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विकास कार्यों की प्रगति पर मंडलीय समीक्षा बैठक,, आयुक्त गढ़वाल ने दिए सख्त निर्देश, एक सप्ताह में अधीनस्थ बैठकों का विवरण अनिवार्य,, मानसून के बाद मिशन मोड में होंगे अधूरे कार्य पूरे

आयुक्त गढ़वाल ने बैठक के दौरान कहा कि पूर्व में दिए गए निर्देशों के बावजूद जिन अधिकारियों ने अभी तक अपने अधीनस्थ विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकें आयोजित नहीं की हैं, वे एक सप्ताह के भीतर बैठक आयोजित कर उसकी कार्यवाही से अवगत कराएं। उन्होंने साफ किया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और समयबद्ध रिपोर्ट अनिवार्य रूप से आयुक्त कार्यालय को भेजी जाए।

इन्तजार रजा हरिद्वार- विकास कार्यों की प्रगति पर मंडलीय समीक्षा बैठक,,

आयुक्त गढ़वाल ने दिए सख्त निर्देश, एक सप्ताह में अधीनस्थ बैठकों का विवरण अनिवार्य,,

मानसून के बाद मिशन मोड में होंगे अधूरे कार्य पूरे

गढ़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी स्थित विकास भवन सभागार में आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में गुरुवार को एक अहम मंडलीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में मंडल स्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ गढ़वाल मंडल के अन्य जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े। इस दौरान विभिन्न विभागों की योजनाओं और कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई और लापरवाह अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी गई।

अधीनस्थ अधिकारियों की बैठकें एक सप्ताह में हों अनिवार्य

आयुक्त गढ़वाल ने बैठक के दौरान कहा कि पूर्व में दिए गए निर्देशों के बावजूद जिन अधिकारियों ने अभी तक अपने अधीनस्थ विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकें आयोजित नहीं की हैं, वे एक सप्ताह के भीतर बैठक आयोजित कर उसकी कार्यवाही से अवगत कराएं। उन्होंने साफ किया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और समयबद्ध रिपोर्ट अनिवार्य रूप से आयुक्त कार्यालय को भेजी जाए।

पेयजल योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश

बैठक में सबसे अहम मुद्दा पेयजल योजनाओं का रहा। आयुक्त ने जल निगम की उन पंपिंग योजनाओं पर चिंता जताई जो वन विभाग की अनापत्ति के अभाव में लटकी हुई हैं। उन्होंने जल निगम और वन विभाग के अधिकारियों को परस्पर समन्वय स्थापित कर शीघ्र समाधान निकालने के निर्देश दिए। आयुक्त ने कहा कि जनहित से जुड़ी योजनाओं को टालमटोल या विभागीय पत्राचार की भेंट चढ़ाना उचित नहीं है।

मानसून समाप्ति के बाद मिशन मोड में कार्य

आयुक्त ने स्पष्ट किया कि अगले 10 से 15 दिनों में मानसून समाप्त होने पर विकास कार्यों को मिशन मोड में पूरा कराया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बरसात के बाद किसी भी बहाने से कार्यों में ढिलाई नहीं होनी चाहिए। इसके लिए सभी विभाग अभी से कार्य योजना तैयार कर लें और आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

हर पखवाड़े समीक्षा बैठक अनिवार्य

आयुक्त गढ़वाल ने निर्देश दिए कि सभी मंडलीय अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारियों की हर पखवाड़े समीक्षा बैठक करें और बैठक का कार्यवृत्त अनिवार्य रूप से आयुक्त कार्यालय को उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि केवल कागजी कार्यवाही नहीं बल्कि वास्तविक प्रगति परखने की आवश्यकता है।

कमजोर प्रगति वाले विभागों की होगी पहचान

बैठक में जिला अर्थ एवं संख्या विभाग को यह जिम्मेदारी दी गई कि जिन विभागों की प्रगति संतोषजनक नहीं है, उन्हें चिन्हित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। आयुक्त ने कहा कि पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए यह आवश्यक है ताकि समय रहते सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें।

बैठक में वरिष्ठ अधिकारी रहे उपस्थित

इस समीक्षा बैठक में पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल राजीव स्वरूप, जिलाधिकारी पौड़ी श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, वन संरक्षक गढ़वाल आकाश कुमार वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी गिरीश गुणवंत, संयुक्त निदेशक अर्थ एवं संख्या गीतांजलि शर्मा, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग एम.पी.एस. रावत, संयुक्त निदेशक तकनीकी शिक्षा देवेंद्र गिरी, परियोजना निदेशक ब्रिडकुल संजय कुमार जैन, निदेशक शिक्षा कंचन देवड़ी, अधीक्षण अभियंता पीएमजीएसवाई एस.के. बसलियाल, उप निदेशक पशुपालन बी.एस. जंगपांगी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

अधिकारियों की जवाबदेही पर जोर

आयुक्त गढ़वाल ने कहा कि मंडल स्तर पर बैठकों का उद्देश्य सिर्फ कार्यों की समीक्षा करना नहीं है, बल्कि अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराना भी है। उन्होंने कहा कि योजनाओं में देरी का सीधा असर जनता पर पड़ता है और शासन की छवि पर भी प्रश्नचिह्न लगता है। इसलिए अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और तत्परता से निभाएं।

गढ़वाल मंडल की इस समीक्षा बैठक में जहां विभागीय योजनाओं की धीमी प्रगति पर चिंता व्यक्त की गई, वहीं आयुक्त ने अधिकारियों को समयबद्ध कार्यवाही, जवाबदेही और पारदर्शिता पर जोर देते हुए स्पष्ट किया कि अब योजनाओं को टालने का दौर खत्म होना चाहिए। आने वाले दिनों में विकास कार्यों को मिशन मोड में पूरा करने की तैयारी ही इस बैठक का सबसे बड़ा संदेश रही।

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