डीएम हरिद्वार मयूर दीक्षित के आदेशानुसार ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक रामचंद्र सेठ की अगुवाई में मंगलौर में नकली पनीर फैक्ट्री पर प्रशासन का छापा,, नायब तहसीलदार की सतर्कता से बेनकाब हुआ बड़ा फूड फ्रॉड नेटवर्क,, कई कुंतल नकली पनीर, मिल्क पाउडर और रिफाइंड तेल बरामद — ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक रामचन्द्र सेठ ने कहा, “यह प्रशासन की बड़ी सफलता है”

इन्तजार रजा हरिद्वार- डीएम हरिद्वार मयूर दीक्षित के आदेशानुसार ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक रामचंद्र सेठ की अगुवाई में मंगलौर में नकली पनीर फैक्ट्री पर प्रशासन का छापा,,
नायब तहसीलदार की सतर्कता से बेनकाब हुआ बड़ा फूड फ्रॉड नेटवर्क,,
कई कुंतल नकली पनीर, मिल्क पाउडर और रिफाइंड तेल बरामद — ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक रामचन्द्र सेठ ने कहा, “यह प्रशासन की बड़ी सफलता है”
मंगलौर, हरिद्वार — आगामी त्योहारो की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीएम हरिद्वार मयूर दीक्षित के आदेशानुसार ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक रामचंद्र सेठ की अगुवाई में हरिद्वार जिले के मंगलौर क्षेत्र में गुरुवार की देर शाम प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नकली पनीर बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। यह फैक्ट्री मुंडेट क्षेत्र में लंबे समय से संचालित हो रही थी और प्रशासन को इसकी जानकारी नायब तहसीलदार की सतर्कता से मिली। मौके से कई कुंतल नकली पनीर, भारी मात्रा में मिल्क पाउडर और रिफाइंड तेल बरामद किया गया है। इस छापेमारी ने खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
नायब तहसीलदार की सूझबूझ से खुली नकली पनीर फैक्ट्री की पोल
नायब तहसीलदार यूसुफ अली को शक हुआ जब उन्होंने इलाके में दो ड्रमों में संदिग्ध पनीर जैसी वस्तु देखी। उन्होंने तत्काल मौके की जांच की और फैक्ट्री तक पहुँचे। फैक्ट्री में घुसते ही अधिकारी दंग रह गए—वहाँ बड़े-बड़े ड्रमों में नकली पनीर तैयार किया जा रहा था। पनीर बनाने में नकली मिल्क पाउडर, रिफाइंड तेल, केमिकल्स और सिंथेटिक एजेंट्स का इस्तेमाल किया जा रहा था।
यूसुफ अली ने इसकी सूचना तत्काल ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक रामचन्द्र सेठ को दी। सूचना मिलते ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेंद्र पांडेय टीम के साथ मौके पर पहुँचे। देर रात तक चली इस कार्रवाई में भारी मात्रा में नकली पनीर बरामद किया गया।
खबर लिखे जाने तक रात तक चली कार्रवाई, फैक्ट्री से भागे कर्मचारी
जैसे ही प्रशासनिक टीम फैक्ट्री में दाखिल हुई, वहाँ काम कर रहे मजदूर और संचालक मौके से फरार हो गए। प्रशासन ने तुरंत इलाके को घेर लिया और फैक्ट्री के अंदर मौजूद सभी वस्तुओं की जांच शुरू की। फैक्ट्री के भीतर मिल्क पाउडर के बोरे, रिफाइंड तेल के टैंक, और सैकड़ों किलो सफेद केमिकल पाउडर पाए गए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेंद्र पांडेय ने मौके पर ही नकली पनीर और अन्य सामग्री के सेम्पल लिए और उन्हें फूड लैब जांच के लिए भेजा गया है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, यदि रिपोर्ट में पनीर की गुणवत्ता नकली पाई गई तो फैक्ट्री संचालक पर भादवि की धारा 272, 273 (खाद्य पदार्थों में मिलावट) और फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट 2006 के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बोले — “यह प्रशासन की निर्णायक कार्यवाही है”
मौके पर पहुंचे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक रामचन्द्र सेठ ने कहा कि यह छापेमारी हरिद्वार प्रशासन की बड़ी कार्रवाई है। उन्होंने नायब तहसीलदार यूसुफ अली की तत्परता और ईमानदार कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि—
“नायब तहसीलदार यूसुफ अली ने समय रहते जानकारी दी और तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की। इस फैक्ट्री में तैयार किया जा रहा पनीर मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक था। हम पूरी जांच कर रहे हैं और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”
दीपक रामचन्द्र सेठ ने बताया कि टीम ने मौके से लगभग कई कुंतल नकली पनीर और कच्चा माल जब्त किया है। पूरी फैक्ट्री को सील कर दिया गया है, और फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमों को लगा दिया गया है
फैक्ट्री से मिला संदिग्ध रॉ मटेरियल, जांच जारी
मौके से बरामद सामग्री में 10 बड़े ड्रम पनीर, 15 बोरे मिल्क पाउडर, और दर्जनों लीटर रिफाइंड तेल मिला है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि यह नकली पनीर स्थानीय मंडियों और होटल सप्लायर्स को सस्ते दामों में बेचा जा रहा था। बताया जा रहा है कि यह नेटवर्क रुड़की से लेकर सहारनपुर और मुजफ्फरनगर तक फैला हुआ है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेंद्र पांडेय ने कहा कि सेम्पल की रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सस्ते पनीर या डेयरी उत्पाद खरीदते समय सतर्क रहें और शक होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
स्थानीय लोगों में हड़कंप, प्रशासन की सख्ती से संतोष
छापेमारी की खबर जैसे ही फैली, मुंडेट क्षेत्र के लोगों में हड़कंप मच गया। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की इस कार्रवाई की सराहना की और मांग की कि ऐसे फूड फ्रॉड नेटवर्क्स को जड़ से खत्म किया जाए। ग्रामीणों ने बताया कि इस फैक्ट्री से अक्सर तेज बदबू और धुएं की शिकायत होती थी, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि यहाँ नकली पनीर का निर्माण हो रहा है।
प्रशासन की निगरानी में रहेगा पूरा क्षेत्र
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कहा कि आने वाले दिनों में हरिद्वार जिले के सभी डेयरी उत्पादक इकाइयों की औचक जांच की जाएगी। नकली डेयरी उत्पादों के खिलाफ जिला प्रशासन अब शून्य सहिष्णुता नीति पर काम कर रहा है।
जनता की सुरक्षा के लिए सतर्क हुआ प्रशासन
मंगलौर में नकली पनीर फैक्ट्री का पर्दाफाश यह साबित करता है कि प्रशासन जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सजग है। नायब तहसीलदार यूसुफ अली की सतर्कता और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक रामचन्द्र सेठ के नेतृत्व में यह कार्रवाई जनता के विश्वास को मजबूत करने वाला कदम है।देर रात तक चली कार्रवाई के बाद प्रशासन ने फैक्ट्री को सील कर दिया है और दोषियों की तलाश जारी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद पूरे नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कानूनी कार्रवाई की संभावना है।