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बीते दिनों से सड़क हादसों का सिलसिला नहीं थम रहा,, पांच युवाओं की दर्दनाक मौत से कोहराम, प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल,, कोटद्वार जा रहे देहरादून के कार्तिक ढौंढियाल की जान गई, कलियर-रामपुर-कनखल में भी उजड़े घर

इन्तजार रजा हरिद्वार- बीते दिनों से सड़क हादसों का सिलसिला नहीं थम रहा,,
पांच युवाओं की दर्दनाक मौत से कोहराम, प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल,,
कोटद्वार जा रहे देहरादून के कार्तिक ढौंढियाल की जान गई, कलियर-रामपुर-कनखल में भी उजड़े घर

Daily Live Uttarakhand
हरिद्वार जनपद एक बार फिर सड़क हादसों की त्रासदी से कांप उठा है। बीते कुछ दिनों में हुए अलग-अलग हादसों में पांच युवाओं की दर्दनाक मौत ने पूरे क्षेत्र में मातम का माहौल बना दिया है। बुधवार को कोटद्वार जा रहे देहरादून निवासी कार्तिक ढौंढियाल की मौत के साथ ही यह आंकड़ा पांच तक पहुंच गया। इसके अलावा रुड़की के कलियर में 16 वर्षीय आलीशान, रामपुर क्षेत्र के तेलुराम और अमृत, तथा कनखल में बीटेक छात्र आर्यन वर्मा की मौत ने हरिद्वार के सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

🚗 कोटद्वार जाते समय ट्रक की टक्कर से कार्तिक की मौत

बुधवार सुबह देहरादून के रहने वाले कार्तिक ढौंढियाल अपनी कार से कोटद्वार की ओर जा रहे थे। बताया जा रहा है कि जब वे हरिद्वार के समीप पहुंचे, तभी सामने से तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायल कार्तिक को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक की पहचान कर ली है और आरोपी चालक की तलाश में दबिश दी जा रही है।

🕊️ कलियर में 16 वर्षीय आलीशान की मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

इसी बीच रुड़की के कलियर क्षेत्र से भी एक दर्दनाक खबर आई। 16 वर्षीय आलीशान, जो हाल ही में सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुआ था, ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वह हादसे के बाद से ही आईसीयू में भर्ती था। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। आलीशान की मौत ने पूरे कलियर इलाके को शोक में डूबा दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस स्थान पर यह हादसा हुआ, वहां स्ट्रीट लाइटें खराब हैं और सड़क की हालत बेहद जर्जर है।

⚰️ रामपुर में तेलुराम और अमृत की मौत से मचा कोहराम

रुड़की के रामपुर क्षेत्र में भी कुछ दिन पहले हुए सड़क हादसे में दो व्यक्तियों—तेलुराम और अमृत की मौके पर ही मौत हो गई थी। ट्रक और मोटरसाइकिल की भिड़ंत में दोनों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई थी। परिजनों ने बताया कि दोनों काम से घर लौट रहे थे, तभी तेज गति से आ रहे ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे के बाद चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी लगभग नहीं के बराबर है, जिससे वाहन चालक बेखौफ होकर तेज रफ्तार में वाहन दौड़ाते हैं।

🎓 कनखल में बीटेक छात्र आर्यन वर्मा की मौत ने झकझोरा

हरिद्वार के कनखल क्षेत्र में बीते सप्ताह बीटेक छात्र आर्यन वर्मा की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। आर्यन अपने कॉलेज से लौट रहे थे जब एक बाइक और कार की टक्कर में उन्हें गंभीर चोटें आईं। उपचार के दौरान उनकी भी मौत हो गई। आर्यन की मौत के बाद सोशल मीडिया पर छात्रों और युवाओं ने सड़क सुरक्षा को लेकर आक्रोश जताया। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि कॉलेज और मुख्य बाजारों के आसपास ट्रैफिक पुलिस की तैनाती और सड़क सुधार कार्यों को प्राथमिकता दी जाए।

🚨 हरिद्वार में सड़क सुरक्षा पर बड़ा सवाल

पिछले दस दिनों में पांच अलग-अलग सड़क हादसों में हुई इन मौतों ने प्रशासन और ट्रैफिक विभाग की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक सड़कों की स्थिति खराब है। जगह-जगह गड्ढे, टूटी सड़कें और रात्रि में लाइटों की कमी से दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस केवल जांच के नाम पर औपचारिकताएं पूरी कर रही है, जबकि असली समस्या सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण की अनदेखी है।

📢 प्रशासन के दावे बनाम हकीकत

यातायात पुलिस का कहना है कि लगातार गश्त बढ़ाई जा रही है और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट है।
शहर के कई व्यस्त मार्गों—जैसे ज्वालापुर रोड, रुड़की रोड, और कनखल क्षेत्र—में बिना हेलमेट, तेज गति और गलत दिशा में वाहन चलाना आम बात बन चुकी है।

💔 युवाओं की मौत से हरिद्वार में मातम, जनप्रतिनिधियों ने जताया शोक

पांचों मौतों की खबर फैलते ही हरिद्वार, रुड़की और देहरादून क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि और सामाजिक संगठन पहुंचे। सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की अपील की।

🛣️ मांगें तेज — सड़क सुधार और ट्रैफिक निगरानी बढ़े

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जब तक हरिद्वार में सड़क सुधार कार्य, उचित लाइटिंग, और ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम मजबूत नहीं होगा, तब तक ऐसी दुर्घटनाएं होती रहेंगी।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि सड़क हादसों के संवेदनशील बिंदुओं पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और हर सप्ताह ट्रैफिक विभाग द्वारा औचक निरीक्षण किया जाए।

🔚एक बार फिर चेतावनी बनी हरिद्वार की सड़कें

हरिद्वार की सड़कें अब सिर्फ मार्ग नहीं, बल्कि जानलेवा जाल बन चुकी हैं। पांच घरों के चिराग बुझने के बाद भी अगर प्रशासन नहीं चेता, तो आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और भयावह हो सकता है।
युवाओं की असमय मौतें सिर्फ परिवारों की त्रासदी नहीं, बल्कि शासन-प्रशासन के लिए एक सख्त चेतावनी हैं—सड़कें सुरक्षित बनाना अब विकल्प नहीं, आवश्यकता है।

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