डीएम मयूर दीक्षित का रुड़की मे ट्रामा सेंटर से आईसीयू वार्ड तक औचक निरीक्षण,, उपजिला चिकित्सालय रुड़की की व्यवस्थाओं पर जताई नाराजगी,, खराब मशीनें बदलने व बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

इन्तजार रजा हरिद्वार- डीएम मयूर दीक्षित का रुड़की मे ट्रामा सेंटर से आईसीयू वार्ड तक औचक निरीक्षण,,
उपजिला चिकित्सालय रुड़की की व्यवस्थाओं पर जताई नाराजगी,,
खराब मशीनें बदलने व बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
हरिद्वार, 14 सितंबर 2025।
जनपद हरिद्वार में स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देने की दिशा में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने रविवार को उपजिला चिकित्सालय रुड़की का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का बारीकी से जायजा लिया और कई खामियों पर नाराजगी जताई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि अस्पताल में आने वाले प्रत्येक मरीज को आवश्यक सुविधाएं प्राथमिकता से उपलब्ध कराई जाएं, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
ट्रामा सेंटर से आईसीयू वार्ड तक निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने ट्रामा सेंटर, ब्लड बैंक, आईसीयू वार्ड, महिला वार्ड और पुरुष वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि चिकित्सालय में सीटी स्कैन मशीन खराब पड़ी है। इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को तत्काल नई मशीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी मरीज को जांच कराने के लिए बाहर न जाना पड़े, इसके लिए अस्पताल प्रशासन पूरी जिम्मेदारी निभाए।
साफ-सफाई पर सख्ती, सीलन दूर करने के आदेश
निरीक्षण में यह भी सामने आया कि कई कमरों में सीलन की समस्या बनी हुई है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी कमरों की मरम्मत और व्यवस्था सुधारने के आदेश दिए। वहीं अस्पताल में साफ-सफाई को लेकर भी उन्होंने गंभीर रुख अपनाया। उन्होंने सफाई कार्मिकों और चिकित्सा अधीक्षक को विशेष निर्देश दिए कि स्वच्छता पर कोई लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में गंदगी मरीजों के स्वास्थ्य को और अधिक प्रभावित करती है, इसलिए स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री की प्राथमिकता – बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्राथमिकता है कि किसी भी मरीज को स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में परेशान न होना पड़े। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी टेस्ट, आईसीयू की सुविधा, दवा वितरण और अन्य जांचें अस्पताल परिसर में ही उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि मरीजों को बाहर से दवा खरीदने की स्थिति न बने।
उपकरणों और स्टाफ की कमी को दूर करने के निर्देश
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान स्पष्ट किया कि यदि अस्पताल में कोई उपकरण या मशीन खराब है तो उसके लिए नए उपकरण की मांग का प्रस्ताव तत्काल शासन को भेजा जाए। वहीं यदि स्टाफ की कमी है तो शासन को पत्र भेजकर रिक्त पदों को भरने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए धन की कोई कमी नहीं रखी जाएगी।
ब्लड बैंक भवन और जीर्ण-शीर्ण कमरे
नए ब्लड बैंक भवन का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिया कि भवन में यदि कोई भी कार्य अधूरा है तो उसे तत्काल पूरा कराकर कार्यदायी संस्था से हस्तांतरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही अस्पताल परिसर में मौजूद जीर्ण-शीर्ण भवनों और कमरों के ध्वस्तीकरण के लिए भी उन्होंने आदेश दिए।
प्रशासनिक अमले की उपस्थिति
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के साथ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक सेठ, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ए.के. मिश्रा, ब्लड बैंक प्रभारी रजत सैनी, तहसीलदार विकास अवस्थी समेत अन्य चिकित्सक और कर्मचारी भी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी की सख्त चेतावनी
निरीक्षण के अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि भविष्य में लापरवाही पाई गई तो जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
इस औचक निरीक्षण ने अस्पताल प्रशासन को जहां सजग किया है, वहीं मरीजों और आमजन को उम्मीद बंधी है कि उपजिला चिकित्सालय रुड़की में जल्द ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।