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हरिद्वार–रुड़की में औषधि विभाग की सख्ती जारी: खांसी की दवाओं पर चौकन्नी निगाहें,, मैट्रो हॉस्पिटैलिटी से लिए गए 5 सैंपल, रुड़की में विनय विशाल और ऐरन हॉस्पिटल  से भी 10 सैंपल जांच के दायरे में,, वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती की अगुवाई में औषधि निरीक्षक मेघा और हरीश सहित ड्रग्स विभाग का औचक निरीक्षण अभियान तेज,,

राज्य में औषधि गुणवत्ता और जनस्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु औषधि नियंत्रण विभाग उत्तराखंड द्वारा चलाया जा रहा विशेष निरीक्षण अभियान अब और सख्त रुख में दिखाई दे रहा है। हरिद्वार और रुड़की दोनों क्षेत्रों में विभागीय टीमों ने बुधवार को औचक जांच अभियान चलाते हुए अब तक कई अस्पतालों एवं मेडिकल प्रतिष्ठानों से खांसी की दवाओं के 40 नमूने जांच हेतु संग्रहित किए।

इन्तजार रजा- हरिद्वार–रुड़की में औषधि विभाग की सख्ती जारी: खांसी की दवाओं पर चौकन्नी निगाहें,,

मैट्रो हॉस्पिटैलिटी से लिए गए 5 सैंपल, रुड़की में विनय विशाल और ऐरन हॉस्पिटल  से भी 10 सैंपल जांच के दायरे में,,

वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती की अगुवाई में औषधि निरीक्षक मेघा और हरीश सहित ड्रग्स विभाग का औचक निरीक्षण अभियान तेज,,

हरिद्वार, 08 अक्टूबर 2025।
राज्य में औषधि गुणवत्ता और जनस्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु औषधि नियंत्रण विभाग उत्तराखंड द्वारा चलाया जा रहा विशेष निरीक्षण अभियान अब और सख्त रुख में दिखाई दे रहा है। हरिद्वार और रुड़की दोनों क्षेत्रों में विभागीय टीमों ने बुधवार को औचक जांच अभियान चलाते हुए अब तक कई अस्पतालों एवं मेडिकल प्रतिष्ठानों से खांसी की दवाओं के 40 नमूने जांच हेतु संग्रहित किए।

हरिद्वार क्षेत्र में अनीता भारती के नेतृत्व में मैट्रो हॉस्पिटैलिटी का निरीक्षण

वरिष्ठ औषधि निरीक्षक सुश्री अनीता भारती के नेतृत्व में औषधि निरीक्षक मेघा और विभागीय टीम ने सिडकुल क्षेत्र स्थित मैट्रो हॉस्पिटैलिटी में औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान टीम ने कुल 5 औषधि सैंपल जांच हेतु लिए, जिन्हें राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला को भेजा गया है।टीम ने मेडिकल स्टोर्स में दवाओं की वैधता, स्टोरेज कंडीशन, बिलिंग रिकॉर्ड और ड्रग लाइसेंस की गहन जांच की। इस दौरान विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया कि किसी भी मेडिकल प्रतिष्ठान में बिना अनुमति औषधि विक्रय या एक्सपायर्ड दवाओं का स्टॉक न हो।

वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती ने बताया कि—

“औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा खांसी की दवाओं की गुणवत्ता जांच को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। किसी भी मेडिकल प्रतिष्ठान में मानक उल्लंघन या बिना अनुमति औषधि विक्रय पाए जाने पर तत्काल नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने आगे कहा कि यह अभियान औषधि आयुक्त श्री ताजबर सिंह जग्गी के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है, ताकि नागरिकों को केवल सुरक्षित और मानक गुणवत्ता की दवाएं ही प्राप्त हों।

रुड़की में औषधि निरीक्षक हरीश की टीम का औचक अभियान

इसी क्रम में, जनपद हरिद्वार के रुड़की क्षेत्र में औषधि निरीक्षक श्री हरीश के नेतृत्व में विभागीय टीम ने बुधवार को औचक निरीक्षण अभियान चलाया। टीम ने विनय विशाल हॉस्पिटल से 7 औषधि सैंपल और ऐरन हॉस्पिटल से 3 औषधि सैंपल जांच हेतु एकत्र किए।निरीक्षण के दौरान अस्पतालों और मेडिकल स्टोर्स में दवाओं की वैधता, स्टॉक रजिस्टर, बिलिंग व्यवस्था, स्टोरेज सिस्टम और ड्रग लाइसेंस की जांच की गई। टीम ने पाया कि कुछ प्रतिष्ठानों में औषधि रिकॉर्ड का रखरखाव असंतुलित था, जिस पर सुधार के निर्देश दिए गए।

औषधि निरीक्षक हरीश ने बताया कि—

“औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा रुड़की क्षेत्र में सैंपलिंग अभियान लगातार जारी रहेगा। किसी भी स्थिति में मानक से कम गुणवत्ता वाली औषधि को बाजार में नहीं आने दिया जाएगा।”

अब तक 40 सैंपल जांच हेतु भेजे गए – अनीता भारती

वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती ने बताया कि अब तक जनपद हरिद्वार में कुल 40 औषधि सैंपल जांच हेतु राज्य औषधि प्रयोगशाला को भेजे जा चुके हैं। इनमें से अधिकांश सैंपल खांसी की दवाओं, सिरप और एंटीबायोटिक श्रेणी की दवाओं से संबंधित हैं।

उन्होंने कहा कि—

“रिपोर्ट प्राप्त होते ही यदि किसी कंपनी या मेडिकल प्रतिष्ठान द्वारा निम्न गुणवत्ता या मानक उल्लंघन पाया गया, तो विभाग नियमानुसार सख्त कार्रवाई करेगा। दोषी पाए जाने पर लाइसेंस निलंबन और जुर्माने की कार्यवाही की जाएगी।”

औषधि आयुक्त श्री ताजबर सिंह जग्गी ने हरिद्वार और रुड़की क्षेत्र की टीमों के सक्रिय कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि—

“औषधि गुणवत्ता सुनिश्चित करना जनस्वास्थ्य से जुड़ा अत्यंत संवेदनशील विषय है। राज्य सरकार इस दिशा में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी। जनता को सुरक्षित और प्रभावी दवाएं उपलब्ध कराना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

उन्होंने साथ ही निर्देश दिए कि सभी जनपदों में औषधि निरीक्षक नियमित रूप से सैंपलिंग और निरीक्षण कार्य करें तथा किसी भी शिकायत पर तत्काल प्रभाव से जांच और कार्रवाई सुनिश्चित करें।

जनस्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर सख्त निगरानी

औषधि नियंत्रण विभाग ने स्पष्ट किया है कि प्रदेशभर में चल रहा यह सघन निरीक्षण अभियान अनवरत जारी रहेगा। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मेडिकल स्टोर्स, फार्मेसी, अस्पताल और दवा कंपनियों की नियमित जांच की जाए, ताकि किसी भी स्तर पर मिलीभगत या गुणवत्ता से समझौता न हो सके।अभियान के तहत लाइसेंस नवीनीकरण, बिलिंग पारदर्शिता और दवा भंडारण की उचित स्थिति की भी समीक्षा की जा रही है। विभाग का उद्देश्य केवल नियम पालन नहीं बल्कि जनहित में औषधि सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

हरिद्वार और रुड़की दोनों क्षेत्रों में औषधि विभाग की यह कार्रवाई स्पष्ट करती है कि अब खांसी की दवाओं सहित अन्य औषधियों की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं होगा। वरिष्ठ निरीक्षकों की सघन निगरानी, निरंतर सैंपलिंग और लैब परीक्षणों के माध्यम से विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि जनता तक केवल मानक और सुरक्षित दवाएं ही पहुंचें। राज्य सरकार और औषधि नियंत्रण विभाग की इस सख्ती से मेडिकल प्रतिष्ठानों और फार्मा कंपनियों में भी सतर्कता और जवाबदेही की भावना बढ़ी है, जो आने वाले दिनों में औषधि क्षेत्र में सुधार और पारदर्शिता का मार्ग प्रशस्त करेगी।

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