हरिद्वार के सलेमपुर दादुपुर क्षैत्र में नशे के खिलाफ बड़ी कार्यवाही: ANTF, ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती और रानीपुर पुलिस की सर्जिकल स्ट्राइक, 30 लाख रुपये की 3,41,568 प्रतिबंधित ट्रामाडोल की बड़ी खेप बरामद

इन्तजार रजा हरिद्वार:-हरिद्वार के सलेमपुर दादुपुर क्षैत्र में नशे के खिलाफ बड़ी कार्यवाही: ANTF, ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती और रानीपुर पुलिस की सर्जिकल स्ट्राइक, 30 लाख रुपये की 3,41,568 प्रतिबंधित ट्रामाडोल की बड़ी खेप बरामद
हरिद्वार, एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है, लेकिन हाल के वर्षों में यहां नशे के कारोबार ने गंभीर समस्या उत्पन्न की है। इस बढ़ते खतरे को रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस ने एक मजबूत और सटीक कार्रवाई की। हरिद्वार में नशे के खिलाफ एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स (ANTF) की टीम, ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती और रानीपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने मिलकर एक बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की, जिसमें 30 लाख रुपये मूल्य की 3,41,568 प्रतिबंधित ट्रामाडोल गोलियों की खेप बरामद की गई।
ट्रामाडोल: नशे का खतरनाक रूप
ट्रामाडोल एक दर्दनिवारक दवा है, जिसे चिकित्सकों द्वारा आमतौर पर गंभीर दर्द के इलाज के लिए निर्धारित किया जाता है। हालांकि, इसका अत्यधिक सेवन या बिना डॉक्टर की सलाह के इस्तेमाल न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। ट्रामाडोल के नशे के रूप में सेवन से व्यक्ति में नशे की आदत लग सकती है, जो उसकी शारीरिक और मानसिक स्थिति को प्रभावित करती है। हरिद्वार में इस दवा की तस्करी और अवैध व्यापार बढ़ने से युवाओं और छात्रों में नशे की समस्या गंभीर हो गई थी।
एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स (ANTF) की भूमिका
ANTF, जो कि ड्रग्स और नशे के खिलाफ प्रभावी तरीके से काम करती है, ने इस ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई। टीम को एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि एक ट्रक में भारी मात्रा में ट्रामाडोल की गोलियां छिपाई गई हैं और उन्हें अवैध रूप से बाजार में बेचा जा रहा है। इस सूचना के बाद, ANTF ने रानीपुर पुलिस के साथ मिलकर योजना बनाई और ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
रानीपुर पुलिस और अनीता भारती ड्रग्स इंस्पेक्टर हरिद्वार का योगदान…. एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स की टीम व रानीपुर पुलिस के गैस प्लांट चौकी प्रभारी विकास रावत और ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती की टीम ने इस सटीक और प्रभावी ऑपरेशन में अपनी पूरी तत्परता से काम किया। अनीता भारती के नेतृत्व में पुलिस ने इस ऑपरेशन के दौरान ट्रक की तलाशी ली और उसमें से 3,41,568 प्रतिबंधित ट्रामाडोल गोलियां बरामद की। इन गोलियों की कुल कीमत लगभग 30 लाख रुपये थी। यह खेप एक बड़े तस्करी रैकेट का हिस्सा थी, जिसे हरिद्वार और आसपास के क्षेत्रों में नशे के रूप में बेचा जाना था। पुलिस की सटीक रणनीति और समर्पण ने इस अवैध कारोबार को नाकाम कर दिया और तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
नशे की रोकथाम हेतु कार्यवाही का महत्व और समाज में योगदान…..इस ऑपरेशन की सफलता न केवल नशे के कारोबार से जुड़े तस्करों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि यह एक मजबूत संदेश भी है कि हरिद्वार में नशे के व्यापार को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रानीपुर पुलिस और ANTF की संयुक्त टीम ने यह साबित कर दिया कि अगर सही दिशा में काम किया जाए तो इस प्रकार के अवैध व्यापार को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है।
यह कार्यवाही पुलिस की जागरूकता, तत्परता और मजबूत नेतृत्व का परिणाम थी, जिसने न केवल 30 लाख रुपये की खेप बरामद की, बल्कि नशे के कारोबार में शामिल तस्करों को पकड़ने में भी सफलता पाई। यह कार्रवाई हरिद्वार के आसपास के क्षेत्रों में नशे के खिलाफ एक बड़ी जीत मानी जा रही है और पुलिस विभाग की कार्यकुशलता को साबित करती है।
समाज पर नशे का प्रभाव….इस ऑपरेशन का समाज पर गहरा असर पड़ा है। इससे न केवल हरिद्वार बल्कि राज्य भर में नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ेगी। यह कार्यवाही इस बात का संकेत है कि प्रशासन और पुलिस नशे के कारोबार को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। इस तरह की सर्जिकल स्ट्राइक से न केवल तस्कर डरेंगे, बल्कि आम नागरिक भी पुलिस की मदद करने के लिए प्रेरित होंगे। इस कार्यवाही ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर समाज और पुलिस एकजुट होकर नशे के खिलाफ लड़ाई में साथ आएं, तो इस अवैध व्यापार को खत्म किया जा सकता है। युवाओं को नशे से बचाना और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि वे इस जहर से दूर रह सकें।
निष्कर्ष….हरिद्वार में एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स (ANTF), ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती और रानीपुर पुलिस की टीम द्वारा की गई यह बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक न केवल 30 लाख रुपये की 3,41,568 प्रतिबंधित ट्रामाडोल गोलियों की खेप को बरामद करने में सफल रही, बल्कि यह नशे के खिलाफ एक बड़ा कदम साबित हुई। इस ऑपरेशन ने न केवल तस्करों को पकड़ने में सफलता पाई, बल्कि यह हरिद्वार और आसपास के क्षेत्रों में नशे के कारोबार के खिलाफ एक कड़ा संदेश भी भेजा है। अब यह जरूरी है कि इस तरह की कार्यवाहियां लगातार जारी रहें और समाज को नशे के खतरों से बचाने के लिए जागरूकता बढ़ाई जाए।