फर्राटे से एक घंटे में पहुंचेंगे दिल्ली से हरिद्वार, 19 साल के बाद देवबंद-रुड़की नई रेलवे लाइन पर जल्द दौड़ेगी ट्रेनें, रुड़की-देवबंद के बीच बनी नई लाइन से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. नई रेल लाइन से दिल्ली-देहरादून के बीच चलने वाली जनशताब्दी समेत कई ट्रेनों की दूरी घट जाएगी और यात्रियों का एक से सवा घंटे का समय बचेगा.

इन्तजार रजा हरिद्वार-फर्राटे से एक घंटे में पहुंचेंगे दिल्ली से हरिद्वार, 19 साल के बाद देवबंद-रुड़की नई रेलवे लाइन पर जल्द दौड़ेगी ट्रेनें, रुड़की-देवबंद के बीच बनी नई लाइन से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. नई रेल लाइन से दिल्ली-देहरादून के बीच चलने वाली जनशताब्दी समेत कई ट्रेनों की दूरी घट जाएगी और यात्रियों का एक से सवा घंटे का समय बचेगा.
नई दिल्ली से हरिद्वार और देहरादून के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। भारत में रेलवे नेटवर्क का विस्तार और उन्नति समय-समय पर यात्रियों के लिए नई सुविधाएं और राहत लेकर आता है। इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच बनी नई रेलवे लाइन से यात्रियों को काफी राहत मिलने वाली है। रुड़की-देवबंद के बीच बनने वाली इस नई रेलवे लाइन की शुरूआत से यात्रियों का यात्रा समय घटेगा और यात्रा करना पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक हो जाएगा।
रुड़की-देवबंद रेलवे लाइन का महत्व….रुड़की-देवबंद रेलवे लाइन की परियोजना की घोषणा करीब 18 साल पहले की गई थी। इस रेल मार्ग का निर्माण 2006 में शुरू हुआ था, और इसके बाद से कई वर्षों तक इसमें रुकावटें और देरी आईं। आखिरकार, इस परियोजना का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और अब यह जल्द ही यात्रियों के लिए उपलब्ध हो जाएगा। 18 साल बाद अब इस रेलवे लाइन पर ट्रेनें दौड़ने की तैयारी पूरी हो चुकी है, जिससे न केवल रुड़की और देवबंद के बीच यात्रा करने वाले लोगों को लाभ मिलेगा, बल्कि दिल्ली से हरिद्वार और देहरादून तक यात्रा करने वाले यात्रियों को भी राहत मिलेगी।
दूरी में कमी और समय की बचत…..नई रेलवे लाइन से सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि यात्रियों का समय बचेगा। इस नई रेल लाइन के उद्घाटन के साथ ही रुड़की और दिल्ली के बीच यात्रा का समय लगभग 1 से 1.5 घंटे कम हो जाएगा। आजकल रुड़की से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों को पहले सहारनपुर स्टेशन पर रुकना पड़ता था, जिसके बाद सहारनपुर से दिल्ली जाने के लिए ट्रेन को फिर से दूसरी दिशा में रवाना होना पड़ता था। यह यात्रा समय को लंबा कर देता था। लेकिन अब इस नई रेल लाइन के जरिए रुड़की से ट्रेनें सीधे देवबंद जाएंगी और वहां से दिल्ली के लिए निकलेंगी, जिससे करीब 35 किमी की दूरी कम हो जाएगी।
नई रेल लाइन की खासियत…. यह नई रेल लाइन कुल 27 किमी लंबी है और यह मुरादाबाद और दिल्ली मंडल का हिस्सा होगी। मुरादाबाद रेल मंडल इस क्षेत्र में रेलवे नेटवर्क का मुख्य हिस्सा है, और इस नए रूट का जुड़ना इस मंडल के अंतर्गत आने वाले कई शहरों के लिए एक बड़े बदलाव की तरह है। इस लाइन के चालू होने से दिल्ली और रुड़की के बीच की यात्रा में कमी आएगी और दोनों स्थानों के बीच ट्रेनों की गति में भी सुधार होगा। इसके साथ ही, रेलवे विभाग ने इस रेल लाइन पर दो नए स्टेशन – झबरेड़ा और बन्हेड़ा – बनाए हैं। इन नए स्टेशनों की वजह से यात्रियों को और अधिक सुविधाएं मिलेंगी। हालांकि, इन स्टेशनों के नोटिफिकेशन का इंतजार है, लेकिन जब तक ये स्टेशन सक्रिय नहीं होते, ट्रेनों के संचालन में कोई रुकावट नहीं आएगी।
जल्द ट्रायल रन और मालगाड़ियों का संचालन.. नई रेल लाइन पर ट्रेनों का संचालन शुरू होने से पहले, एक ट्रायल रन किया जाएगा। यह ट्रायल रन 29 मार्च 2025 को होगा, जिसमें सीआरएस (कंट्रोलर ऑफ रेलवे सेफ्टी) निरीक्षण करेगा। इस निरीक्षण के दौरान ट्रैक की फिटनेस और ट्रेन की गति की जांच की जाएगी। सीआरएस का निरीक्षण यह सुनिश्चित करेगा कि रेल मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित है और इसमें कोई तकनीकी खामी नहीं है। अगर यह निरीक्षण सफल रहता है तो इस नई रेलवे लाइन पर ट्रेन संचालन की अनुमति मिल जाएगी। इस रेल लाइन पर पहले मालगाड़ियों का संचालन शुरू किया जाएगा। इसके बाद यात्रियों के लिए ट्रेनें भी चलने लगेंगी। मालगाड़ियों के संचालन से पहले, ट्रैक की गति और संरचना का परीक्षण किया जाएगा, ताकि ट्रेन की गति को 110 किमी प्रति घंटा तक सुरक्षित रूप से बढ़ाया जा सके।
आर्थिक और सामाजिक लाभ…..नई रेल लाइन का सिर्फ यात्री यात्रा पर ही असर नहीं होगा, बल्कि इसका सामाजिक और आर्थिक लाभ भी होगा। पहले की तुलना में यात्रा में तेजी और दूरी में कमी से व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियों में भी वृद्धि हो सकती है। मालगाड़ियों के संचालन से विभिन्न प्रकार के सामान और वस्तुएं जल्दी और सुरक्षित रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाई जा सकेंगी। इस रेलवे लाइन के उद्घाटन से पूरे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को भी फायदा होगा। इसके अलावा, यात्रा का समय कम होने से पर्यटन में भी बढ़ोतरी हो सकती है, खासकर हरिद्वार, रुड़की और देवबंद जैसे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर। ये क्षेत्र पहले ही पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं, और अब नई रेल लाइन से यात्रा आसान होने पर इन स्थानों पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।
भविष्य की क्या हो सकती है योजनाएं….रेलवे विभाग ने इस रेलवे लाइन के निर्माण के बाद भविष्य में इस रूट पर यात्री ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई है। इसके साथ ही, इस रेलवे लाइन के विस्तार की भी योजनाएं हैं, ताकि अन्य शहरों को भी इससे जोड़ा जा सके और यात्रियों के लिए नए अवसर उत्पन्न हो सकें। रेल मंत्रालय इस परियोजना की सफलता को देखते हुए और भी रेलवे परियोजनाओं पर काम कर सकता है, ताकि देशभर में ट्रेनों की गति और नेटवर्क को बेहतर बनाया जा सके। नई रेलवे लाइन का उद्घाटन न केवल स्थानीय यात्रियों के लिए बल्कि दिल्ली-देहरादून और दिल्ली-हरिद्वार जैसे लंबी दूरी के यात्रियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। रेलवे विभाग के अनुसार, इस लाइन से यात्रियों को जहां एक ओर समय की बचत होगी, वहीं दूसरी ओर यात्रा के दौरान सुरक्षा और सुविधाओं में भी सुधार होगा।
रुड़की-देवबंद नई रेलवे लाइन का उद्घाटन और इस पर ट्रेनों का संचालन भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। यह रेल मार्ग न केवल दिल्ली और रुड़की के बीच यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि पूरे उत्तर भारत के यात्रियों को एक नई और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव देगा। रेलवे विभाग की यह योजना यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक और बड़ा कदम है, और इसके माध्यम से रेलवे नेटवर्क की क्षमता और कनेक्टिविटी में भी वृद्धि होगी।
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