एआरटीओ दफ़्तर में पारदर्शिता का बड़ा शिकंजा – औचक दबिश से मचा हड़कंप,, दलालों और निजी काउंटरों पर एआरटीओ की सीधी चेतावनी – ‘अब नहीं चलेगा गोरखधंधा,, पारदर्शिता और राहत का वादा – आमजन से सीधे संपर्क की अपील
हरिद्वार एआरटीओ कार्यालय परिसर गुरुवार को अचानक पुलिस जैसी दबिश का गवाह बना। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) निखिल शर्मा और एआरटीओ नेहा झा खुद दल-बल के साथ मैदान में उतरे। उनके आते ही कार्यालय के बाहर और आस-पास फैली अव्यवस्था, दलाली व निजी काउंटरों की हलचल तेज़ हो गई। टीम ने हर कोने की तलाशी ली और साफ़ संदेश दिया – “हरिद्वार एआरटीओ अब दलालों की शरण नहीं, जनता की सेवा का केन्द्र बनेगा।”

इन्तजार रजा हरिद्वार- एआरटीओ दफ़्तर में पारदर्शिता का बड़ा शिकंजा – औचक दबिश से मचा हड़कंप,,
दलालों और निजी काउंटरों पर एआरटीओ की सीधी चेतावनी – ‘अब नहीं चलेगा गोरखधंधा,,
पारदर्शिता और राहत का वादा – आमजन से सीधे संपर्क की अपील
हरिद्वार। संवाददाता – इन्तज़ार रज़ा
हरिद्वार एआरटीओ कार्यालय परिसर गुरुवार को अचानक पुलिस जैसी दबिश का गवाह बना। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) निखिल शर्मा और एआरटीओ नेहा झा खुद दल-बल के साथ मैदान में उतरे। उनके आते ही कार्यालय के बाहर और आस-पास फैली अव्यवस्था, दलाली व निजी काउंटरों की हलचल तेज़ हो गई। टीम ने हर कोने की तलाशी ली और साफ़ संदेश दिया – “हरिद्वार एआरटीओ अब दलालों की शरण नहीं, जनता की सेवा का केन्द्र बनेगा।”
निरीक्षण की शुरुआत में ही अधिकारियों ने बाहरी परिसर में संचालित ढाबों, ठेलियों और वेंडिंग स्टालों से खाद्य सुरक्षा पंजीकरण मांगा। जिनके पास प्रमाणपत्र नहीं था, उन्हें मौके पर ही पंजीकरण कराने के सख़्त आदेश दिए गए। चेतावनी दी गई कि बिना पंजीकरण के चलने वाले खाद्य कारोबार पर अब सीधा शिकंजा कसेगा।
इसी दौरान टीम ने एक निजी काउंटर पर दबिश दी। अधिकारियों को देखते ही वहां बैठा एक संदिग्ध व्यक्ति टेबल-कुर्सी छोड़कर भाग निकला। टीम ने टेबल-कुर्सी जब्त कर ली और दो-टूक कह दिया – “ऐसे अनधिकृत काउंटर और बिचौलिये अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। जहां भी दलाल दिखेगा, वहीं कार्रवाई होगी।”
एआरटीओ निखिल शर्मा ने मौके पर ही घोषणा की, “हम हरिद्वार एआरटीओ कार्यालय को पूरी तरह दलाल-मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आमजन को अतिरिक्त खर्च के बोझ से राहत दिलाना हमारी प्राथमिकता है। जनता सीधे विभागीय अधिकारियों से पारदर्शिता के साथ अपना काम कराए। कोई भी बाहरी व्यक्ति न तो फीस तय करेगा और न ही विभाग की छवि खराब करने पाएगा।”
एआरटीओ नेहा झा ने भी सख़्त लहजे में कहा कि विभागीय सेवाओं में किसी भी तरह की दलाली या निजी काउंटर की भूमिका समाप्त कर दी जाएगी। “लोगों को तेज़, निष्पक्ष और पारदर्शी सेवाएं देना हमारी जिम्मेदारी है। हम खुद सड़कों पर उतरकर सुनिश्चित करेंगे कि यह बदलाव जमीन पर दिखे,” उन्होंने कहा।
निरीक्षण के दौरान लोगों ने भी राहत की सांस ली। कई नागरिकों ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से दलालों का हौसला टूटेगा और काम तेज़ी से होगा। वहीं विभागीय टीम ने साफ कर दिया कि यह सिर्फ़ शुरुआत है। समय-समय पर औचक निरीक्षण जारी रहेंगे और गड़बड़ी पाए जाने पर सख़्त कार्रवाई होगी।
एआरटीओ निखिल शर्मा ने सभी कर्मचारियों को भी हिदायत दी कि कार्यालय परिसर के अंदर और बाहर किसी भी अनधिकृत गतिविधि को तुरंत रोका जाए। उन्होंने कहा, “हम पारदर्शिता और सेवा की गुणवत्ता के लिए किसी भी दबाव में नहीं आएंगे। जनता के हितों से समझौता नहीं होगा।”
निखिल शर्मा, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, हरिद्वार
“हमारा लक्ष्य है कि हरिद्वार एआरटीओ कार्यालय को पूरी तरह दलाल-मुक्त बनाया जाए। आमजन को अतिरिक्त खर्च के बोझ से राहत मिले और वे सीधे विभागीय अधिकारियों से पारदर्शिता के साथ अपना काम कराएं। बिना रजिस्ट्रेशन के खाद्य कारोबार करने वालों और अवैध काउंटरों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
इस औचक दबिश ने हरिद्वार एआरटीओ कार्यालय के बाहर दलालों और अनधिकृत काउंटरों के खिलाफ प्रशासन की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को ज़मीन पर उतार दिया है। यह संदेश साफ़ है – अब विभागीय कामकाज सिर्फ़ और सिर्फ़ जनता के हित में होगा, किसी भी बिचौलिये की जगह नहीं बचेगी। पारदर्शी और निष्पक्ष सेवाओं की यह पहल हरिद्वार में परिवहन व्यवस्था की सूरत बदलने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।