कलियर उर्स मेला 2025: प्रशासन और पुलिस ने ब्रीफिंग कर सुरक्षा व्यवस्था को दी मजबूती,, 4 जोन, 13 सेक्टरों में बांटा गया कलियर मेला क्षेत्र, 24 अस्थाई चौकियां और 11 वॉच टावर बनाए गए ,तीसरी आंख भी करेगी पहरेदारी,, जायरीनों की सुरक्षा सर्वोपरि, पुलिसकर्मियों को दिए गए सख्त दिशा-निर्देश,, पवित्र दरगाह साबिर पाक के 757वें वार्षिक उर्स का कुछ इस तरह हो गया आगाज़,,
मेले को सकुशल और निर्विघ्न रूप से संपन्न कराने हेतु हज हाउस पिरान कलियर में एक विशेष बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक रामचंद्र सेठ और एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने पुलिस अधिकारियों और जवानों को सुरक्षा संबंधी विस्तृत दिशा-निर्देश दिए।

इन्तजार रजा हरिद्वार- कलियर उर्स मेला 2025: प्रशासन और पुलिस ने ब्रीफिंग कर सुरक्षा व्यवस्था को दी मजबूती,,
4 जोन, 13 सेक्टरों में बांटा गया कलियर मेला क्षेत्र, 24 अस्थाई चौकियां और 11 वॉच टावर बनाए गए ,तीसरी आंख भी करेगी पहरेदारी,,
जायरीनों की सुरक्षा सर्वोपरि, पुलिसकर्मियों को दिए गए सख्त दिशा-निर्देश,,
पवित्र दरगाह साबिर पाक के 757वें वार्षिक उर्स का कुछ इस तरह हो गया आगाज़,,
हरिद्वार जिले के पिरान कलियर में हजरत मखदूम अली अहमद साबिर साहब का 757वां वार्षिक उर्स मेला शुरू हो गया है। यह मेला केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक ही नहीं, बल्कि साम्प्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का अद्वितीय उदाहरण भी है। लाखों जायरीन इस मेले में शिरकत करते हैं, ऐसे में प्रशासन और पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती इसे शांति, सुरक्षा और व्यवस्था के साथ संपन्न कराना होती है। इसी उद्देश्य से इस बार हरिद्वार पुलिस और प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं।
सुरक्षा और प्रबंधन की रणनीति
मेले को सकुशल और निर्विघ्न रूप से संपन्न कराने हेतु हज हाउस पिरान कलियर में एक विशेष बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक रामचंद्र सेठ और एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने पुलिस अधिकारियों और जवानों को सुरक्षा संबंधी विस्तृत दिशा-निर्देश दिए।
इस बार उर्स मेले को 4 जोन और 13 सेक्टरों में विभाजित किया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने में आसानी हो। 24 अस्थाई पुलिस चौकियों और 11 वॉच टावर बनाए गए हैं, जिनसे मेला क्षेत्र की निरंतर निगरानी की जाएगी। इसके अलावा करीब 100 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि असामाजिक और आपराधिक तत्वों पर पैनी नजर रखी जा सके।
आपदा प्रबंधन और सुरक्षा इंतजाम
उर्स के दौरान हर साल बड़ी संख्या में जायरीन नहर घाट और बावन दर्रा जैसे स्थलों पर स्नान और दर्शन के लिए पहुंचते हैं। डूबने की घटनाओं की रोकथाम हेतु इस बार पीएसी आपदा राहत तैराक दल और जल पुलिस की टीमें चौकस हैं।
आगजनी की आशंका से बचाव के लिए कलियर लंगरों में 4 स्थानों पर फायर यूनिट की टीमें तैनात की गई हैं। वहीं, भीड़-भाड़ के दौरान होने वाली जेबकटी और चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए जेबकतरा स्क्वाड और महिला जायरीनों की सुरक्षा हेतु एक विशेष महिला पुलिस स्क्वाड तैनात किया गया है।
बच्चों के गुम होने और खोई-पाई संपत्ति की समस्याओं से निपटने के लिए खोया-पाया केंद्र की भी स्थापना की गई है।
यातायात और पार्किंग व्यवस्था
उर्स के दौरान भारी वाहनों की आवाजाही पर विशेष रोक लगाई गई है। 4 से 9 सितंबर तक बड़े और भारी वाहनों का प्रवेश मेला क्षेत्र में पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। ट्रैफिक पुलिस ने विस्तृत ट्रैफिक प्लान जारी किया है।
इसके अंतर्गत 10 स्थानों पर अस्थाई बैरियर और 7 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
🔹 प्रमुख पार्किंग स्थल –
- चौकी कोर कॉलेज से पहले रहमपुर रोड (बड़ा वाहन)
- रहमतपुर रोड फ्लाई ओवर के पास (बड़ा वाहन)
- मेहवड़ पुल के नीचे सिंचाई विभाग का मैदान (बड़ा वाहन)
- धनौरी NIC कॉलेज ग्राउंड पार्किंग (बड़ा वाहन)
- मेहवड़ फ्लाई ओवर के नीचे (बड़ा वाहन)
- बेडपुर चौक के पास खाली ग्राउंड (बड़ा वाहन)
- कलियर चौक के पास खाली भूमि (टू-व्हीलर पार्किंग)
पुलिसकर्मियों को दिए गए दिशा-निर्देश
शेखर चंद्र सुयाल, एसपी देहात रुड़की
“जायरीनों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। हर पुलिसकर्मी को जिम्मेदारी और ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभानी होगी। अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं होगी और असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा।”ड्यूटी में किसी भी प्रकार की लापरवाही या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने पुलिस बल को निर्देशित किया कि –
- ड्यूटी से नदारद रहने वाले या नशे की हालत में पाए जाने वाले कर्मियों पर तुरंत सख्त कार्रवाई होगी।
- सभी पुलिस कर्मी अनुशासन और सेवा भाव से ड्यूटी करें।
- जायरीनों के साथ शालीन और सभ्य व्यवहार किया जाए, अभद्रता बर्दाश्त नहीं होगी।
- दरगाह क्षेत्र में प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग गेट का उपयोग अनिवार्य होगा।
- किसी को भी परिसर में अनावश्यक रूप से रुकने की अनुमति न दी जाए।
- जेबकतरे, उठाईगिरो, झपट्टा मारने वालों और असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।
- महिला जायरीनों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
प्रशासन का संदेश: “जायरीनों को न हो कोई असुविधा”
दीपक रामचंद्र सेठ, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की
“सभी विभाग आपसी तालमेल के साथ काम करें, ताकि जायरीनों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। हमारा उद्देश्य है कि यह उर्स मेला शांति और सौहार्द के साथ संपन्न हो।” सभी विभागों को आपसी तालमेल और समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जायरीनों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। किसी को भी भोजन, पानी, आवागमन या सुरक्षा से संबंधित समस्या का सामना न करना पड़े।
उन्होंने यह भी कहा कि भीड़भाड़ के समय सभी अधिकारी और जवान सतर्क रहें और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें।
पिछली घटनाओं से मिली सीख
एसपी देहात ने कहा कि हाल ही में मनसा देवी मंदिर पर हुए हादसे को ध्यान में रखते हुए इस बार विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सभी पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी तरह की लापरवाही या चूक न हो। उन्होंने दोहराया कि जायरीनों की सुरक्षा और सुविधा ही पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
जायरीनों की उमड़ी भीड़ और श्रद्धा
कलियर दरगाह में उर्स का मेला धार्मिक उत्साह और आस्था का अद्भुत संगम है। हर साल की तरह इस बार भी लाखों जायरीन दूर-दराज से दरगाह पहुंच रहे हैं। प्रशासन और पुलिस की मुस्तैदी से जायरीनों में सुरक्षा का भरोसा और श्रद्धा का माहौल बना हुआ है।
इस प्रकार, पिरान कलियर का उर्स मेला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि प्रशासनिक दृष्टि से भी एक बड़ी चुनौती है। इस बार की तैयारियां और सुरक्षा प्रबंधन यह साबित करते हैं कि प्रशासन और पुलिस जायरीनों की सेवा और सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सजग और प्रतिबद्ध हैं।