्मनिर्भर बनने की होती है। आने वाले तीन माह का प्रशिक्षण उनके भविष्य को दिशा देगा। जिस भी क्षेत्र में जाना है, उसमें महारत हासिल करनी होगी। मेहनत और ईमानदारी ही सफलता की कुंजी है।”
अपर जिलाधिकारी प्रशासन पी.आर. चौहान ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि “यह आपकी मंजिल नहीं बल्कि शुरुआत है। जीवन में कई रास्ते हैं, लेकिन जिस रास्ते को चुनें उसमें दक्षता और एकाग्रता जरूरी है। दिमाग को हमेशा सकारात्मक रखें और तनाव से दूर रहें। कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता, बस उसे ईमानदारी से करना चाहिए।”
केयरलीवर के मेंटर अजय जुगरान ने कहा कि “संस्था छोड़ने के बाद नई यात्रा की शुरुआत हो रही है। अवसर और परिश्रम जीवन के दो पहिए हैं। परिश्रम और भाग्य मिलकर ही सौभाग्य का निर्माण करते हैं। कर्म करते रहिए, सफलता अवश्य मिलेगी।”
हल्दीराम स्किल अकादमी में तीन माह का प्रशिक्षण
निदेशक बी.एल. राणा ने बताया कि विभाग की ओर से हल्दीराम स्किल अकादमी, नोएडा में तीन महीने का रेजिडेंशियल “मल्टीक्यूज़ीन कोर्स” शुरू किया गया है। इस प्रशिक्षण में कुल 18 किशोर-किशोरियां शामिल होंगे। इनमें से 12 विधि विवादित श्रेणी से मुक्त किशोर हैं जबकि 6 बालिकाएं अनाथ, निराश्रित और परित्यक्त श्रेणी की हैं।
जिलों के अनुसार चयनित बच्चों की संख्या –
- हरिद्वार से – 13
- देहरादून से – 2
- उधमसिंह नगर से – 3
कोर्स पूरा करने के बाद बच्चों को दिल्ली, नोएडा और अन्य आउटलेट्स में नौकरी दी जाएगी।
मिलेगी नौकरी और आर्थिक सहयोग
हल्दीराम स्किल अकादमी, नोएडा में प्रशिक्षण के दौरान किशोर-किशोरियों को आवास, भोजन, साफ-सफाई सामग्री, ट्रांसपोर्टेशन, यूनिफॉर्म और किट (मोबाइल सहित) की सुविधाएं दी जाएंगी। प्रशिक्षण के उपरांत उन्हें हल्दीराम के विभिन्न आउटलेट्स पर नौकरी दी जाएगी।
पहले माह में अतिरिक्त आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाएगा, जबकि प्रारंभिक वेतन 18,902 रुपये तय किया गया है।
इस पूरी पहल में केयरलीवर इनर सर्किल (CLIC) फोरम सहयोग कर रहा है।
25 अगस्त को प्रस्थान करेंगे किशोर-किशोरियां
चयनित सभी 18 किशोर-किशोरियां 25 अगस्त 2025 को नोएडा के लिए प्रस्थान करेंगे।
कार्यक्रम में शामिल अधिकारी
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन पी.आर. चौहान, निदेशक महिला कल्याण बी.एल. राणा, सीपीओ अंजना गुप्ता, डिप्टी सीपीओ राजीव नयन, डीपीओ देहरादून मीना बिष्ट, डीपीओ हरिद्वार अविनाश, डीपीओ उधमसिंह नगर व्योम जैन, सीएलआईसी से गिरीश, अनीषा और अजय जुगरान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
यह पहल न केवल बाल देखरेख संस्थाओं से मुक्त किशोर-किशोरियों के जीवन को नई दिशा देगी बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ते हुए आत्मनिर्भर बनाने में भी मील का पत्थर साबित होगी।