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दिल्ली-देहरादून एक्‍सप्रेसवे पर चार साल से रुका काम हुआ शुरू बेयरिंग रिप्‍लेसमेंट का काम 15 फरवरी तक पूरा करने का दावा,किसान की वजह से रुका काम शुरू हुआ, कोर्ट का लेना पड़ा सहारा

ब्यूरो रिपोर्ट- दिल्ली-देहरादून एक्‍सप्रेसवे पर चार साल से रुका काम हुआ शुरू बेयरिंग रिप्‍लेसमेंट का काम 15 फरवरी तक पूरा करने का दावा,किसान की वजह से रुका काम शुरू हुआ, कोर्ट का लेना पड़ा सहारा


दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की राह में एक-एक करके सभी अड़चनें दूर हो रही हैं। अक्षरधाम से लेकर बागपत तक के हिस्से में बेयरिंग रिप्लेसमेंट का काम 15 फरवरी तक हर हाल में पूरा करने का दावा किया जा रहा है। वहीं, पिछले चार साल से बागपत से सहारनपुर वाले हिस्से में टीकरी के एक किसान की वजह से रुका हुआ काम भी शनिवार से शुरू करवा दिया गया। यहां पर करीब चार साल से 2800 मीटर जमीन पर किसान का कब्जा था। एनएचएआई को इसे खाली करवाने के लिए कोर्ट का सहारा लेना पड़ा। इसके बाद केस दर्ज करवा कर अथॉरिटी ने जमीन को अपने कब्जे में लिया। सेकंड फेज के प्रॉजेक्ट डायरेक्टर नरेंद्र सिंह ने बताया कि अब काम को तेजी के साथ शुरू है। मार्च तक पूरे एक्सप्रेसवे को चालू कर दिया जाएगा।

बेयरिंग रिप्लेसमेंट 80 फीसदी पूरा
अक्षरधाम से लेकर बागपत तक के हिस्से में बेयरिंग रिप्लेसमेंट का काम 15 फरवरी तक हर हाल में पूरा किया जाएगा। अब तक 80 फीसदी से अधिक बेयरिंग रिप्लेस हो चुके हैं। बाकी काम पांच दिन के भीतर कर दिया जाएगा। इस एलिवेटेड वाले पार्ट में करीब 50 से अधिक बेयरिंग में गड़बड़ी मिली थी। इसकी वजह से दिल्ली चुनाव से पहले इसका संभावित उद्घाटन भी टाल दिया गया था।

चार साल बंद काम शुरू
वहीं, चार साल से टीकरी में एक्सप्रेसवे का काम बंद पड़ा था। इससे एनएचएआई को करीब 2 करोड़ रुपये का फटका लग चुका है। साइट इंजीनियर ने न्यायालय के आदेश पर टीकरी के सुनील राठी समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद इस हिस्से में शनिवार से काम शुरू हुआ। मालूम हो कि अगस्त 2021 में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के फेज-2 निर्माण के लिए जमीन का अधिग्रहण कर मुआवजा दिया गया था। एनएनएआई के प्रॉजेक्ट इंजीनियर अंकित ने आरोप लगाया कि टीकरी गांव के सुनील राठी ने एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहित की गई जमीन पर अपना दावा करते हुए काम शुरू नहीं होने दिया। चार साल से काम बंद होने के कारण सामान खराब होने से एनएचएआई को करीब दो करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।

विवादित ज़मीन की सुनवाई आज
उधर, लोनी एरिया के पास करीब 60 मीटर के जमीन के मुआवजे को लेकर पिछले काफी समय से विवाद चल रहा है। इसकी वजह से एनएचएआई इस हिस्से में सर्विस रोड का अभी तक निर्माण नहीं कर सका है। इस जमीन को आवास विकास परिषद जमीन मालिक से लेकर एनएचएआई को देना है। अब इस मामले में सोमवार को हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है। जिस किसान की जमीन है वह तय मुआवजे से अधिक की डिमांड कर रहा है।

दो हिस्से में बचा हुआ 20 फीसदी काम
अक्षरधाम से लेकर बागपत तक का हिस्सा पूरी तरह से तैयार है। बागपत से सहारनपुर वाले हिस्से में अभी 20 फीसदी काम बचा है। सहारनपुर से लेकर छुटमन तक में भी कुछ काम बचा हुआ है। इन दोनों बचे हुए काम को मार्च तक पूरा किए जाने का लक्ष्य है। छुटमलपुर से देहरादून के बीच काम पूरा हो चुका है। ऐसे में दावा किया जा रहा है कि मार्च तक एक्सप्रेसवे को चालू कर दिया जाएगा।

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