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ड्रग्स फ़्री देवभूमि मिशन 2025: हजारा ग्रांट में सिडकुल पुलिस की चौपाल,, एसएसपी हरिद्वार के आदेश पर आयोजित हुआ नशा मुक्ति अभियान कार्यक्रम,, ग्रामीणों ने लिया संकल्प – “जिंदगी को हां, नशे को ना” थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने लगाई पाठशाला

इन्तजार रजा हरिद्वार-  ड्रग्स फ़्री देवभूमि मिशन 2025: हजारा ग्रांट में सिडकुल पुलिस की चौपाल,,

एसएसपी हरिद्वार के आदेश पर आयोजित हुआ नशा मुक्ति अभियान कार्यक्रम,,

ग्रामीणों ने लिया संकल्प – “जिंदगी को हां, नशे को ना” थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने लगाई पाठशाला

हरिद्वार। उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने के लक्ष्य के साथ चल रहे ड्रग्स फ़्री देवभूमि मिशन 2025 के तहत शनिवार को थाना सिडकुल पुलिस ने ग्राम हजारा ग्रांट में चौपाल का आयोजन किया। यह कार्यक्रम एसएसपी हरिद्वार के आदेश पर आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नशे के बढ़ते खतरे को रोकना और समाज को स्वस्थ दिशा देना था। चौपाल में पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत करते हुए स्पष्ट संदेश दिया कि नशे के कारोबार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति नशे के सौदागरों की मदद करता पाया गया तो उसके खिलाफ भी उसी प्रकार से कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी जैसी नशा बेचने वालों पर होती है।

ग्रामीणों को जागरूक करते हुए पुलिस ने बताया कि गांव और शहर को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। नशा करने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनकी काउंसलिंग की जाएगी ताकि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। इसी क्रम में ग्रामीणों से अपील की गई कि नशा बेचने वालों की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।

इस मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने भी पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अपने गांव को नशे के जाल से बचाने के लिए वे पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे। चौपाल में विशेष रूप से नशा मुक्त शहर-नशा मुक्त गांव अभियान के तहत लोगों को शपथ भी दिलाई गई – “जिंदगी को हां, नशे को ना।”

इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में साइबर सुरक्षा और यातायात सुरक्षा के विषय पर भी विस्तार से चर्चा की गई। ग्रामीणों को बताया गया कि किस प्रकार डिजिटल युग में सतर्क रहना आवश्यक है और सड़क पर यातायात नियमों का पालन कर दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।

नशा मुक्त वाहिनी की पूरी टीम भी चौपाल में मौजूद रही और ग्रामीणों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि हजारा ग्रांट ही नहीं, पूरे हरिद्वार जिले को नशे से मुक्त कर स्वस्थ और सुरक्षित समाज का निर्माण किया जाएगा।

👉 यह चौपाल न केवल जागरूकता का मंच बनी, बल्कि पुलिस और जनता के बीच आपसी विश्वास और सहयोग की नई मिसाल भी पेश कर गई।

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