जिलाधिकारी हरिद्वार की पत्नी प्रज्ञा दीक्षित ने बढ़ाया महिलाओं के स्वास्थ्य का जिम्मा,, ज्वालापुर में छात्राओं को दी सैनेटरी वेस्ट प्रबंधन की सीख,, प्रज्ञा फाउंडेशन ने दिया स्वच्छता और सशक्तिकरण का संदेश

इन्तजार रजा हरिद्वार- जिलाधिकारी हरिद्वार की पत्नी प्रज्ञा दीक्षित ने बढ़ाया महिलाओं के स्वास्थ्य का जिम्मा,,
ज्वालापुर में छात्राओं को दी सैनेटरी वेस्ट प्रबंधन की सीख,,
प्रज्ञा फाउंडेशन ने दिया स्वच्छता और सशक्तिकरण का संदेश
हरिद्वार।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की पत्नी एवं प्रज्ञा फाउंडेशन की संस्थापक प्रज्ञा दीक्षित ने एक बार फिर समाज में महिला स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश देते हुए प्रेरणादायक पहल की है। गुरुवार को उन्होंने राजकीय कन्या इंटर कॉलेज, ज्वालापुर का दौरा किया, जहां उन्होंने छात्राओं के बीच स्वास्थ्य, स्वच्छता और सैनेटरी वेस्ट प्रबंधन पर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया।
इस अवसर पर प्रज्ञा दीक्षित ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक की छात्राओं को सैनेटरी नैपकिन वितरित किए और मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि “मासिक धर्म कोई शर्म का विषय नहीं, बल्कि यह महिला शरीर की एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसे समझना और इसके दौरान स्वच्छता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है।”
उन्होंने छात्राओं को सिखाया कि उपयोग किए गए सैनेटरी नैपकिन का सही निस्तारण (डिस्पोजल) न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए, बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी जरूरी है। प्रज्ञा दीक्षित ने बताया कि नगर निकाय द्वारा अब ऐसे विशेष कचरा संग्रहण वाहन चलाए जा रहे हैं, जिनमें मेडिकल या सैनेटरी वेस्ट को अलग से एकत्रित कर सुरक्षित रूप से निस्तारित किया जा सकता है।
प्रज्ञा दीक्षित ने छात्राओं से संवाद करते हुए कहा —
“हमें इस विषय पर झिझक नहीं रखनी चाहिए। अगर हम स्वयं जागरूक होंगी, तो समाज भी हमारी सोच से प्रेरित होगा। जागरूक बेटियाँ ही बदलाव की असली वाहक बन सकती हैं।”
उन्होंने किशोरियों को यह भी बताया कि स्वस्थ जीवन के लिए आयरन, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर भोजन बेहद आवश्यक है। उन्होंने छात्राओं को संतुलित आहार, पर्याप्त पानी पीने, और रोज़ाना हल्की शारीरिक गतिविधि करने की सलाह दी।
प्रज्ञा दीक्षित ने कहा कि स्वस्थ शरीर और स्वच्छ वातावरण मिलकर ही सशक्त समाज का निर्माण करते हैं। उन्होंने बताया कि प्रज्ञा फाउंडेशन द्वारा समय-समय पर विभिन्न स्कूलों और समुदायों में “महिला स्वास्थ्य जागरूकता अभियान” चलाए जा रहे हैं, ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की बेटियाँ दोनों समान रूप से जागरूक और आत्मनिर्भर बन सकें।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय प्रबंधन और शिक्षिकाओं ने प्रज्ञा दीक्षित का आभार जताया और कहा कि उनकी यह पहल छात्राओं के लिए अत्यंत प्रेरणादायक है। छात्राओं ने भी खुलकर सवाल पूछे और सैनेटरी वेस्ट निपटान के आधुनिक तरीकों को समझा।
प्रज्ञा दीक्षित ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि —
“स्वच्छता केवल एक आदत नहीं, बल्कि यह जीवनशैली का हिस्सा होना चाहिए। जब हर बेटी अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देगी, तभी समाज सच्चे अर्थों में सशक्त बनेगा।”
हरिद्वार में महिलाओं और किशोरियों के बीच स्वास्थ्य जागरूकता का यह अभियान एक नई दिशा दिखा रहा है। प्रज्ञा फाउंडेशन की यह पहल न केवल स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की सोच को मजबूत कर रही है, बल्कि आने वाली पीढ़ी को आत्मविश्वासी और जिम्मेदार बनने की प्रेरणा भी दे रही है