पंचपुरी गढमीरपुर के मीरपुर मुवाजरपुर में विजय दशमी (दशहरा)का जश्न, हरिद्वार में विभिन्न जगहों सहित मीरपुर मुवाजरपुर में भी ‘दशानन’ रावण और मेघनाथ का दहन, मेले में जुटी लोगों की भीड़,भगवान श्री राम का हुआ राज तिलक
हरिद्वार के विभिन्न हिस्सों सहित बहादराबाद क्षैत्र के पंचपुरी गढमीरपुर के मीरपुर मुवाजरपुर में रामलीला कमेटी ने करीब 45 वर्षो के बाद मीरपुर मुवाजरपुर के रामलीला मैदान में रामलीला मंचन और रावण व मेघनाथ का पुतला दहन किया
इन्तजार रजा हरिद्वार-दशहरा या विजय दशमी के दिन ही भगवान रामचंद्र ने रावण पर विजय पाई थी इसलिए इस दिन रावण का पुतला जलाया जाता है जोकि बुराई, अहंकार, अत्याचार और अधर्म पर धर्म, सत्य और न्याय की विजय का प्रतीक माना जाता
पंचपुरी गढमीरपुर में 14 दिन की रामलीला मंचन के बाद आज विजय दशमी दशहरा महापर्व पर हुआ रावण, मेघनाथ के पुतलों का दहन,,पंचपुरी गढमीरपुर के मीरपुर मुवाजरपुर में रावण पुतला दहन से पूर्व राम और रावण बीच घमासान युद्ध हुआ।
शोभायात्रा में भी झांकियां व बैंडबाजे शामिल हुए।
रामलीला महोत्सव के तहत आज 12 अक्टूबर को दशहरा पर रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतले के दहन को लेकर मीरपुर मुवाजरपुर सहित हरिद्वार जिले भर में प्रशासनिक स्तर से सुरक्षा की तैयारियां कर ली गईं थी।
मीरपुर मुवाजरपुर में भी रामलीला कमेटी के पदाधिकारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटे रहे। देर शाम रामलीला मंचन के बाद रावण पुतला दहन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।
वहीं पंचपुरी गढमीरपुर में मीरपुर मुवाजरपुर के कारीगरों की टीम रावण और मेघनाथ के पुतलों को तैयार करने में जुटी हुई थी। इस बार आतिशबाजी का गजब नजारा भी देखने को मिले। मेले में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए पूरे मैदान में बैरिकेडिंग कराई गई थी।
हरिद्वार के विभिन्न हिस्सों सहित बहादराबाद क्षैत्र के पंचपुरी गढमीरपुर के मीरपुर मुवाजरपुर में रामलीला कमेटी ने इस बार करीब 45 वर्षो के बाद मीरपुर मुवाजरपुर के रामलीला मैदान में रावण और मेघनाथ का पुतला तैयार किया है. शाम को राम- रावण युद्ध के पश्चात करीब शाम 7 बजे रावण दहन किया गया. इस कार्यक्रम के पुलिस प्रशासन और लिए मीरपुर मुवाजरपुर की ओर स्वयं हेतु सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये. पुलिस और रामलीला मंचन कमेटी के मुअज्जिज लोग चप्पे चप्पे पर नजर गड़ाए थे जिसमें जो कलाकार रामलीला का मंचन कर रहे हैं. 28 सितंबर से विधि विधान में पूजा अर्चना के साथ रामलीला का शुभारंभ हुआ था. जिसमें आए हुए कलाकारों ने सुंदर झांकियां के माध्यम से राम जी की लीला को प्रस्तुत किया.गांव में भव्य शोभायात्रा राम जी की बारात को निकाला गया. जिसमें पंचपुरी गढमीरपुर क्षैत्र के सभी सम्मानित लोगों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी की. जगह-जगह लोगों के द्वारा राम जी की बारात का भव्य स्वागत किया गया. तत्पश्चात भगवान राम को 14 वर्ष के लिए वनवास जाना पड़ा.
आज विजयदशमी पर राम व रावण युद्ध के पश्चात रावण के पुतले का दहन किया गया जिसको देखने के लिए पंचपुरी गढमीरपुर क्षेत्र के आसपास के गांवों के लोग काफी संख्या में पहुंचे. रावण पुतला दहन के बाद तक मेले का आयोजन चलता रहा. जिसमें लोग बढ़ चढ़कर खरीदारी करते रहे. इस बार रामलीला कमेटी ने शाम के 6:00 बजे पुतले दहन का कार्यक्रम रखा गया था है रावण दहन के समय कोई अप्रिय घटना घटित ना हो उसके लिए व्यापक इंतजाम किये गये है.