आशीष डंगवाल कहानी उस शिक्षक की, जिनकी विदाई पर रो पड़ी पूरी केलसू घाटी!हर किसी की आँखों में आंसुओं की अविरल धारा बह रही थी। शायद ही अब उन्हें उनके जैसे शिक्षक मिल पाए

इन्तजार रजा हरिद्वार- आशीष डंगवाल कहानी उस शिक्षक की, जिनकी विदाई पर रो पड़ी पूरी केलसू घाटी!हर किसी की आँखों में आंसुओं की अविरल धारा बह रही थी। शायद ही अब उन्हें उनके जैसे शिक्षक मिल पाए।
“मेरे पास आपको देने के लिए कुछ नहीं है, लेकिन एक वादा है आपसे कि केलसू घाटी हमेशा के लिए अब मेरा दूसरा घर रहेगा। आपका यह बेटा लौट कर आएगा। आप सब लोगों का तहेदिल से शुक्रिया। मेरे प्यारे बच्चों हमेशा मुस्कुराते रहना। आप लोगों की बहुत याद आएगी।”विदाई की यह कहानी है रूद्रप्रयाग जनपद निवासी आशीष_डंगवाल की, जिनका तबादला टिहरी जनपद के गढखेत में प्रवक्ता पद पर होने के बाद उनके विदाई समारोह में एक-दो नहीं बल्कि पूरी केलसू घाटी के 7 गांवों के ग्रामीण और स्कूल के बच्चे फफककर रोए थे।
ऐसे गुरु शिक्षक को मेरा सादर 🙏प्रणाम हर शिक्षक को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।।