कप्तान तृप्ति भट्ट के नेतृत्व में कालनेमि अभियान जारी,, जीआरपी हरिद्वार ने दबोचे चार फर्जी साधु बाबा,, देवभूमि की छवि बचाने का प्रयास,, यात्रियों को तंत्र-मंत्र और भीख मांगकर कर रहे थे परेशान

इन्तजार रजा हरिद्वार- कप्तान तृप्ति भट्ट के नेतृत्व में कालनेमि अभियान जारी,,
जीआरपी हरिद्वार ने दबोचे चार फर्जी साधु बाबा,,
देवभूमि की छवि बचाने का प्रयास,,
यात्रियों को तंत्र-मंत्र और भीख मांगकर कर रहे थे परेशान
हरिद्वार, 08 सितम्बर 2025।
देवभूमि उत्तराखंड की पवित्र छवि को धूमिल करने वाले फर्जी साधु-बाबाओं पर जीआरपी हरिद्वार का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। कप्तान तृप्ति भट्ट के नेतृत्व में चल रहे “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत पुलिस ने चार ऐसे पाखंडी बाबाओं को गिरफ्तार किया है, जो साधु वेशभूषा धारण कर यात्रियों को झूठी तंत्र-मंत्र विद्या दिखाकर और भीख मांगकर परेशान कर रहे थे।
यात्रियों की शिकायत पर हुई कार्रवाई
रेलवे स्टेशन पर लगातार आ रही शिकायतों के बाद जीआरपी ने विशेष चेकिंग अभियान चलाया। जांच के दौरान यह सामने आया कि कुछ लोग साधु वेश धारण कर भोले-भाले यात्रियों को तंत्र-मंत्र के नाम पर ठग रहे थे। कोई बीमारी ठीक करने का झांसा दे रहा था तो कोई भूत-प्रेत उतारने की फर्जी बातें कर रहा था। इनकी हरकतों से न केवल यात्रियों को परेशानी हो रही थी बल्कि देवभूमि की धार्मिक आस्था भी आहत हो रही थी।
कप्तान तृप्ति भट्ट का सख्त रुख
जीआरपी हरिद्वार की कप्तान तृप्ति भट्ट ने साफ किया है कि ऐसे असामाजिक तत्वों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनका कहना है कि कालनेमि अभियान का मकसद धार्मिक आस्था के नाम पर हो रहे छलावे और ठगी पर रोक लगाना है। उन्होंने कहा—
“हरिद्वार में रेलवे स्टेशन पर साधु वेश में घूमने वाले नकली बाबाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। यात्रियों की सुरक्षा और श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
चार कालनेमि गिरफ्तार
ऑपरेशन के दौरान जीआरपी ने चार पाखंडी बाबाओं को धर दबोचा। इनकी पहचान इस प्रकार है—
- नन्हें सिंह पुत्र नाथे सिंह, निवासी जलालाबाद, नजीबाबाद, बिजनौर (उ.प्र.)
- बाबूलाल पुत्र रामदयाल, निवासी गंगानगर, वार्ड नं. 09, धनौरा, अमरोहा (उ.प्र.)
- ऋषिपाल पुत्र नत्थु, निवासी रामघाट रोड, चंडोली, अलीगढ़ (उ.प्र.)
- आनन्द गिरी पुत्र राजाराम गिरी, निवासी वार्ड नं. 10, खालसा कॉलेज, गोल्डन कालोनी, यमुनानगर (हरियाणा)
इन सभी को बीएनएसएस की धारा 172(2) के तहत गिरफ्तार कर थाना जीआरपी हरिद्वार लाया गया। यहां पूछताछ के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
यात्रियों को राहत
रेलवे स्टेशन पर कार्रवाई के दौरान कई यात्रियों ने राहत की सांस ली। यात्रियों का कहना था कि लंबे समय से ऐसे लोग तंग कर रहे थे। कोई हाथ फैलाकर जबरन पैसे मांगता था तो कोई तंत्र-मंत्र दिखाकर डराने की कोशिश करता था। अब पुलिस की कार्रवाई से यात्रियों में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है।
कालनेमि अभियान की पृष्ठभूमि
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड पुलिस ने “ऑपरेशन कालनेमि” की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य उन लोगों पर नकेल कसना है जो साधु-संतों की पवित्र छवि का दुरुपयोग कर फर्जी ढंग से लोगों को ठगते हैं। पौराणिक कथाओं में कालनेमि असुर छल-कपट से लोगों को भ्रमित करता था, उसी तर्ज पर यह अभियान नकली साधु और ढोंगियों को पकड़ने के लिए चलाया जा रहा है।
देवभूमि की छवि बचाने का प्रयास
हरिद्वार, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं, वहां ऐसे पाखंडी साधु न केवल लोगों को ठगते हैं बल्कि देवभूमि की छवि भी खराब करते हैं। जीआरपी हरिद्वार का यह अभियान प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक पवित्रता को बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
कप्तान तृप्ति भट्ट का संदेश
कप्तान तृप्ति भट्ट ने यात्रियों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे ऐसे फर्जी साधुओं के बहकावे में न आएं और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने कहा कि पुलिस की टीम हर समय यात्रियों की सुरक्षा के लिए तत्पर है और ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस तरह, जीआरपी हरिद्वार ने एक बार फिर यह साबित किया है कि कानून और व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों की जगह सलाखों के पीछे ही है। ऑपरेशन कालनेमि के तहत की गई यह कार्रवाई न केवल यात्रियों के लिए राहत लेकर आई है बल्कि हरिद्वार की पावन भूमि को ढोंगियों से मुक्त कराने की दिशा में भी बड़ा कदम है।