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मंडलीय विकास कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग समीक्षा बैठक,, आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने दिए सख्त निर्देश, लापरवाह अधिकारियों पर होगी कार्रवाई,, जिला स्तरीय विभागों को सौंपा गया शत-प्रतिशत प्रगति का लक्ष्य

इन्तजार रजा हरिद्वार- मंडलीय विकास कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग समीक्षा बैठक,,

आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने दिए सख्त निर्देश, लापरवाह अधिकारियों पर होगी कार्रवाई,,

जिला स्तरीय विभागों को सौंपा गया शत-प्रतिशत प्रगति का लक्ष्य

गढ़वाल मंडल में विकास कार्यों की गति को लेकर 4 सितम्बर 2025 को एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह बैठक आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्पन्न हुई। बैठक का उद्देश्य मंडलीय स्तर पर चल रहे विकास कार्यों की प्रगति का आकलन करना और जिन विभागों की प्रगति संतोषजनक नहीं है, उन्हें चेतावनी देना था।

आयुक्त ने साफ कहा कि विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आगामी समीक्षा बैठक तक सभी विभाग अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित करें, अन्यथा जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

बीस सूत्रीय कार्यक्रम और जिला योजना पर विशेष जोर

मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने समस्त जिला स्तरीय विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आगामी समीक्षा बैठक तक सभी योजनाओं और कार्यक्रमों में शत-प्रतिशत प्रगति सुनिश्चित की जाए। विशेष रूप से बीस सूत्रीय कार्यक्रम के तहत जिन मदों की श्रेणी “C” और “D” में दर्ज है, उन्हें किसी भी दशा में “A श्रेणी” में लाना अनिवार्य है।

इसी प्रकार, जिला योजना के अंतर्गत अवमुक्त धनराशि का पूरा व्यय समयबद्ध तरीके से करना होगा। केंद्र पोषित योजनाओं और राज्य योजनाओं में भी व्यय की गति को बढ़ाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया। आयुक्त ने कहा कि गतिमान कार्यों को निश्चित समयसीमा में पूर्ण करना ही विभागों की प्राथमिकता होनी चाहिए।

प्रगति रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत करने के निर्देश

बैठक में यह भी तय किया गया कि सभी विभाग प्रत्येक माह की 2 तारीख तक जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय को प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे। यह रिपोर्ट हार्ड कॉपी और सॉफ्ट कॉपी दोनों स्वरूपों में भेजी जानी अनिवार्य होगी।

मुख्य विकास अधिकारी ने स्पष्ट कहा कि रिपोर्ट प्रस्तुत करने में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी अस्वीकार्य होगी। प्रगति रिपोर्ट को गंभीरता से लेना और सही आंकड़े प्रस्तुत करना प्रत्येक विभाग की जिम्मेदारी है।

अधिकारियों की उपस्थिति और सहभागिता

समीक्षा बैठक में जिला विकास अधिकारी, नगर आयुक्त, नगर निगम, अर्थ एवं संख्याधिकारी, जिला पंचायतीराज अधिकारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र, अधिशासी अभियंता (सिंचाई, ट्यूबवेल, लोक निर्माण विभाग, पेयजल निगम, जल संस्थान), अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, अपर सांख्यकीय अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, जिला क्रीड़ा अधिकारी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

सभी अधिकारियों को आयुक्त द्वारा सख्त चेतावनी दी गई कि जनता से जुड़े विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही सीधे उनकी जिम्मेदारी मानी जाएगी।

विकास कार्यों में तेजी लाने का संकल्प

आयुक्त विनय शंकर पाण्डेय ने बैठक के अंत में कहा कि गढ़वाल मंडल की जनता के हित में चल रही योजनाओं को समयसीमा में पूरा करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे टीम वर्क और समन्वय के साथ कार्य करें, ताकि योजनाओं का लाभ अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति तक पहुंच सके।

बैठक का मुख्य संदेश स्पष्ट था—

  • विकास कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
  • विभागों को धनराशि का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करना होगा।
  • बीस सूत्रीय कार्यक्रम और जिला योजना को प्राथमिकता के साथ लागू करना होगा।
  • समयसीमा और गुणवत्ता दोनों का ध्यान रखा जाएगा।

इस प्रकार 4 सितम्बर को हुई यह समीक्षा बैठक केवल समीक्षा भर नहीं, बल्कि विकास कार्यों में तेजी और पारदर्शिता लाने का ठोस संकल्प भी साबित हुई। जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रशासन ने अपनी कार्यशैली में सख्ती और जवाबदेही दोनों को शामिल करने का संकेत दे दिया है।

👉 कुल मिलाकर, यह संदेश साफ है कि गढ़वाल मंडल में अब विकास कार्यों की रफ्तार थमने नहीं दी जाएगी, और किसी भी विभाग या अधिकारी की लापरवाही सीधे कार्रवाई का कारण बनेगी

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